Move to Jagran APP

मां वैष्णो देवी के त्रिकुटा पर्वत पर हल्का हिमपात, भक्तों के लिए प्राचीन गुफा खुली

खराब मौसम के बाद सर्दी में इजाफा हुआ है। सर्द हवाएं दिक्कतें पैदा कर रही हैं परंतु मां के जयकारे लगाते श्रद्धालु यात्रा मार्ग पर लगातार चलते नजर आ रहे हैं।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Sat, 02 Mar 2019 03:09 PM (IST)Updated: Sat, 02 Mar 2019 03:09 PM (IST)
मां वैष्णो देवी के त्रिकुटा पर्वत पर हल्का हिमपात, भक्तों के लिए प्राचीन गुफा खुली
मां वैष्णो देवी के त्रिकुटा पर्वत पर हल्का हिमपात, भक्तों के लिए प्राचीन गुफा खुली

कटड़ा, संवाद सहयोगी। मां वैष्णो देवी के त्रिकुटा पर्वतों ने एक बार फिर सफेद चादर ओढ़ ली है। मौसम ने अचानक करवट बदली दी है। कस्बे में जहां हल्की बारिश हो रही है तो वहीं भवन के इर्द-गिर्द पहाड़ों पर रूक-रूककर हल्का हिमपात हो रहा है। आज दोपहर एक बजे तक त्रिकुटा पर्वत की ऊंची चोटियों पर 3 से 4 इंच हिमपात हो चुका था। उसके बाद भवन पर भी बारिश शुरू हो गई। लगातार हो रही बारिश व खराब मौसम के बावजूद देश भर से मां वैष्णो के दर्शनों के लिए पहुंच रहे श्रद्धालुओं के उत्साह में कोई कमी नहीं है।

loksabha election banner

खराब मौसम के बाद सर्दी में इजाफा हुआ है। सर्द हवाएं दिक्कतें पैदा कर रही हैं परंतु मां के जयकारे लगाते श्रद्धालु यात्रा मार्ग पर लगातार चलते नजर आ रहे हैं। मां वैष्णो देवी के सभी मार्ग पूरी तरह से सुचारु हैं। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए श्राइन बोर्ड कर्मचारी भी मार्ग पर मुस्तैदी से तैनात हैं। वे मार्ग को पूरी तरह से साफ रख रहे हैं।

हेलीकाप्टर सेवा रही बंद

खराब मौसम के कारण कटड़ा से चलने वाली हेलीकॉप्टर सेवा पूरी तरह से बंद रही। इच्छुक श्रद्धालुओं को पैदल या फिर घोड़ा, पिट्ठू, पालकी आदि कर अपने परिजनों के साथ वैष्णो देवी भवन की ओर रवाना होना पड़ा। दूसरी ओर भवन मार्ग पर चलने वाली बैटरी कार सेवा यहां तक कि वैष्णो देवी मंदिर व भैरों घाटी के मध्य चलने वाली पैसेंजर केवल कार सुचारु रूप से चल रही है। श्रद्धालु इन दोनों सेवाओं का लाभ भी उठा रहे हैं। आपदा प्रबंधन दल के साथ श्राइन बोर्ड प्रशासन भी पूरी तरह से सतर्क हो गया है। सभी मार्गों पर आपदा प्रबंधन दल की टीमें तैनात कर रखी हैं।

श्रद्धालुओं की संख्या में भारी कमी

यात्रा में श्रद्धालुओं की भारी कमी देखने को मिल रही है। श्राइन बोर्ड ने भक्तों के दर्शनों के लिए प्राचीन गुफा को खोल रखा है। भारत व पाक के बीच बढ़ते तनाव का असर भी यात्रा पर पड़ा है। मात्र छह से सात हजार श्रद्धालु ही यात्रा पर पहुंच रहे हैं जबकि इससे पहले ये संख्या दस हजार से अधिक थी। अभी एेसी स्थित कुछ दिनों तक बनी रहने की पूरी संभावना है। व्यापारियों का कहना है कि हालात बेहतर होते ही यात्रा में बढ़ोतरी होगी। मार्च के बाद स्कूल में जारी परीक्षाएं भी समाप्त हो जाएंगी। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.