श्रीनगर, जेएनएन : सुरक्षाबलों की सतर्कता की वजह से कश्मीर में एक बार फिर बड़ा हादसा टल गया। पुलिस व सेना की 22 आरआर की संयुक्त दल ने गत वीरवार देर शाम समय रहते लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादियों को गिरफ्तार कर लिया, जो हमले को अंजाम देने की फिराक में थे। यही नहीं दोनों आतंकियों के कब्जे से हथियार व गोलाबारूद भी बरामद हुआ है। पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है। ऐसा दावा किया जा रहा है कि दोनों से पूछताछ के आधार पर लश्कर से जुड़े ओवरग्राउंड वर्करों की गिरफ्तारी संभव है।

पुलिस ने बताया कि पहले आतंकवादी को सोपोर पुलिस व सेना के जवानों ने सोपोर बस स्टैंड के नजदीक शाह फैसल मार्केट से पकड़ा। हाथ में बैग लिए जब एक व्यक्ति बाजार से गुजर रहा था तो वह सुरक्षाबलों को देख घबरा गया और अपना रास्ता बदल लिया। पुलिस को उस पर शक हुआ और उसे रूकने के लिए कहा। लेकिन उसने मौके से भागने की कोशिश की।

इससे पहले कि वह भीड़ का लाभ उठाकर गायब होता सुरक्षाबलों ने उसे पकड़ लिया। पुलिस ने उसके हाथ में पकड़े बैग की जब तलाशी ली तो उसमें से एक पिस्टल उसकी एक पिस्टल मैगजीन, कुछ पिस्टल राउंड और एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस बरामद हुआ।

गिरफ्तार आतंकवादी की पहचान रिजवान मुश्ताक वानी पुत्र मुश्ताक अहमद वानी निवासी हमरे पट्टन के तौर पर हुई है। पुलिस का कहना है कि वह बाजार में हमले की फिराक में थे।

प्रारंभिक जांच से पता चला है कि गिरफ्तार व्यक्ति प्रतिबंधित संगठन लश्कर-ए-तैयबा का एक हाइब्रिड आतंकवादी है और गैर स्थानीय लोगों, अल्पसंख्यकों, सुरक्षाबलों और शांतिपूर्ण नागरिकों पर हमले करने के अवसर की तलाश में था।

पुलिस ने जब आतंकवादी से सख्ती से पूछताछ की तो उसने बताया कि उसकी तरह ही उसके एक अन्य साथी को भी संगठन की ओर से हमले की जिम्मेदारी सौंपी गई है। पूछताछ के आधार पर बारामुला पुलिस व सेना ने देर रात को संयुक्त आपरेशन चलाया और दूसरे आतंकवादी जमील अहमद पारा पुत्र हबीबुल्लाह पारा निवासी तप्पर पट्टन को भी गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से भी भारी मात्रा में हथियार व गोलाबारूद बरामद हुए हैं। पुलिस अधिकारी ने बताया कि दोनों से पूछताछ की जा रही है। उसी के आधार पर आगे गिरफ्तारियां या फिर बरामदगी की जाएंगी।

Edited By: Rahul Sharma