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शाम के बाद नहीं देख पाते रेलवे स्टेशन के सीसीटीवी

दिनेश महाजन, जम्मू देश के मॉडल रेलवे स्टेशनों में शुमार जम्मू रेलवे स्टेशन की सुरक्षा

By JagranEdited By: Published: Sun, 25 Nov 2018 06:00 AM (IST)Updated: Sun, 25 Nov 2018 06:00 AM (IST)
शाम के बाद नहीं देख पाते रेलवे स्टेशन के सीसीटीवी
शाम के बाद नहीं देख पाते रेलवे स्टेशन के सीसीटीवी

दिनेश महाजन, जम्मू

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देश के मॉडल रेलवे स्टेशनों में शुमार जम्मू रेलवे स्टेशन की सुरक्षा राम भरोसे है, यह कहना गलत नहीं होगा। रेलवे स्टेशन पर करीब दो दशक पूर्व सुरक्षा कारणों से सोलह सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। समय के साथ रेलवे स्टेशन का दायर बढ़ता गया, लेकिन उस हिसाब से पर्याप्त सुरक्षा उपकरण नहीं लग पाए हैं। यहां लगे सभी सोलह सीसीटीवी पुरानी तकनीक के हैं। यह कैमरे केवल एक ही स्थान पर फोकस करते हैं, इनमें रोटेट करने की सुविधा नहीं है। इसके अलावा इन कैमरों में नाइट विजन डिवाइस भी नहीं लगे हैं। शाम होते ही रोशनी कम होने पर यह कैमरे काम करना बंद कर देते हैं। स्टेशन परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरे केवल प्लेटफार्म तक ही सीमित हैं। पार्किग स्लाट, बस स्टैंड, ऑटो स्टैंड, मुख्य बाजार, अधिकारियों के कार्यालय, यार्ड, सिक लाइन, मुख्य प्रवेश द्वारों जैसे अहम स्थलों में कैमरे नहीं लगे हैं। इसी प्रकार रेलवे स्टेशन के दोनों प्रवेश द्वारों पर लगी स्कैनिंग मशीन भी आए दिन बंद होती है। स्टेशन में लगी तीन स्कैनिंग मशीनों को राज्य गृह विभाग ने जीआरपी को दी है, जिनमें से दो यात्रियों के प्लेटफार्म की ओर जाने वाले द्वार, एक मशीन पार्सल गुड्स में लगी है। स्कैनिंग मशीन के बंद होने के बाद उसकी मरम्मत के लिए दूसरे राज्यों से इंजीनियरों को बुलाया जाता है, जिनमें लंबा समय लग जाता है। ऐसे में जम्मू रेलवे स्टेशन की सुरक्षा में आसानी से सेंध लग सकती है।

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-स्टेशन पर घुसने के कई रास्ते

सुरक्षा के लिहाज से अति संवेदनशील जम्मू रेलवे स्टेशन के काफी हिस्से में चारदीवारी के बजाए कंटीले तार ही लगाए गए हैं। तारबंदी को काट कर कई ऐसे रास्ते हैं, जहां से रेलवे स्टेशन में घुसा जा सकता है। सबसे बुरा हाल रेलवे स्टेशन का इंडियन ऑयल डिपो की ओर जाने वाला मार्ग है। यहां रेलवे का गुड्स गोदाम तथा सिक लाइन है। करीब एक किलोमीटर लंबी बाउंड्री लगभग खुली हुई है। इसी प्रकार वाशिंग लाइन से लेकर प्लेटफार्म तक से अंदर घुसा जा सकता है। प्लेटफार्म के खत्म होते ही दोनों तरफ आउटर पर कोई रोक टोक नहीं है। इसी प्रकार जम्मू रेलवे के आउटर गेट से बाहर आते ही खड्ड पर छोटी सी पुली बनी हुई है। यह खड्ड सभी ओर से खुली है और कोई भी वहां से प्रवेश कर सकता है।

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-भेजा है प्रस्ताव

रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स के वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि जम्मू रेलवे स्टेशन में नए सीसीटीवी कैमरे तथा अन्य सुरक्षा उपकरण लगने के लिए कई बार प्रस्ताव भेजा है। उक्त प्रस्ताव रेलवे के सिग्नल एंड ट्रैफिक विभाग के पास लंबित पड़ा हुआ है। जैसे ही उन्हें नए सीसीटीवी कैमरे तथा अन्य सुरक्षा उपकरण मिल जाएंगे, उनका प्रयोग रेलवे स्टेशन में सुरक्षा को पुख्ता करने में किया जाएगा।

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-दो बार हो चुके आतंकी हमले

जम्मू रेलवे स्टेशन सुरक्षा के लिहाज से हमेशा ही संवेदनशील रहा है। वर्ष 2001 तथा दो जनवरी 2004 में आतंकी दो बार जम्मू रेलवे स्टेशन में हमला कर चुके हैं।

-------- -जल्द होगा जम्मू रेलवे स्टेशन का कायाकल्प

फिरोजपुर डिवीजन के डिवीजनल रेलवे मैनेजर विवेक कुमार का कहना है कि जम्मू रेलवे स्टेशन के ढांचे को मजबूत करने के साथ उसकी सुरक्षा को पुख्ता करने के लिए धनराशि मंजूर हो गई है। इस धनराशि से रेलवे स्टेशन में चारदीवारी बनाई जाएगी। इसके अलावा सुरक्षा उपकरणों की खरीद के लिए भी धनराशि उपलब्ध हो रही है।


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