Jammu: अनुसूचित जाति-जनजाति के विद्यार्थियों का सचिवालय घेराव का प्रयास, तीन साल से नहीं मिली स्काॅलरशिप
जम्मू संभाग के विभिन्न जिलों से ये विद्यार्थी अपनी परेशानियों को लेकर यहां पहुंचे हुए थे। एससी-एसटी-ओबीसी स्टूडेंट फेडरेशन के बैनर तले सुबह 10 बजे से ये विद्यार्थी परेड चौक में एकत्र होना शुरू हो गए थे। प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व सामाजिक कार्यकर्ता विकास भदौरिया और अजय लखौत्रा कर रहे थे।
जम्मू, जेएनएन। पिछले तीन सालों से स्कॉलरशिप मिलने का इंतजार कर रहे अनुसूचित जाति-जनजाति के विद्यार्थियों ने आज वीरवार को सचिवालय की ओर कूच किया। सरकार के कानों तक अपनी आवाज पहुंचाने के लिए परेड चौक से सचिवालय की ओर बढ़ रहे इन विद्यार्थियों को वहां मौजूद पुलिस जवानों वहीं रोक दिया। पुलिस अधिकारियों ने इस बात का विश्वास दिलाया कि वह उनकी बात प्रशासन तक पहुंचाएंगे। इस पर प्रदर्शन कर रहे विद्यार्थियों ने इस चेतावनी के साथ प्रदर्शन समाप्त किया कि यदि जल्द ही उन्हें स्काॅलरशिप नहीं मिली तो वे आंदोलन को तेज करेंगे।
जम्मू संभाग के विभिन्न जिलों से ये विद्यार्थी अपनी परेशानियों को लेकर यहां पहुंचे हुए थे। एससी-एसटी-ओबीसी स्टूडेंट फेडरेशन के बैनर तले सुबह 10 बजे से ये विद्यार्थी परेड चौक में एकत्र होना शुरू हो गए थे। प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व सामाजिक कार्यकर्ता विकास भदौरिया और अजय लखौत्रा कर रहे थे।
विकास भदौरिया ने बताया कि पिछले तीन साल से ये छात्र स्कॉलरशिप को लेकर सोशल वेलफेयर विभाग के चक्कर लगा रहे हैं। प्रशासन के समक्ष भी कई बार वे गुहार लगा चुके हैं परंतु कोई सुनवाई नहीं हुई। विभागीय अनदेखी की शिकायत उपराज्यपाल सचिवालय से भी की गई परंतु उनकी परेशानियों को हल करने के लिए कोई कदम नहीं उठाए गए। वहीं अजय लखौत्रा ने कहा कि ऐसा कोई पहली बार नहीं हुआ है। जम्मू-कश्मीर में अनुसूचित जाति-जनजाति, ओबीसी, पहाड़ी समेत अन्य आरक्षित विद्यार्थियों के साथ इसी तरह का भेदभाव होता आ रहा है। दो सप्ताह पहले विद्यार्थियों ने डिवीजनल कमिश्नर जम्मू को भी अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा था परंतु उन्होंने भी इसे गंभीरता से नहीं लिया।
सरकारी की उदासीनता से परेशान होकर आज विद्यार्थियों को सड़कों पर उतरने को मजबूर होना पड़ा। सरकार विरोधी नारे लगाते हुए जैसे ही विद्यार्थियों ने सचिवालय की ओर बढ़ना शुरू किया, वहां मौजूद पुलिस जवानों ने उन्हें आगे बढ़ने से रोक दिया। गुस्साए विद्यार्थियों ने करीब आधे घंटे तक सड़क पर ही धरना देकर प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कोरोना महामारी व कालेजों में दाखिले शुरू होने के कारण विद्यार्थियों को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है।इस दौरान पुलिस अधिकारियों के आग्रह पर विद्यार्थियों ने इस चेतावनी के साथ अपना प्रदर्शन समाप्त किया कि यदि जल्द ही उनकी स्कॉलरशिप जारी नहीं हुई तो वे आंदोलन को तेज करेंगे।