Jammu : 1966 के आंदोलन के बलिदानी विद्यार्थियों को किया नमन
जम्मू को अपने हक के लिए आवाज उठानी ही पड़ी। हमारा संकल्प है कि जब तक क्लस्टर विश्वविद्यालय और जम्मू विश्वविद्यालय सभी विद्यार्थियों के लिए दाखिला शुरू नहीं कर देता तब तक हम आंदोलन चलाएंगे। फेडरेशन आंदोलन तेज करेगी।
राज्य ब्यूरो, जम्मू : जम्मू विश्वविद्यालय, मेडिकल कालेज, कृषि विश्वविद्यालय स्थापित करने के मुद्दे पर वर्ष 1966 में हुए आंदोलन के शहीदों की याद में कालेजों में तीन दिवसीय ब्लैक डे सोमवार को समाप्त हो गए। पूर्व मंत्री चौधरी लाल ¨सह, पैंथर्स पार्टी के प्रधान प्रो. भीम ¨सह, साइंस कालेज के ¨प्रसिपल प्रो. र¨वद्र टिक्कू ने साइंस कालेज के बाहर शहीदी स्थल पर पिछले तीन दिन से अनशन पर बैठे जम्मू ज्वाइंट स्टूडेंट फेडरेशन के कार्यकर्ताओं को जूस पिलाकर अनशन खत्म करवाया।
वर्ष 1966 में हुए आंदोलन में पुलिस की गोली लगने से चार विद्यार्थी शहीद हो गए थे। जम्मू ज्वाइंट स्टूडेंट फेडरेशन के प्रधान पुष्पेंद्र ¨सह ने शहीदों को नमन किया। शहीदी स्थल पर हवन किया गया। नेताओं ने अनशन पर बैठे अभिषेक शर्मा, शुभम सकोलिया, कनव शर्मा, अंशुल चौधरी को जूस पिलाकर उनका अनशन समाप्त करवाया। पूर्व मंत्री और डोगरा स्वाभिमान संगठन के प्रधान चौधरी लाल ¨सह ने कहा कि यह अफसोस की बात है कि डोगरा राज्य जम्मू कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया है। विद्यार्थियों को दाखिला हासिल करने के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
प्रो. भीम ¨सह ने शहीदों को नमन करते हुए कहा कि आंदोलन के बाद ही जम्मू को जम्मू विश्वविद्यालय, मेडिकल कालेज और कृषि विश्वविद्यालय मिला था। भीम ¨सह ने आंदोलन के पलों को याद करते हुए कहा कि वह भी आंदोलन का हिस्सा थे। विद्यार्थियों के साथ अन्याय हुआ था। उन्होंने सभी विद्यार्थियों को कालेजों में दाखिला देने की वकालत की। जेजेएसएफ के उपप्रधान अतुल सूदन ने कहा कि जम्मू के साथ भेदभाव का इतिहास काफी पुराना है।
जम्मू को अपने हक के लिए आवाज उठानी ही पड़ी। हमारा संकल्प है कि जब तक क्लस्टर विश्वविद्यालय और जम्मू विश्वविद्यालय सभी विद्यार्थियों के लिए दाखिला शुरू नहीं कर देता, तब तक हम आंदोलन चलाएंगे। फेडरेशन आंदोलन तेज करेगी। हरि दत्त शिशु, प्रताप ¨सह जम्वाल, हरप्रीत ¨सह, सुनील ¨सह चौहान आदि विद्यार्थियों ने शहीदों को याद किया।