Move to Jagran APP

Jammu Kashmir : GA Mir से सुरक्षा छीनी गई, Srinagar से जम्मू पहुंचते ही Bullet Proof वाहन ड्राइवर समेत वापस

प्रदेश कांग्रेस कमेटी जम्मू कश्मीर के प्रधान जीए मीर से सुरक्षा छीन ली गई है। मीर जैसे श्रीनगर से प्रचार के लिए जम्मू पहुंचे तो उनसे बुलेट प्रुफ गाड़ी को स्कारपियो को ड्राइवर समेत वापिस ले लिया गया।

By VikasEdited By: Published: Wed, 09 Dec 2020 09:29 PM (IST)Updated: Wed, 09 Dec 2020 09:29 PM (IST)
Jammu Kashmir : GA Mir से सुरक्षा छीनी गई, Srinagar से जम्मू पहुंचते ही Bullet Proof वाहन ड्राइवर समेत वापस
प्रदेश कांग्रेस कमेटी जम्मू कश्मीर के प्रधान जीए मीर।

जम्मू, राज्य ब्यूरो । प्रदेश कांग्रेस कमेटी जम्मू कश्मीर के प्रधान जीए मीर से सुरक्षा छीन ली गई है। मीर जैसे श्रीनगर से प्रचार के लिए जम्मू पहुंचे तो उनसे बुलेट प्रुफ गाड़ी स्कारपियो को ड्राइवर समेत वापिस ले लिया गया। इस समय जम्मू कश्मीर में जिला विकास परिषद के चुनावों के साथ पंचायतों के उपचुनाव हो रहे है। मीर बुधवार को पार्टी की प्रभारी रजनी पाटिल के साथ बिश्नाह और कठुआ गए हुए थे।

loksabha election banner

हालांकि पिछले दिनों सरकार ने यह स्पष्ट किया था कि विपक्षी नेताओं सहित उम्मीदवारों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त प्रबंध किए गए है और सुरक्षा दी जा रही है। मीर ने स्वयं इसका खुलासा करते हुए कहा कि एक राष्ट्रीय पार्टी के प्रदेश प्रधान के पास सिवाए एक पीएसओ के कोई सुरक्षा नहीं है। कश्मीर में सुरक्षा वाहन दिया गया था लेकिन जम्मू में इसे क्यों वापिस ले लिया गया, इस बारे कोई जानकारी नहीं दी गई है। हमने इस मामले को पहले भी उठाया है लेकिन कुछ नहीं हुआ। पहले सुरक्षा वाहन के साथ स्कार्ट वाहन भी होता था जिसे काफी समय पहले वापिस लिया गया था। इस बीच जम्मू कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने प्रदेश प्रधान जीए मीर का सुरक्षा वाहन वापिस लिए जाने पर गहरी चिंता जताते हुए चुनाव में सरकार की कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लगाया है।

पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रविंद्र शर्मा ने कहा कि जम्मू कश्मीर में इस समय जिला विकास परिषद चुनाव, पंचायत उपचुनाव चर रहे है और ऐसे समय में प्रदेश प्रधान का सुरक्षा वाहन वापिस लिया जाना सरकार के रवैये को दर्शाता है। ऐसा लगता है कि विपक्ष को प्रचार करने से रोकने के लिए ही ऐसा किया जा रहा है। चुनावों में विपक्षी नेताओं को सुरक्षा उपलब्ध करवाने के दावे खोखले साबित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की जम्मू कश्मीर मामलों की प्रभारी रजनी पाटिल को जम्मू में दौरे के दौरान सुरक्षा नहीं दी गई। मात्र एक पीएसओ दिया गया। चुनाव आयोग प्रमुख नेताओं को सुरक्षा देने में नाकाम रहा है। शर्मा ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से अपील की कि वह चुनावी सुरक्षा के सिस्टम में पारदर्शिता लाई जाए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.