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फैसल-इंजीनियर के मिलने से कश्मीर में नए राजनीतिक संगठन पीपुल्स फ्रंट ने लिया जन्म Kashmir News

अवामी इत्तेहाद पार्टी और जेकेपीएम में राजनीतिक मुददों पर सहमति बनाए जाने संबंधी सवाल के जवाब में शाह फैसल ने कहा कि हमने एक समन्वय समिति बनायी है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Tue, 18 Jun 2019 05:12 PM (IST)Updated: Tue, 18 Jun 2019 05:12 PM (IST)
फैसल-इंजीनियर के मिलने से कश्मीर में नए राजनीतिक संगठन पीपुल्स फ्रंट ने लिया जन्म Kashmir News
फैसल-इंजीनियर के मिलने से कश्मीर में नए राजनीतिक संगठन पीपुल्स फ्रंट ने लिया जन्म Kashmir News

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। कश्मीर के राजनीतिक मंच पर मंगलवार को एक नये संगठन का जन्म हुआ। नाम है पीपुल्स यूनाईटेड फ्रंट। नौकरशाही छोड़ रियासत की सियासत में अपना भविष्य तलाश रहे डा शाह फैसल के नेतृृत्व वाले जम्मू कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट और और पूर्व निर्दलीय विधायक इंजीनियर रशीद के संगठन अवामी इत्तेहाद पार्टी के बीच आगामी विधानसभा चुनावों के लिए हुए गठजोड़ के फैसले के बाद ही पीपुल्स फ्रंट सामने आया है।

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हालांकि शाह फैसल और पूर्व विधायक के बीच आगामी विधानसभा चुनावों के लिए किसी साझे मंच को तैयार किए जाने की खिचड़ी बीते अप्रैल माह के दौरान राज्य में संसदीय चुनावों के दौरान ही शुरु हो गई थी। लेकिन इसमें मूर्त्त रुप अब लिया है। गठजोड़ के लिए समझौते केा अंतिम रुप से देने से पूर्व दोनों नेताओं के बीच सात से आठ बैठकें हुई हैं।

आज यहां प्रैस क्लब में पत्रकारों को इंजीनियर रशीद व डाॅ शाह फैसल ने संयुक्त रुप से संबोधित करते हुए कहा कि एआईपी और जेकेपीएम अगला विधानसभा चुनाव मिलकर पीयूएफ के बैनर तले ही लड़ेंगी। इस मौके पर पीडीपी छोड़ जेकेपीएम का हिस्सा बनने वाले पूर्व मंत्री जावेद मुस्तफा मीर भी मौजूद थे। इंजीनियर रशीद ने कहा कि हमारा एजेंडा कश्मीर और कश्मीरी अवाम की बेहतरी है। लोगों को हमसे बहुत उम्मीद है। हम उन्हें नाउम्मीद नहीं करेंगे।

फैसल-इंजीनियर रशीद का गठजोड़ समय की मांग

चाडूरा विधानसभा क्षेत्र से तीन बार चुनाव जीतने वाले पूर्व मंत्री जावेद मुस्तफा मीर ने कहा कि इंजीनियर रशीद और शाह फैसल ने राज्य में मौजूदा राजनीतिक अस्थिरता और असमंजस को ध्यान में रखते हुए चुनाव पूर्व गठबंधन का फैसला किया है। यह मौजूद समय की मांग भी थी। आज रियासत के विशेष दर्जे पर हमले हो रहे हैं और यहां मौजूदा राजनीतिक दलों का कोई विश्वसनीय विकल्प नहीं था। इसलिए दोनों मिलकर राज्य में राजनीतिक शून्य को दूर करने, लोगों काे सुशासन देने और जम्मू कश्मीर व इसके अवाम के विशेष दर्जे को यकीनी बनाए रखने के लिए पीपुल्स यूनाइटेड फ्रंट को तैयार किया है। राज्य के सभी क्षेत्रों और वर्गाें के लोगोंको हम पीयूएफ के एजेंडे के साथ सहमत करने का प्रयास करेंगे।

समन्वय समिति में दोनों दलों के प्रतिनिधि शामिल

अवामी इत्तेहाद पार्टी और जेकेपीएम में राजनीतिक मुददों पर सहमति बनाए जाने संबंधी सवाल के जवाब में शाह फैसल ने कहा कि हमने एक समन्वय समिति बनायी है। इसमें दोनों दलों के प्रतिनिधि शामिल हैं। जावेद मुस्तफा मीर इस समिति के अध्यक्ष हैं। शाह फैसल ने कहा कि यह फ्रंट पूरी तरह समावेशी है और सभी लाेगों केा न्याय और समान अवसर प्रदान करने के लिए है। आने वाले समय में इतिहास में यह बात दर्ज होगी जब हमारी रियासत अपने अस्तित्व के लिए लड़ रही थी तो कुछ लोग आपस में बंटे नहीं। उन्होंने एकजुट होकर इसके वजूद के लिए लड़ा। हम यहां किसी के पुनर्वास के लिए नहीं हैं, हमने इस रियासत के अवाम की बेहतरी के लिए, अवाम के लिए कुछ करने की खातिर ही अपना कैरियर छोड़ा है। मैं नौकरशाही में था, इंजीनियर रशीद साहब ने भी रियासत की सियासत में आने के लिए नौकरी छोड़ी है। हमारा यह फ्रंट शुरुआत है, जल्द ही यह पूरी रियासत में लोगों को अपने साथ लेकर आगे बढ़ रहा होगा।

हम लोगों को प्रतिबद्ध सरकार देंगे

इंजीनियर रशीद ने कहा कि मैं यहां लोगों को यकीन दिलाता हूं कि हम उन्हें एक निष्पक्ष, कर्मठ,समर्थ और राज्य के हितों के लिए प्रतिबद्ध सरकार देंगे जो यहां के लोगों की रानीतिक सामाजिक व आर्थिक आकांक्षाओं को पूरा करेगी। जम्मू कश्मीर के मसले के राजनीतिक हल के लिए हर संभव प्रयास करेंगे शाह फैसल ने कहा कि रियासत के लोगों से जो कुछ केंद्र ने लिया है, हम उसकी वापसी के लिए लड़ेंगे। हम एलओसी के आर-पार सभी रास्ते बहाल करने, जम्मू कश्मीर व गुलाम कश्मीर के बीच शिक्षा-स्वास्थ्य-पर्यटन- समेत विभिन्न गतिविधियों में आदान-पदान को यकीनी बनाने के लिए काम करेंगे और यही हमारा मकसद हैप्। रियासत की विशेष पहचान और अनुच्छेद 370 का संरक्षण किया जाएगा।

कश्मीरियों को बुनियादी-सियासी हक से महरूम न करे केंद्र

राज्य में जल्द चुनाव कराए जाने की मांग करते हुए शाह फैसल और इंजीनियर रशीद ने कहा कि हम केंद्र सरकार से आग्रह करते हैं कि खुदा के वास्ते कश्मीरियों को उनके बुनियादी और सियासी हक से महरुम न किया जाए। रियासत में जल्द से जल्द एसेंबली के चुनाव कराए जाएं। हमें और बहाने मत सुनाएं। इंजीनियर रशीद ने इस मौके पर दो नारे भी दिए, जम्मू-कश्मीर की मजबूरी है, पीयूएफ जरुरी है, तख्त बदल दो ताज बदल दो बेइमानों का राज बदल दो। 

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