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पदक के लक्ष्य के साथ National Games में उतरेंगी Riya Bakshi, अब तक बारह पदक जीत चुकीं

वर्ष 2014 से पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी उज्ज्वल गुप्ता से प्रशिक्षण प्राप्त कर रहीं रिया वर्ष 2018 से खेलो इंडिया की खिलाड़ी हैं। फायल में जम्मू की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी रिया अब तक विभिन्न राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में 12 पदक जीतकर जम्मू कश्मीर का गौरव बढ़ा चुकी हैं।

By Lokesh Chandra MishraEdited By: Published: Fri, 23 Sep 2022 03:14 PM (IST)Updated: Fri, 23 Sep 2022 03:14 PM (IST)
पदक के लक्ष्य के साथ National Games में उतरेंगी Riya Bakshi, अब तक बारह पदक जीत चुकीं
रिया जब से खेल रही हैैं, लगभग हर प्रतियोगिता में पदक जीतने में सफल रहीं।

जम्मू, अशोक शर्मा : तलवारबाजी की राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में 12 पदक जीत चुकीं रिया बख्शी 27 सितंबर से 10 अक्टूबर तक गुजरात में होने वाले नेशनल गेम्स में पदक जीतने का लक्ष्य लेकर मैदान में उतरना चाहती हैैं। इसके लिए अभ्यास में वह रोज रोज घंटों पसीना बहा रही हैं। वर्ष 2014 से पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी उज्ज्वल गुप्ता से प्रशिक्षण प्राप्त कर रहीं रिया वर्ष 2018 से खेलो इंडिया की खिलाड़ी हैं। फायल में जम्मू की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी रिया अब तक विभिन्न राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में 12 पदक जीतकर जम्मू कश्मीर का गौरव बढ़ा चुकी हैं। इसमें 6 स्वर्ण, 3 रजत और 3 कांस्य पदक शामिल हैं।

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रिया का तलवारबाजी के प्रति समर्पण ही है कि जब से खेल रही हैैं, लगभग हर प्रतियोगिता में पदक जीतने में सफल रहीं। वह मानती हैं कि पिता जगमोहन बख्शी, माता किरण बख्शी का इसमें विशेष सहयोग रहा है। भाई करुण बख्शी भी राष्ट्रीय तलवारबाजी खिलाड़ी हैैं, लेकिन उनका एनडीए में चयन हो गया और वह सेना में चले गए, लेकिन उनकी प्रेरणा से मेरा खेल लगातार जारी रहा। कोच उज्ज्वल गुप्ता ने भी हमेशा मेहनत के लिए प्रेरित किया। प्रशिक्षण में कसर नहीं छोड़ी। बेशक अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में अभी तक पदक नहीं मिला, लेकिन खेल में कोई कमी नहीं रही। आठ वर्ष बाद नेशनल गेम्स होने जा रहे हैं।

कोविड के चलते पिछली बार यह नहीं हो सके थे। इन खेलों का हर खिलाड़ी को बेसब्री से इंतजार होता है। कोशिश रहेगी कि नेशनल गेम्स में जम्मू कश्मीर के लिए पदक जीत सकूं। इस वर्ष सीनियर नेशनल गेम्स में पांचवां रैंक प्राप्त करने पर ही नेशनल गेम्स के लिए क्वालीफाई कर सकी हूं। जम्मू कश्मीर खेल परिषद की ओर से आयोजित शिविर में कोच छोटू लाल, अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी रशीद चौधरी से भी काफी सीखने को मिला। मेहनत तो काफी की, देखना है कि प्रतियोगिता के दिन क्या रंग लाती है। रिया का कहना है कि गळ्जरात में होने वाले खेलों में वह सौ प्रतिशत देने की कोशिश करेंगी।

इन राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में लिया भाग और जीते पदक

  • 19 से 22 जनवरी 2016 तक नांदेड़, महाराष्ट्र में बारहवीं कैडेट राष्ट्रीय र्फेंंसग चैंपियनशिप में रजत पदक जीता।
  •  14 अक्टूबर से 17 अक्टूबर 2017, ग्वालियर, एमपी में कैडेट नेशनल र्फेंंसग चैंपियनशिप में टीम कांस्य पदक
  •  सोलापुर, महाराष्ट्र 3 से 5 फरवरी-2018 तक 63वें राष्ट्रीय स्कूल खेल 2017-18 र्फेंंसग में स्वर्ण पदक
  •  बेंगलुरु, कर्नाटक में 9 से 12 जनवरी, 2018 तक प्रतियोगिता में रजत पदक
  •  26 से 29 दिसंबर 2018, रुद्रपुर, उत्तराखंड में 26वीं जूनियर नेशनल र्फेंंसग चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक
  •  जीएनडीयू अमृतसर में 8 से 11 जनवरी 2019 तक अखिल भारतीय अंतर विवि र्फेंंसग में स्वर्ण पदक
  •  चंडीगढ़ में अखिल भारतीय अंतर विश्वविद्यालय र्फेंंसग प्रतियोगिता 2019-20 में कांस्य पदक
  •  22 फरवरी से 1 मार्च 2020 तक खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स भुवनेश्वर, ओडिशा में स्वर्ण पदक
  •  कर्नाटक में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स बेंगलुरु, एकल स्वर्ण पदक, टीम में रजत पदक
  •  इस वर्ष अमृतसर में अखिल भारतीय अंतर विश्वविद्यालय प्रतियोगिता में एकल कांस्य, टीम स्वर्ण

रियासी ने इन अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में लिया भाग

  •  बहरीन, सऊदी अरब में 20 से 29 फरवरी 2016 तक एशियन र्फेंंसग चैंपियनशिप कैडेट और जूनियर 2016
  •  दुबई, यूएई में 23 फरवरी से 4 मार्च 2018 तक एशियन र्फेंंसग चैंपियनशिप कैडेट और जूनियर 2018
  •  इंग्लैंड के न्यू कैसल टाइन में 23 जुलाई से 28 जुलाई, 2018 तक कामनवेल्थ जूनियर और कैडेट र्फेंंसग चैंपियनशिप
  •  ओमान, जार्डन में 2019 में एशियाई जूनियर, कैडेट चैंपियनशिप
  •  12 मई से 15 मई 2022 तक इंचियोन, कोरिया में ग्रैंड प्रिक्स

सामने वाले के खेल को जल्दी पकड़ लेती है रिया : कोच

रिया बख्शी के कोच पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी उज्ज्वल गुप्ता ने कहा कि इस खिलाड़ी में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। अनुभवी और सुलझी हुई खिलाड़़ी है। तकनीकी तौर पर काफी मजबूत है। मेहनत करने में विश्वास करती है। हर समय सीखने की ललक ही उसके अच्छे खिलाड़ी बनने का राज है। शांत स्वभाव की है। सामने वाले के खेल को बड़ी जल्दी पकड़ लेती है। इससे इस वर्ष नेशनल गेम्स में पदक की काफी उम्मीदें हैं। हां, किस दिन कौन सा खिलाड़ी बेहतर कर जाए कहना मुश्किल है। आज देश में प्रतिस्पर्धा इतनी ज्यादा है कि गलती की कोई गुंजाइश नहीं है। किसी भी मैच को हल्के में नहीं लिया जा सकता।


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