पलांवाला-पंजतूत सड़क की मरम्मत का सांसद भूल गए वादा
प्लांवाला से पंजतूत जाने वाली खस्ताहाल सड़क गढ्डों में
संवाद सहयोगी, खौड़: सीमावर्ती क्षेत्र पलांवाला, पंजतूत और पलातन की तरफ जाने वाली मुख्य सड़क खस्ताहाल होने से ग्रामीणों के लिए जी का जंजाल बनी हुई है। इस समय के सांसद ने चुनाव के समय पलांवाला-पंजतूत सड़क की मरम्मत करवाने का वादा किया था, लेकिन लगता है सांसद बनने के बाद वे अपने इस वादे को भूल गए हैं। ऐसे में ग्रामीणों ने राज्यपाल से मांग की है कि वे इस सड़क की मरम्मत जल्द से जल्द करवाएं।
पलांवाला के रहने वाले घार सिंह, अशोक सिंह, रिकू सिंह, अजय कुमार आदि ने आरोप लगाया कि सड़क की समस्या से क्षेत्र के सांसद और विधायक भी परिचित हैं, लेकिन वे भी कुछ नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में लोकसभा चुनाव के समय पलावाला बाजार से पंजतूत तक सड़क पर तारकोल डालने के लिए उस समय के भाजपा उम्मीदवार जुगल किशोर से भी बात की गई थी। उन्होंने वादा किया था कि सांसद बनने पर वे इस सड़क की दशा सुधरवाएंगे, लेकिन सांसद बनने के बाद वे फिर यहां नजर नहीं आए। लगता है वे अपना वादा भूल गए हैं।
छह साल बाद जब वे 2019 में फिर वोट मांगने आए तो पलांवाला के लोगों ने विकास की आस में और मोदी के नाम पर उन्हें फिर वोट दिए, लेकिन अब 2020 आने को है उन्होंने अब तक अपना वादा नहीं निभाया है। पलांवाला-पंजतूत सड़क की हालत पहले से भी खराब हो गई है। अब तो इस सड़क में इतने बड़े-बड़े गडढे बन गए हैं कि अक्सर हादसे होते रहते हैं। ऐसे में अब निराश होकर पलांवाला के ग्रामीणों ने राज्यपाल सत्यपाल मलिक से इस सड़क की मरम्मत करवाने की मांग की है। बारिश में तालाब बन जाती है सड़क
ग्रामीणों ने बताया कि वे सात-आठ साल से इस सड़क की वजह से धूल-मिट्टी अपने फेफड़ों में भर रहे हैं। नेता तो एक दिन यहां आते हैं, लेकिन ग्रामीणों को तो रोजाना ही इसी सड़क से आवाजाही करनी पड़ती है। स्थानीय लोगों का कहना है कि जब बरसात होती है तो सड़क तलाब बन जाती है। इससे पलावाला बाजार के दुकानदारों का धंधा चौपट हो रहा है। यहां पहुंचने के लिए सड़क खस्ताहाल होने से ग्राहक खौड़ या ज्यौड़ियां चला जाता है। सड़क में बने गढ्डों में पानी जमा होने से इसमें डेंगू पनपने की आशंका रहती है।