रेलवे स्टेशन के प्लास्टिक कचरे से बनाएंगे सड़क की शीट, गीले कचरे से बनेगी खाद
रीजनल एंड अरबन डेवलपमेंट एजेंसी जम्मू के कुंजवानी इलाके में कचरा निस्तारण प्लांट लगाने जा रही है। नगर निगम से एजेंसी ने दस कनाल भूमि प्लांट के निर्माण के लिए ली है।
जम्मू, दिनेश महाजन। जम्मू रेलवे स्टेशन से निकलने वाले प्लास्टिक कचरे से राज्य की सड़कें मजबूत बनेंगी। स्टेशन परिसर से निकलने वाले प्लास्टिक कचरे का प्रयोग प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट के तहत विकास कार्यों के लिए किया जाएगा। जम्मू रेलवे स्टेशन को स्वच्छ बनाने का बीड़ा यूनाइटेड नेशंस ने अपने यूनाइटेड नेशंस डेवलपमेंट प्रोग्राम (यूएनडीपी) के तहत उठाया है। इस काम का जिम्मा एक गैर सरकारी संगठन रीजनल एंड अरबन डेवलपमेंट एजेंसी को सौंपा है। यूनाइटेड नेशंस ने इस काम के लिए राष्ट्रीय स्तर पर टेंडर जारी किए थे। टेंडर हासिल करने वाले एनजीओ ने अब इस काम को अंजाम देना शुरू कर दिया है।
प्लास्टिक कचरे से न केवल पर्यावरण को खतरा पहुंचता है बल्कि यह मानव स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक है। इससे कैंसर जैसे घातक रोग हो सकते हैं। इसीलिए यूएनडीपी ने इस परियोजना को शुरू किया है। देश के पचास रेलवे स्टेशनों की साफ-सफाई का जिम्मा यूनाइटेड नेशंस ने उठाया है। इनमें जम्मू रेलवे स्टेशन भी है। जम्मू रेलवे स्टेशन से प्रतिदिन करीब छह टन कचरा निकलता है, जिसमें से तीस फीसद प्लास्टिक वेस्ट होता है।
कुंजवानी इलाके 10 कनाल भूमि आवंटित
रीजनल एंड अरबन डेवलपमेंट एजेंसी जम्मू के कुंजवानी इलाके में कचरा निस्तारण प्लांट लगाने जा रही है। नगर निगम से एजेंसी ने दस कनाल भूमि प्लांट के निर्माण के लिए ली है। रेलवे स्टेशन के बाद अगले चरण में जम्मू हवाई अड्डे से निकलने वाले कचरे के अलावा श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड से भी बात कर वहां से निकलने वाले कचरे के निस्तारण की योजना है।
सफाई कर्मियों का स्वास्थ्य बीमा, बच्चों की पढ़ाई का खर्च भी
यूएनडीपी की महत्वपूर्ण योजना के तहत कचरे का निस्तारण करने के साथ रेलवे के सफाई कर्मियों व उनके परिवार के सदस्यों का भी ध्यान रखा जाएगा। कचरे की गंदगी से बीमारियां होती हैं। इसलिए जम्मू रेलवे स्टेशन में काम करने वाले सफाई कर्मियों का स्वास्थ बीमा करवाया जाएगा। सफाई कर्मियों के बच्चों की पढ़ाई का खर्च भी गैर सरकारी संगठन उठाएगा।
चार गुना मजबूत बनती हैं सड़कें
सड़कों के निर्माण के दौरान यदि उसमें प्लास्टिक का प्रयोग किया जाए तो वह चार गुना तक मजबूत हो जाती है। जम्मू रेलवे स्टेशन से काफी संख्या में पानी की खाली प्लास्टिक बोतलें एकत्रित होती हैं। इस प्लास्टिक को शीट में तब्दील किया जाएगा और बाद में नेशनल हाईवे अथॉरिटी और बार्डर रोड आर्गेनाइजेशन जैसी संस्थाओं को दिया जाएगा। इसके अलावा स्टेशन से निकलने वाले गीले कचरे की खाद बनाकर उसका प्रयोग खेतीबाड़ी में किया जाएगा। -अंकुश वर्मा, सहायक निदेशक, रीजनल एंड अरबन डेवलपमेंट एजेंसी