सरपंच अजय पंडिता हत्या: अब कश्मीर में अल्पसंख्यकों की नए सिरे सुरक्षा की तैयारी
कश्मीर में एक सरपंच की हत्या के बाद प्रशासन ने सभी पंचायत प्रतिनिधियों व कॉरपोरेटरों के अलावा अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को सुनिश्चित बनाने की नए सिरे से कवायद शुरू कर दी
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। कश्मीर में एक सरपंच की हत्या के बाद प्रशासन ने सभी पंचायत प्रतिनिधियों व कॉरपोरेटरों के अलावा अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को सुनिश्चित बनाने की नए सिरे से कवायद शुरू कर दी है। पुलिस के सुरक्षा और खुफिया ¨वग को विभिन्न इलाकों में आतंकियों की गतिविधियों और वहां रहने वाले राजनीतिक नेताओं व कार्यकर्ताओं पर आतंकी हमले के खतरे के आकलन की रिपोर्ट जमा कराने को कहा गया है। सभी थाना प्रभारियों को अपने कार्याधिकार क्षेत्र में गश्त बढ़ाने और शरारती तत्वों की कड़ी निगरानी करने का निर्देश दिया गया है।
जम्मू कश्मीर पुलिस और प्रदेश गृह विभाग से जुड़े सूत्रों के अनुसार, उपराज्यपाल जीसी मुर्मू ने सरपंच की हत्या का कड़ा नोटिस लेते हुए प्रशासन को भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने का निर्देश दिया है। उन्होंने इस बात का भी नोटिस लिया है कि सरपंच ने अपनी सुरक्षा के लिए आग्रह किया था, लेकिन सुरक्षा कवच नहीं मिला।
सूत्रों ने बताया कि मंगलवार को पुलिस के आला अधिकारियों की एक बैठक हुई है। इसमें सीआरपीएफ के अलावा खुफिया विंग के अधिकारी भी शामिल हुए।
जानकारी हो कि अनंतनाग के लोकबवन में आतंकियों का निशाना बने कश्मीरी पंडित सरपंच अजय कुमार भारती का मंगलवार को जम्मू के शक्ति नगर शमशान घाट में अंतिम संस्कार हुआ। अजय भारती का पार्थिव शरीर मंगलवार सुबह ही कश्मीर से उनके जम्मू में सरवाल स्थित आवास पहुंचा था जहां काफी संख्या में लोग उनके अंतिम दर्शनों के लिए पहले से ही पहुंचे हुए थे। जैसे ही शव को एंबुलेंस से उतार कर उनके सरवाल स्थित आवास में ले जाया गया तो वहां पर भारत माता की जय और अजय भारती अमर रहे के नारे गूंजने लगे।
अजय भारती अनंतनाग के लोकबवन पंचायत के सरपंच थे और साेमवार शाम को आतंकियों ने उनके घर के बाहर ही गोली मार कर हत्या कर दी थी। मंगलवार सुबह सरपंच का तिरंगे में लिपटा शव उनके जम्मू स्थित सरवाल में उनके घर पहुंचा तो वहां पर हर तरफ भारत माता के नारे गूंजने लगे। इस दौरान कश्मीरी पंडित समुदाय के अलावा स्थानीय लोग भी वहां पहुंच चुके थे और उनमें आतंकियों के प्रति काफी गुस्सा और रोष देखने को मिला। उनका कहना था कि पाकिस्तान के इशारे पर कश्मीर में खून की होली खेली जा रही है। नब्बे के दशक में कश्मीरी समुदाय के लोगों का कश्मीर में नरसंहार होना शुरू हुए थे और आज भी वहां पर हिंदू सुरक्षित नहीं है।
सरपंच अजय भारती का अंतिम संस्कार शक्ति नगर शमशान घाट में किया गया। सरपंच अजय भारती की दो बेटियां है जिनमें एक देहरादून और दूसरी जम्मू में ही पढ़ती है। अयज भारती के अंतिम संस्कार में भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष रविंद्र रैना, जम्मू कश्मीर कांग्रेस कमेटी के प्रधान जीए मीर भी शामिल हुए।