फिल्म मनमर्जियां के खिलाफ भड़का सिख समुदाय
फिल्म मनमर्जियां के खिलाफ सिख समुदाय में रोष है। कुछ दृश्य में सिखों की धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाते हुए, हाईकोर्ट में याचिका दायर की है।
जम्मू, जागरण संवाददाता। हाल ही में रिलीज हुई फिल्म मनमर्जियां के खिलाफ जम्मू कश्मीर के सिख समुदाय में रोष है। फिल्म के कुछ दृश्य में सिखों की धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाते हुए सुप्रीम सिख आर्गेनाइजेशन ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की है।
याचिका में फिल्म के हीरो अभिषेक बच्चन, हीरोइन तपसी पन्नू और फिल्म निर्देशक अनुराग कश्यप को पार्टी बनाया गया है। सुप्रीम सिख आर्गेनाइजेशन की ओर से एडवोकेट आदित्य शर्मा और एडवोकेट हरप्रीत कैंग ने याचिका दायर की। याचिका में कहा गया कि आजकल युवा फिल्मी कलाकारों को अपना आदर्श मानते हैं। अगर फिल्मों में ऐसे दृश्य दिखाए जाएंगे तो इससे युवाओं पर बुरा असर पड़ेगा।
याचिका में फिल्म पर प्रतिबंध लगाने के अलावा निर्देशक को एक करोड़ रुपये जुर्माना करने और इस राशि को केरल में राहत के लिए जमा करवाने की मांग भी की गई है।इसके अलावा इस फिल्म के खिलाफ गांधी नगर पुलिस स्टेशन में सुप्रीम सिख आर्गेनाइजेशन के खिलाफ प्रधान गुरजीत ने शिकायत भी दर्ज करवाई है।
उन्होंने अपनी लिखित शिकायत में कहा है कि फिल्म के दृश्य में सिख दंपती की गलत छवि पेश की गई है। ऐसा सिख समुदाय बिलकुल बर्दाश्त नहीं कर सकता। फिल्म के दृश्य से सिखों में गुस्सा उत्पन्न हो सकता है। उन्होंने सिखों की धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने के आरोप में फिल्म के निर्देशक अनुराग कश्यप और सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है।
उनका कहना है कि सेंसर बोर्ड को ऐसी फिल्म को रिलीज से पहले देखना चाहिए कि फिल्म की कहानी या दृश्य लोगों की भावनाओं को ठेस तो नहीं पहुंचा रही। उन्होंने इस फिल्म को सभी सिनेमा हॉल से उतारने की मांग भी की है। हालांकि अभी तक इस संदर्भ में गांधी नगर पुलिस ने आधिकारिक तौर पर मामला दर्ज नहीं किया है।
प्रतिबंध नहीं लगा तो गंभीर नतीजें
शिरोमणि अकाली दल जम्मू कश्मीर ने फिल्म के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रेस क्लब के बाहर इस प्रदर्शन का नेतृत्व दल के प्रधान दर¨वद्र ने किया। उनका कहना था कि अगर इस फिल्म पर प्रतिबंध नहीं लगाया गया तो इसके गंभीर नतीजे होंगे। प्रदर्शन में शामिल सिख समुदाय के लोगों ने फिल्म निर्देशक और इसके कलाकारों के खिलाफ नारेबाजी की।
उनका कहना था कि फिल्म के एक दृश्य में फिल्म अभिनेता अभिषेक बच्चन को सिर से पगड़ी उतार सिगरेट पीते दिखाया गया है। इस दृश्य ने सिखों की धार्मिक भावना को आहत किया है जो बर्दाश्त लायक नहीं है। सिख समुदाय ने इस फिल्म को सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की साजिश बताते हुए इसके निर्देशक, कलाकारों व निर्माता के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की।