रिद्धि सेन को मिला बेस्ट एक्टर का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार
राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कारों का आयोजन 3 मई को दिल्ली में हो रहा है, जिसमें सभी विजेताओं को पदक और प्रशस्ति पत्र दिये जाएंगे।
मुंबई। राष्ट्रीय पुरस्कार मिलना किसी भी कलाकार के लिए बेहद सम्मान की बात मानी जाती है। इस पुरस्कार की ख़्वाहिश हर कलाकार को रहती है। 65वें राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कारों की सर्वश्रेष्ठ अभिनेता रिद्धि की ये उपलब्धि इसलिए भी उल्लेखनीय है, क्योंकि उन्होंने ये सम्मानजनक पुरस्कार महज़ 19 साल की उम्र में हासिल किया है और वो बेस्ट एक्टर का राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार पाने वाल संभवत: सबसे कम उम्र के विजेता हैं।
यही वजह है कि इस बार जब सर्वश्रेष्ठ अभिनेता की श्रेणी में बंगाली सिनेमा के युवा कलाकार रिद्धि सेन को 'नगरकीर्तन' के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता घोषित किया गया तो सिनेमा की दुनिया में हलचल मच गयी।
2016 की ऑस्कर नामित फ़िल्म 'लॉयन' में भी आपने रिद्धि को देखा होगा। इस फ़िल्म में रिद्धि ने कैफे में खाना खाने वाले युवक का किरदार निभाया था, जो परिवार से बिछड़कर कोलकाता पहुंचे सरू को पुलिस के पास ले जाता है। 2016 में ही आयी लीना यादव की 'पार्च्ड' में रिद्धि ने रानी (तनिष्ठा चैटर्जी) के बेटे गुलाब का रोल निभाया था। 2012 में आयी 'कहानी' में अगर वो चाय वाला बच्चा पॉल्टू याद हो, जिससे विद्या बालन का किरदार मिलन दामजी के बारे में पूछताछ करता है, वो बच्चा रिद्धि सेन ही है।
रिद्धि सेन को अदाकारी का हुनर विरासत में मिला है। वो ऐसे परिवार से आते हैं, जिसकी पिछली पीढ़ियां थिएटर और एक्टिंग को समर्पित रही हैं। रिद्धि बंगाली फ़िल्म और थिएटर एक्टर कौशिक सेन के बेटे हैं। उनकी मां रेशमी सेन नर्तकी हैं। उनकी दादी चित्रा सेन भी बंगाली सिनेमा की मशहूर अदाकारा रही हैं। रिद्धि ने बहुत कम आयु से ही स्टेज पर काम करना शुरू कर दिया था। रिद्धि स्वपनसंधनी नाम की थिएटर संस्था से जुड़े हैं और कई बंगाली फ़िल्मों में अभिनय कर चुके हैं।
राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कारों का आयोजन 3 मई को दिल्ली में हो रहा है, जिसमें सभी विजेताओं को पदक और प्रशस्ति पत्र दिये जाएंगे।