किश्तवाड़ मेंं 24 से अधिक ओजीडब्ल्यू गिरफ्त में, सुरक्षाबलों के बढ़ते दबाव के चलते 90 फीसद ओजीडब्ल्यू गायब
सूत्रों के अनुसार सुरक्षाबलों के हाथ ऐसे सुराग लगे हैं जिसकी बदौलत फरार आतंकी जल्द गिरफ्त में होंगे। पूरे ऑपरेशन को गुप्त तरीके से चलाया जा रहा है।
किश्तवाड़, बलवीर सिंह जम्वाल : संवेदनशील किश्तवाड़ में दोबारा बोये जा रहे आतंकवाद के बीज को जड़ से उखाडऩे के लिए 'मिशन किश्तवाड़' शुरू हो चुका है। वीरवार को भी सेना और पुलिस के संयुक्त अभियान में कई जगहों पर छापेमारी की गई। सुबह से रात तक जारी रही छापेमारी में 24 से अधिक संदिग्धों को हिरासत में ले लिया गया। सुरक्षा एजेंसियां इनसे पूछताछ कर रही हैं। कई सुराग भी हाथ लगे हैं। छापेमारी अभियान के चलते क्षेत्र में सक्रिय 90 फीसद ओवरग्राउंड वर्कर भूमिगत हो गए हैं।
अलबत्ता, पूरे शहर को सुरक्षा घेरे में ले लिया है। नाके भी बढ़ा दिए हैं। बुधवार को हिरासत में लिए 12 से अधिक ओजीडब्ल्यू से मिले सुराग के आधार पर वीरवार को भी किश्तवाड़ शहर व आसपास के क्षेत्रों में पुलिस और सेना के जवानों ने तलाशी अभियान छेड़ा। 24 से अधिक संदिग्धों को अलग-अलग जगहों पर काबू किया। सभी का किसी न किसी आतंकी मामले में हाथ रहा है।
सूत्रों के अनुसार सुरक्षाबलों के हाथ ऐसे सुराग लगे हैं जिसकी बदौलत फरार आतंकी जल्द गिरफ्त में होंगे। पूरे ऑपरेशन को गुप्त तरीके से चलाया जा रहा है। गत शुक्रवार को पीडीपी नेता शेख नासिर हुसैन घर में घुसकर उनके अंगरक्षक की राइफल छीनने के बाद आतंकियों का सुराग नहीं है, लेकिन सुरक्षाबलों के बढ़ते दबाव के चलते इस वारदात में संलिप्त आतंकवादियों में खलबली मची है।
सकते में थी एजेंसियां : किश्तवाड़ शहर में एक के एक कई आतंकी वारदातें होने के बाद प्रशासन से लेकर सुरक्षा एजेंसियां भी सकते में थी। एजेंसियों की मानें तो आतंकी किश्तवाड़ में फिर से सिर उठाने के लिए बीच-बीच में वारदातें कर दहशत बढ़ा रहे हैं। 370 हटाने के बाद अतिरिक्त सुरक्षाबल किश्तवाड़ में भेजने के बाद राइफल छीनने की वारदात ने सवाल खड़े कर दिए थे।
सभी का तालमेल : पूरे अभियान पर डीआइजी भीम सेना टूटी के अलावा राष्ट्रीय जांच एजेंसी व अन्य खुफिया एजेंसियों के अधिकारियों की नजर है। सभी तालमेल से काम कर रहे हैं। आइजीपी मुकेश सिंह ने
सुरक्षाबलों ने पहाड़ी क्षेत्र घेरे : कश्मीर में सुरक्षाबलों के बढ़ते दबाव के कारण साथ सटे किश्तवाड़ में आतंकी भाग कर घुस न पाए इसके लिए पूरी पहाड़ी क्षेत्र को सुरक्षाबलों ने हुआ है।