वर्ष 1966 के आंदोलन के शहीदों को किया नमन
जम्मू संभाग के लिए अलग विश्वविद्यालय कृषि विश्वविद्यालय और मेडिकल कॉलेज के मुद्दे को लेकर वर्ष 1966 में हुए आंदोलन में बलिदान देने वाले विद्यार्थियों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। शनिवार को शहीदी स्मारक पर पहुंचे विद्यार्थियों व पैंथर्स पार्टी के मुख्य संरक्षक प्रो. भीम सिंह व पार्टी कार्यकर्ताओं ने शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें याद किया।
राज्य ब्यूरो, जम्मू : जम्मू संभाग के लिए अलग विश्वविद्यालय, कृषि विश्वविद्यालय और मेडिकल कॉलेज के मुद्दे को लेकर वर्ष 1966 में हुए आंदोलन में बलिदान देने वाले विद्यार्थियों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
शनिवार को शहीदी स्मारक पर पहुंचे विद्यार्थियों व पैंथर्स पार्टी के मुख्य संरक्षक प्रो. भीम सिंह व पार्टी कार्यकर्ताओं ने शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें याद किया।
इस अवसर पर प्रो. भीम सिंह ने कहा कि विद्यार्थियों के बलिदान से ही जम्मू विश्वविद्यालय बना। उसके बाद मेडिकल कॉलेज जम्मू स्थापित हुआ। आंदोलन के दौरान पुलिस की गोलियों से चार विद्यार्थियों ब्रिज मोहन, गुलशन हांडा, सुभाष चंद, गुरचरण सिंह शहीद हो गए थे।
वहीं जम्मू ज्वाइंट स्टूडेंट फेडरेशन के कार्यकर्ताओं का अनशन का शनिवार दूसरा दिन था। कार्यकर्ता
शहीद विद्यार्थियों की याद में हर साल 16 से लेकर 18 अक्टूबर तक जम्मू संभाग के डिग्री कॉलेज में ब्लैक डे मनाए जाते हैं। तीन दिन तक कॉलेजों में पढ़ाई नहीं होती है और शहीदी स्थल पर कॉलेजों के स्टाफ सदस्य, विद्यार्थी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। हालांकि कालेज इस समय बंद है, लेकिन इसके बावजूद विद्यार्थी शहीदी स्थल पहुंचे और बलिदान देने वाले विद्यार्थियों को नमन किया। रविवार को जम्मू विवि के वीसी या कोई अन्य अधिकारी अनशन पर बैठे जम्मू ज्वाइंट स्टूडेंट फेडरेशन के कार्यकर्ताओं को जूस पिलाएंगे। उसके बाद विद्यार्थियों का अनशन समाप्त हो जाएगा।
शहीद विद्यार्थियों को श्रद्धांजलि देने वालों में पीके गंजू, मोहम्मद इकबाल चौधरी, अनीता ठाकुर, यशपाल कुंडल, बंसी लाल शर्मा, प्रताप सिंह जम्वाल, अनिल रक्वाल, नीरज गुप्ता व अन्य लोग शामिल थे।