पीएम के जम्मू दौरे को लेकर सुरक्षा एजेंसियां सतर्क, विरोध में लालचौक चलो का आह्वान
मोदी राज्य के दौरे पर आ रहे हैं इसलिए जेआरएल ने लोगों से लालचौक का रुख करने का आह्वान किया। साथ ही 21 मई को वादी में हड़ताल का भी आह्वान किया है।
जम्मू, जागरण संवाददाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 18 मई के जम्मू दौरे को लेकर सुरक्षा एजेंसियां चौकन्नी हैं। एजेंसियों ने मिलकर प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के आयोजन स्थल शेर-ए-कश्मीर यूनिवर्सिटी चट्ठा तथा जम्मू विश्वविद्यालय के जोरावर सभागार को सुरक्षा घेरे में ले लिया है। जल्द दिल्ली से प्रधानमंत्री की सुरक्षा में तैनात होने वाले एनएसजी कमांडो जम्मू पहुंच जाएंगे।
प्रधानमंत्री की सुरक्षा का पहला घेरा एनएसजी कमांडो संभालते है। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के आयोजन स्थलों पर पुलिसकर्मियों ने मेटल डिटेक्टर लगाकर सील कर दिया है। केवल उन्हीं लोगों को इन इमारतों के भीतर जाने की इजाजत दी जा रही है जो वहां ड्यूटी पर तैनात हैं। सभी कर्मचारियों को पुलिस से विशेष पहचान पत्र जारी किए है। ताकि सुरक्षा में किसी प्रकार की चूक न हो। कार्यक्रम स्थल पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं।
पुलिस महानिदेशक एसपी वैद ने मंगलवार को विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों के साथ बैठक कर प्रधानमंत्री के दौरे पर शांतिपूर्वक ढंग से संपन्न करने के लिए रणनीति तैयार की। वहीं, पाकिस्तान की ओर से सांबा तथा कठुआ सेक्टर में घुसपैठ के प्रयास के मद्देनजर सुरक्षाबल सतर्क हो गए है। जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर पुलिस के अलावा सेना संयुक्त नाके लगा कर वाहनों की तलाशी ले रही है।
मोदी के विरोध में 19 को लालचौक चलो का आह्वान
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्य के दौरे पर आ रहे हैं। इसलिए अलगाववादी संगठनों के साझा मंच ज्वाइंट रेजिस्टेंस लीडरशिप (जेआरएल) ने 19 मई को लोगों से लालचौक का रुख करने का आह्वान किया है। साथ ही 21 मई को वादी में हड़ताल का भी आह्वान किया है।
जेआरएल के अनुसार लोग उनकी आमद का विरोध जताने के लिए लालचौक पहुंचकर प्रदर्शन करेंगे। 21 को ही मीरवाइज मौलवी फारूक व हुरिंयत कांफ्रेंस के वरिष्ठ नेता प्रोफेसर अब्दुल गनी लोन की पुण्यतिथि पर हड़ताल का भी आह्वान किया है। संगठन उस दिन श्रीनगर के ईदगाह इलाके में रैली भी करेगा।