तांडव को लेकर बवाल: राष्ट्रीय बजरंग दल-डोगरा फ्रंट ने कलाकारों की तस्वीरें जलाकर किया प्रदर्शन
Amazon Prime Web Series बिना देरी किए फिल्म पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए और फिल्म बनाने वाले निर्देशक व कलाकारों को जेल ही हवा खिलाई जानी चाहिए। यह इसलिए जरूरी है ताकि दोबारा से कोई हिंदुओं के देवी देवताओं का मजाक उड़ाने की हिम्मत न कर सके।
जम्मू, जागरण संवाददाता: Amazon Prime की बेव सीरीज "तांडव" को लेकर जम्मू में भी बवाल शुरू हो गया है। विभिन्न संगठनों ने इस फिल्म पर एतराज जताया। वेब सीरीज "तांडव" में देवी देवताओं को लेकर की गई अभद्र टिप्पणियों के विरोध में राष्ट्रीय बजरंग दल और डोगरा फ्रंट शिव सेना ने प्रदर्शन किया और चेतावनी दी कि अगर कोई भी हिन्दू धर्म या देवी देवताओं को लेकर गलत बात करेगा तो उसे माफ नहीं किया जाएगा।
प्रदर्शनी मैदान के सामने राष्ट्रीय बजरंग दल के अध्यक्ष राकेश बजरंगी के नेतृत्व में प्रदर्शन किया गया। उन्होंने कहा कि 15 जनवरी को तांडव वेब सीरीज रिलीज की गई।जिसमें हिंदू धर्म पर और देवी-देवताओं पर अभद्र टिप्पणियां की गई हैं। इसको हिंदू समाज कभी सहन नहीं करेगा।आज पूरे देश में इस वेब सीरीज तांडव के खिलाफ एक रोष है।हिंदू समाज जगह-जगह विरोध प्रदर्शन कर रहा है और केंद्र सरकार से मांग कर रहा है कि इस वेब सीरीज को पूर्ण रूप से प्रतिबंधित किया जाए। इस वेब सीरीज कि एडोलजी जेएनयू से ली गई है। जिस प्रकार से जेएनयू में आजादी के नारे लगे उसी के तहत इसमें भी उसी प्रकार से दिखाया गया है, जातिवादी शब्दों का प्रयोग किया गया है। यह पहली बार नहीं है कि हिंदू समाज को टारगेट किया गया हो जा हिंदू देवी देवताओं के ऊपर अभद्र टिप्पणियां की गई हो।
फिल्म इंडस्ट्री में सस्ती टीआरपी पाने के लिए और फिल्म को हिट करने के लिए इस प्रकार से हिंदू समाज की आस्था पर प्रहार किया जाता रहा है। सेंसर बोर्ड पैसों के लालच में ऐसी फिल्मों को एनओसी दे देता है।जिसमें किसी भी धर्म पर अभद्र टिप्पणी की गई हो, उसको किसी भी धर्म से कोई लेना-देना नहीं। इससे पहले भी हम ओ माय गॉड, रामलीला, पीके, आदि फिल्मों का विरोध कर चुके हैं।सेंसर बोर्ड पर सवालिया निशान लगा चुके हैं।प्रदर्शन कर रहे बजरंगियों ने केंद्र सरकार से यह मांग की कि जल्द फिल्म के निर्माता, निर्देशक, कलाकारों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।प्रदर्शन कर रहे राष्ट्रीय बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कहा वेब सीरीज पर भी सेंसर बोर्ड की नजर होनी चाहिए। बिना सेंसर बोर्ड की आज्ञा के किसी को भी इस तरह की फिल्म रिलीज करने की छूट नहीं होनी चाहिए।
बजरंगियों ने उन चैनलों और धारावाहिकों पर पाबंदी लगाने के लिए कहा जो भारतीय संस्कृति के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।सरकार जल्द से जल्द एक कानून बनाए ताकि समाज में वेब के माध्यम से परोसी जा रही गंदगी को रोका जा सके।अगर सेंसर बोर्ड अपनी जिम्मेवारी तरीके से न निभा सके तो सभी सदस्यों पर भी ठोस कार्रवाई होनी चाहिए। राकेश बजरंगी ने कहा की तांडव के सभी कलाकारों, निर्माता, निर्देशकों, लेखक पर हिंदू भावनाओं को आहत करने के तहत धारा 295ं धारा 153 ए के तहत मुकदमे दर्ज करके जेल की सलाखों के पीछे डाला जाए। जब तक ऐसे लोगों को सजा नहीं दी जाएगी तो यह घटनाएं पूरे देश में बंद होने वाली नहीं हैं। पूरे देश में तांडव के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन हुए हैं।
हिंदू समाज आक्रोशित है।निर्माता निर्देशकों की माफी मांगने से किसी को सबक नहीं मिलेगा। इनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई जरूरी है। अगर सरकार ने जल्द इन सभी अपराधियों को गिरफ्तार न किया तो उन्हें आगे भी आंदोलन का रास्ता ही चुनना पड़ेगा। ऐसा सबक जरूरी है कि कोई फिर से हिन्दू धर्म पर आपत्तिजनक बात करने की हिम्मत न कर सके। प्रदर्शन कर रहे राष्ट्रीय बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को संबोधित करने वालों मेंरिषभ, दीपांशु, अंकित, रजत, सचिन, अभि, चालू, पालू, अक्षय, अश्विनी, राकेश पंडित, अक्षय टला, राहुल, राजेश बख्शी आदि शामिल थे।
वहीं डोगरा फ्रंट शिव सेना ने शहर में प्रदर्शन किया और रैली निकाली। कहा कि फिल्म के जरिए हिंदुओं के देवी देवताओं का मजाक उड़ाया गया है जिससे लोगों की भावनाएं आहत हुई है। डोगरा फ्रंट के कार्यकर्ताओं ने फिल्म के निर्देशक, कलाकारों व एमजान प्राइम कंपनी के खिलाफ जबरदस्त प्रदर्शन किया। फिल्म से जुड़े लोगों के चित्र जलाकर प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में मुस्लिम लोगों ने भी भाग लिया। अब्बास अली ने कहा कि हिंदू और मुस्लिम में फसाद बनाने की दिशा में प्रयास हो रहे हैं, जिसे किसी भी हाल में सहन नही किया जाएगा। उन्होंने कहा कि फिल्म बनाने वाले मुस्लिम हैं और यह देश की एकता को तोड़ने का प्रयास कर रहे हैं।
मौके पर संबोधित करते हुए डोगरा फ्रंट शिव सेना के प्रधान अशोक गुप्ता ने कहा कि देश के अंदर इस तरह की फिल्में बनाने की तुर्ज कैसे हो गई। फिल्म में भगवान राम, भगवान शिव को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणियां हुई हैं। फिल्म के अंदर जो वातावरण दिखाया गया है, देश के एकदम खिलाफ ही है। इसे किसी भी हाल में सहन नही किया जा सकता। इसलिए बिना देरी किए फिल्म पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए और फिल्म बनाने वाले निर्देशक व कलाकारों को जेल ही हवा खिलाई जानी चाहिए। यह इसलिए जरूरी है ताकि दोबारा से कोई हिंदुओं के देवी देवताओं का मजाक उड़ाने की हिम्मत न कर सके।
पूरे मामले को लेकर डोगरा फ्रंट भी फिल्म के निदेशक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने जा रही है। प्रदर्शन में अभिषेक, बंटू, आशीष, नरेश, कालू, नानकू, चीमा, विनय व कई कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।