शहर में 34 चौराहों पर लगे थे सीसीटीवी, 33 की आंखें बंद
दिनेश महाजन, जम्मू गणतंत्र दिवस पर सुरक्षा चाक-चौबंद रखने, अतिरिक्त सतर्कता बरतने के स्कूल संचाल
दिनेश महाजन, जम्मू
गणतंत्र दिवस पर सुरक्षा चाक-चौबंद रखने, अतिरिक्त सतर्कता बरतने के स्कूल संचालकों को भी अलर्ट रहने के निर्देशों की उन्हीं का पुलिस महकमा अनदेखी कर रहा है। संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने के लिए पुलिस द्वारा लगाए और अब कंडम हो गए सीसीटीवी कैमरे इसकी गवाही दे रहे हैं। पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को भी इसकी पूरी जानकारी है, लेकिन वे इस ओर कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे। शहर के व्यस्त चौक-चौराहों में संदिग्ध व्यक्तियों व गतिविधियों पर नजर रखने के लिए लगे सीसीटीवी कैमरे खराब हो गए हैं। ऐसे में कभी भी शहर की सुरक्षा में शरारती एवं आतंकी संगठन सेंध लगा सकते हैं। गणतंत्र दिवस नजदीक होने के चलते सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क रहने को कहा गया है। सुरक्षा को पुख्ता बनाने के लिए सीसीटीवी कैमरे अहम भूमिका निभाते हैं। हैरान करने वाली बात यह है कि आतंकवाद प्रभावित जम्मू शहर में लगे सीसीटीवी कैमरे लंब समय से खराब होकर बंद पड़े हैं। पुलिस मुख्यालय शहर में नए सीसीटीवी कैमरे लगाने का दावा तो करता है, लेकिन लगेंगे कब तक इस प्रश्न का उत्तर पुलिस अधिकारी नहीं दे पा रहे। जम्मू संभाग के विभिन्न जिलों में 190 सीसीटीवी कैमरे लगाने की घोषणा हुई थी। इन कैमरों की खरीद का खर्चा केंद्रीय गृह विभाग को उठाना था। इस योजना के तहत जम्मू जिले में 82, कठुआ राष्ट्रीय राजमार्ग पर 28, सांबा में 14 कैमरे लगाए जाने थे। ---------
-सिर्फ एक सीसीटीवी कैमरा चल रहा
वर्ष 2010 में शहर के कुल 34 चौक चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए थे। इनमें परेड ग्राउंड, शालीमार चौक, बिक्रम चौक, विवेकानंद चौक, रिहाड़ी चौक, विजीलेंस रोटरी, इंद्रा चौक, ज्यूल चौक, डोगरा चौक, विवेकानंद चौक, गुज्जर नगर शामिल है। शहर में जो कैमरे लगे भी हैं, उनमें नाइट विजन डिवाइस नहीं लगा है। इससे कम रोशनी में यह कमरे काम नहीं कर पाते। गाड़ियों की रोशनी के आगे भी यह कैमरे दम तोड़ देते हैं। जिस कंपनी से पुलिस विभाग ने कैमरे खरीदे थे, उसकी मरम्मत के बारे में कोई समझौता नहीं हुआ था। यही वजह है कि इन कैमरों की मरम्मत पुलिस विभाग के लिए सरदर्द का कारण बन गई। धीरे-धीरे सभी कैमरे बंद हो गए। अब आलम यह है कि परेड चौक में लगे कैमरे को छोड़ कर कोई भी कैमरा काम नहीं कर रहा।
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-पीसीआर से संचालित होते हैं कैमरे
शहर के विभिन्न चौक चौराहों में लगे क्लोज सर्किट टेलीविजन कैमरे (सीसीटीवी) का संचालन परेड स्थित पुलिस कंट्रोल रूम (पीसीआर) से हो रहा था। पीसीआर में बाकायदा एक आधुनिक संचालन केंद्र स्थापित किया गया है। सभी चौकों में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को इस संचालन केंद्र से देखा जाता है। संचालन केंद्र में बैठे पुलिस कर्मी जब कोई संदिग्ध गतिविधि या व्यक्ति को देखते हैं तो उसके बारे में तुरंत वहां तैनात फ्लाइंग स्क्वाड को सूचित कर देते हैं। इसके अलावा वारदात के बाद सुबूत जुटाने में भी यह कैमरे मददगार साबित होता है।
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-पीएचक्यू लगा रहा नए सीसीटीवी कैमरे
जम्मू कठुआ रेंज के डीआइजी विवेक गुप्ता का कहना है कि जम्मू जिले के अलावा लखनपुर से श्रीनगर हाईवे पर नए सीसीटीवी कैमरे लगाने की परियोजना को मंजूरी मिल गई है। इस पर पुलिस मुख्यालय (पीएचक्यू) काम कर रहा है। उम्मीद है जल्द ही इस बाबत काम पूरा हो जाएगा और सीसीटीवी कैमरे लगाने का काम शुरू होगा।
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-ग्रेनेड हमलों में पुलिस के हाथ खाली
शहर के मुख्य बस स्टैंड में गत सात माह के भीतर हुए दो ग्रेनेड हमलों में जम्मू पुलिस के हाथ खाली हैं। जानकारों का कहना है कि यदि बस स्टैंड जैसे संवेदनशील स्थल के भीतर या आसपास सीसीटीवी कैमरे लगे होते तो पुलिस को इसकी जानकारी मिल सकती थी।