Yasin Malik Terror Funding Case: यासीन मलिक को सजा सुनाए जाने से पहले कश्मीर घाटी के कुछ हिस्सों में बंद, यासीन के घर पर ड्रोन से रखी जा रही है नजर
प्रतिबंधित आतंकी संगठन जेकेएलएफ जो जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के नाम से जाना जाता है के मुखिया यासीन मलिक को दिल्ली कोर्ट में टेरर फंडिंग के मामले में आज सुनाए जाने से पूर्व कश्मीर घाटी के कुछ हिस्सों में बंद है।
जम्मू, जेएनएन। प्रतिबंधित आतंकी संगठन जेकेएलएफ जो जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के नाम से जाना जाता है के मुखिया यासीन मलिक को दिल्ली कोर्ट में टेरर फंडिंग के मामले में आज सुनाए जाने से पूर्व कश्मीर घाटी के कुछ हिस्सों में बंद है। प्रशासन की ओर से पहले से ही कश्मीर घाटी में सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक कड़ा कर दिया गया है। इतना ही नहीं जम्मू में भी जगह-जगह विशेष नाके लगाए गए हैं। सेना, पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।यासीन के घर पर ड्रोन से रखी जा रही है नजर।
लाल चौक के कुछ हिस्सों सहित मैसूमा और आसपास के इलाकों में जयादातर दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद हैं। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए शहर में सुरक्षाबलों को भारी संख्या में तैनात किया गया है। यहां यह बता दें कि जेकेएलएफ के प्रमुख यासीन मलिक को गत 19 मई को दिल्ली की एक अदालत ने जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों के वित्तपोषण से संबंधित एक मामले में कड़े आतंकवाद विरोधी कानून के तहत दोषी ठहराया था।
इसी बीच जम्मू संभाग के सीमावर्ती क्षेत्रों सहित शहरभर में सुरक्षाबलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। प्रत्येक नाकों पर सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक बढ़ा दिया गया है। जम्मू के नगरोटा से लेकर सिदड़ा, पंजर्तीथी मार्ग पर विशेष रूप से जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवानों सहित सीआरपीएफ के जवानों को तैनात किया गया है। प्रदेश के सभी धार्मिक स्थलों सहित अन्य अतिसंवेदनशील स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ा दिया गया है। शहर के बीसी रोड स्थित बस स्टैंड के ईदगिर्द सादी वर्दी में खुफिया एजेंसी के जवान और अधिकारी गश्त कर हर आने-जाने वालों पर कड़ी नजर रखे हुए हैं।