Move to Jagran APP

Jammu Kashmir: आतंकवादी हमले को लेकर साधु समाज ने जताया रोष, सुरक्षाबलों को कार्रवाई में पूरी छूट देने की मांग

साधु समाज के राज्य अध्यक्ष दत्त गिरी जी महाराज विनय मुनि जी महाराज महंत राजेश बिट्टू मोहन भारती सहित साधु समाज से जुड़े अन्य लोगों ने कहा कि कश्मीर में लगातार हो रही हिंदुओं तथा सिखों की हत्याओं से साधु समाज काफी आहत है।

By Vikas AbrolEdited By: Published: Wed, 20 Oct 2021 07:06 PM (IST)Updated: Wed, 20 Oct 2021 07:06 PM (IST)
Jammu Kashmir: आतंकवादी हमले को लेकर साधु समाज ने जताया रोष, सुरक्षाबलों को कार्रवाई में पूरी छूट देने की मांग
साधु समाज ने कहा कि कश्मीर में लगातार हो रही हिंदुओं, सिखों की हत्याओं से साधु समाज काफी आहत है।

आरएसपुरा, संवाद सहयोगी। कश्मीर घाटी में गैर कश्मीरियों लोगों पर लगातार हो रहे आतंकवादी हमलों को लेकर साधु समाज ने रोष जताते हुए जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल से मांग की है कि कश्मीर घाटी में रहने वाले गैर कश्मीरियों को जल्द से जल्द सुरक्षा प्रदान करे तथा जो आतंकवादी इन घटनाओं को अंजाम देने में लगे हुए हैं। उनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए सुरक्षाबलों को पूरी छूट दी जानी चाहिए।

loksabha election banner

आरएसपुरा में आयोजित एक पत्रकार वार्ता के दौरान साधु समाज के राज्य अध्यक्ष दत्त गिरी जी महाराज, विनय मुनि जी महाराज, महंत राजेश बिट्टू, मोहन भारती सहित साधु समाज से जुड़े अन्य लोगों ने कहा कि कश्मीर में लगातार हो रही हिंदुओं तथा सिखों की हत्याओं से साधु समाज काफी आहत है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों के अंतराल में बाहरी प्रदेशों से कश्मीर में रहने वाले मजदूरों को मौत के घाट उतारा गया। उन्होंने कहा कि कश्मीर में रहने वाले हिंदू तथा सिख परिवारों में दहशत फैलाने का कार्य किया जा रहा है ताकि इन लोगों को जहां से बाहर निकाला जा सके।

उन्होंने कहा कि साधु समाज पूरी तरह से इन लोगों के साथ खड़ा है और सरकार से मांग करता है कि इन लोगों को सुरक्षा प्रदान की जानी चाहिए और जो लोग धर्म के नाम पर दहशत फैला रहे हैं। उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। साधु-संतों ने कहा कि कश्मीर में वर्ष 1990 जैसे हालात बनाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार को जल्द से जल्द इस दिशा में कदम उठाने की जरूरत है नहीं तो साधु समाज सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर हो जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.