Ayodhya Verdict: जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी, अतिसंवेदनशील इलाकों में पाबंदियां लागू
कश्मीर घाटी के अतिसंवेदनशील इलाकों में भी पाबंदियां लागू करते हुए सुरक्षाबलों की संख्या बढ़ाई गई है ताकि राष्ट्रविरोधी तत्व अशांति न फैला सकें।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। अयोध्या मामले में फैसले से पहले ही केंद्र शासित जम्मू-कश्मीर में बीती रात से ही सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा कर दिया गया है। फैसला आने के बाद प्रशासन ने सख्ती को और बढ़ा दिया। हालांकि जिला प्रशासनों के आदेश पर हर जिले में स्कूल और कालेजों को पहले से ही बंद रखने के आदेश दिए गए थे। धारा 144 भी लागू की है। जम्मू संभाग के अधिकतर जिले बंद हैं। जम्मू में मिनी बसें सड़कों पर नहीं चल रही। पुलिस और सुरक्षाबलों ने शहर के कई इलाकों में तारें लगाकर मार्ग बंद किए हैं। दुकानें भी बंद हैं। तवी पुल, फ्लाई ओवर पर विशेष नाके स्थापित किए गए हैं। कश्मीर घाटी के अतिसंवेदनशील इलाकों में भी पाबंदियां लागू करते हुए सुरक्षाबलों की संख्या बढ़ाई गई है ताकि राष्ट्रविरोधी तत्व अशांति न फैला सकें।
अयोध्या मामले का फैसला आने के बाद जम्मू व श्रीनगर संभाग में सुरक्षा व्यवस्था और भी कड़ी कर दी गई है। यही नहीं सीमावर्ती क्षेत्रों में भी कड़ी चौकसी बरती जा रही है ताकि पाकिस्तान अपने नापाक इरादों को अंजाम न दे पाएं। अलबत्ता जम्मू शहर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच श्री गुरू नानक देव जी के 550वें प्रकाशोत्सव के उपलक्ष्य पर नगर कीर्तन निकाला जा रहा है। जिला प्रशासन और गुरूद्वारा प्रबंधक बोर्ड के बीच पहले ही नगर कीर्तन की तिथि तय की गई थी इसलिए नगर कीर्तन निर्धारित समय पर सुबह 10 बजे शुरू हुआ।
पुलिस ने शहर के बाहर वाले इलाकों पर नाके लगाकर कड़ी चौकसी की है और जरूरी कामकाज के सिलसिले में आने वाले लोगों को ही आने की इजाजत दी जा रही है। कई लोगों को वापिस लौटाया गया है। सरकारी कार्यालयों में उपस्थिति काफी कम रही। कई केंद्रीय और विश्व विद्यालय संस्थान वैसे भी शनिवार को अवकाश के कारण बंद हैं। शहर के संवेदनशील इलाकों में पुलिस के अलावा अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है। शहर में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति शांत बनी हुई है। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर स्थिति का जायजा ले रहे हैं।