Militancy in Kashmir: आतंकियों के देखे जाने के बाद दक्षिण और उत्तरी कश्मीर के पांच गांवों में चला सर्च ऑपरेशन
सेना का कहना है कि यह अभियान सुबह से जारी है आैर अभी तक तलाश में किसी आतंकवादी की मौजूदगी की पुष्टि नहीं हुइ है। अभियान जल्द ही समाप्त कर दिया जाएगा।
श्रीनगर, जेएनएन। आतंकवादियों के देखे जाने की सूचना पर सुरक्षाबलों ने दक्षिण और उत्तरी कश्मीर में बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन चलाया हुआ है। ये अभियान पांच गांवों में चल रहा है। इनमें शोपियां के तीन गांव भी शामिल हैं। सेना की 44 राष्ट्रीय राइफल्स और सीआरपीएफ की 178 बटालियन और एसओजी के जवान शोपियां के तीन गांवों जबकि उत्तरी कश्मीर में सेना की 13 आरआर, बीएसएफ की 45 बटालियन और जम्मू-कश्मीर पुलिस के एसओजी के जवान अभियान चलाए हुए हैं। अभी तक कहीं से भी आतंकी मुठभेड़ की सूचना नहीं है।
सुरक्षाबलों से अभी तक मिली जानकारी के अनुसार विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर ही सुबह ये सर्च ऑपरेशन शुरू किए गए थे। सुरक्षाबलों के सुयक्त दलों ने सभी इलाकों की घेराबंदी करने के बाद घर-घर की तलाशी ली। अभी तक किसी आतंकी के देखे जाने या फिर इलाके में मौजूदगी की पुष्टि नहीं हुई है। सूत्रों ने बताया कि दक्षिण कश्मीर के शोपियां के जिन तीन गांवों में यह अभियान चला रहा है उनमें चेक चोलन, ट्रेंज और सुगन शामिल हैं। अभी तक मिली जानकारी के अनुसार यहां आतंकी की मौजूदगी की पुष्टि नहीं हुई है। ये अभियान अब समाप्ति की ओर है। आपको जानकारी हो कि 10 जून को शोपियां जिले के सुगन इलाके में पांच स्थानीय आतंकवादी मारे गए थे। आज जब यहां एक बार फिर आतंकियों की मौजूदगी खबर मिली तो सुरक्षाबलों ने इसे गंभीरता से लेते हुए यह अभियान चलाया।
वहीं यारीपोरा कुलगाम के पीरबल इलाके में भी तलाशी अभियान चलाया गया। यहां सुरक्षाबलों ने घर-घर की तलाशी ली और लोगों के पहचान पत्र की जांच की। इसके अलावा उत्तरी कश्मीर के जिला बांडीपोरा के सुंबल इलाके सोदन्नारा गांव में भी सेना की 13 आरआर, बीएसएफ की 45 बटालियन ने तलाशी अभियान चलाया हुआ है। यहां भी अभी तक आतंकवादियों की मौजूदकी की कोई सूचना नहीं है। सैन्य सूत्रों का कहना है कि यहां तलाशी अभियान पूरा हो चुका है और अब जवान वापस अपनी यूनिटों में लौट गए हैं।
सैन्य सूत्राें ने बताया कि लोगों की सूचना के आधार पर ही सुरक्षाबल इस तरह के तलाशी अभियान चलाती है। अभियान के दौरान आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ होती है और इस दौरान आतंकवादियों को मार गिराया जाता है। आज जिन पांच गांवों में तलाशी अभियान चलाया गया, वहां कभी भी आतंकवादियों की मौजूदगी की पुष्टि नहीं हुई है।