Jammu: कोहरे में चालक की सावधानी हटी, तो दुर्घटना घटी
एसएसपी ट्रैफिक शिव कुमार शर्मा का कहना है कि कोहरे के दौरान अकसर यह देखा जाता है कि हड़बडाटह में वाहन चालक दुर्घटना का शिकार हो जाता हैं। कोहरे के दौरान चालकों को हादसों से बचाने के लिए ट्रैफिक पुलिस जागरूकता अभियान चला रहा हैं।
जम्मू, दिनेश महाजन: दिसंबर माह शुरू होने के साथ हीं ठंड और कोहरे की चादर ने शहर को अपनी आघोष में लेना शुरू कर दिया हैं। ऐसे में घने कोहरे के चलते सड़क हादसों में बढ़ोतरी हो जाती हैं। कोहरे में यदि चालक सावधानी ना बरतें तो वह खुद की और दूसरों की जान को जोखिम में डाल देता हैं। कोहरे का मौसम शुरू होते ही वाहनों में लगी हेड लाइट, बैक लाइट, फॉग लाइट बहुत अनिवार्य होती हैं।
यदि यात्री वाहनों की बात करे तो कोहरे से बचाव करने वाली यह चीजे ढूंढऩे से भी नहीं मिलते। सड़कों पर सफेद पट्टी वाहन चालकों के लिए संकेतक का काम करती हैं। कोहरे में चालक सफेद पट्टी को देख ही वाहन चलाते हैं। कोहरे में वाहन चालकों को पूरी तरह से सावधान और सूझ बूझ से काम लेने की जरूरत हैं। यदि कोहरे में गाड़ी खराब हो जाए तो गाड़ी की लाइटें बंद कर दें और ब्रेक के पैडल से अपने पैर हटा लें। क्योंकि कोहरे में अधिकांश लोग आगे जा रही गाड़ी की टेललाइट ही देखकर चलते हैं। दुर्घटना से बचाव के लिए गाड़ी से बाहर आकर निकलकर खड़े हों जाएं।
सावधानी में हैं सुरक्षा: एसएसपी ट्रैफिक शिव कुमार शर्मा का कहना है कि कोहरे के दौरान अकसर यह देखा जाता है कि हड़बडाटह में वाहन चालक दुर्घटना का शिकार हो जाता हैं। कोहरे के दौरान चालकों को हादसों से बचाने के लिए ट्रैफिक पुलिस जागरूकता अभियान चला रहा हैं। चालकों को फॉग लाइट का प्रयोग करना चाहिए। उन्हें लेन ड्राइविंग का पालन करे बारे प्रेरित किया जा रहा हैं। इसी के साथ कोहरे शुरू होने से पूर्व ही ट्रैफिक पुलिस ने लोक निर्माण विभाग से सड़कों पर सफेद पट्टी और संकेतर लगाने के लिए कहा था, जिससे चालकों को सड़क के बारे में पता चल पाए और वह हादसे के शिकार ना हो पाए।
कोहरे में कैसे सड़क हादसों से बचें :
- वाहनों में फॉग लाइट लगाएं।
- गाड़ी कभी बीच सड़क पर खड़ी ना करें।
- वाहन को ओवर लोड कर न चलाएं।
- वाहन की रफ्तार अधिक तेज न रखें
- गाड़ी चलाते समय वाहन चालक बात न करें।
- क्षमता से ज्यादा समय तक वाहन न चलाएं।
- वाहन चालक सीट बेल्ट का प्रयोग करें।
- वाहन चलाने के लिए प्रशिक्षण लें।
- नशा कर वाहन न चलाएं।
- वाहन चलाते समय धूम्रपान न करें।
- वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का प्रयोग न करें
- ओवर टेक करते वक्त जल्दबाजी न करें।