जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल बोले, सफल, अमीर वर्ग की परोपकारी कार्यक्रमों में भागीदारी न के बराबर
राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने दुनिया के विभिन्न हिस्सों में सफल और अमीर लोगों की तुलना में भारत में सफल व अमीर लोगों की समाज कल्याण, दान व अन्य परोपकारी गतिविधियों में भागेदारी न्यूनतम होने पर अफसोस जताया है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने दुनिया के विभिन्न हिस्सों में सफल और अमीर लोगों की तुलना में भारत में सफल व अमीर लोगों की समाज कल्याण, दान व अन्य परोपकारी गतिविधियों में भागेदारी न्यूनतम होने पर अफसोस जताया है। उन्होंने कहा कि हमारे समाज में दान और परोपकारिता की भावना नहीं है और यह एक बड़ी समस्या है। उन्होंने यह बातेंं गत सोमवार को राज्य स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय दिव्यांगता दिवस समारोह में अपने संबोधन के दौरान कही।
राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि दुनियाभर में सफल और अमीर लोग अपनी कमाई का एक बड़ा हिस्सा समाज की भलाई के लिए दान करते हैं। लेकिन यहां , मुंबई में एक व्यक्ति है जो 14 मंजिला मकान में रहता है,लेकिन जब उससे पूछा गया कि वह दान क्या करता है तो उसने कहा कि वह कोई दान नहीं करता। उन्होंने दिव्यांगों के समग्र विकास के लिए हर संभव सुविधाएं प्रदान करने की आवश्यकता पर बल दिया और समाज में उनके समायोजन की सुविधा के लिए उपयुक्त बुनियादी ढांचे और संस्थानों के विकास पर बल दिया। दिव्यांग छात्रों के विभिन्न हितों की देखभाल के लिए खेल प्रतियोगिताएं आयोजित करने, परिवहन सुविधाएं आदि प्रदान करने को कहा। स्कूल शिक्षा विभाग की गतिविधियों की सराहना करते हुए राज्यपाल ने नियमित रूप से दिव्यांगों को नियमित जीवन और सम्मान के साथ सामना करने में मदद करने के लिए उदारतापूर्वक दान करने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।
राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने दिव्यांग विद्यार्थियों को सशक्त बनाने के लिए गत सोमवार को उनके लिए ’जम्मू कश्मीर सरकार छात्रवृत्ति योजना’ की घोषणा की।इस योजना के तहत प्रत्येक वर्ष तीन दिसंबर को ’ अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस’ पर एक लाख रुपये की छात्रवृत्ति एक मेधावी दिव्यांग छात्र व छात्रा को प्रदान की जाएगी।
समारोह में दिव्यांग बच्चों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रमों की सराहना करते हुए, राज्यपाल ने सांस्कृतिक कार्यक्रम और संस्थान के कलाकारों और मंच संचालकों के लिए नकद पुरस्कार की घोषणा भी की। राज्यपाल ने दिव्यांग 30 बच्चों के लिए बंगलुरू, कर्नाटक में पांच दिवसीय कार्यक्रम की घोषणा की और समारोह में प्रदर्शन करने वाले बच्चों के लिए चार दिसंबर, 2018 को मानसर भ्रमण की घोषणा की। राज्यपाल ने इस अवसर पर राहुल द्वारा चित्रित चित्रों तथा मास्टर जहिद और कैलाश बंद्राल के प्रदर्शन की प्रशंसा की। क बच्चे ने राज्यपाल को उनका बनाया चित्र भी भेंट किया।श्री माता वैष्णो देवी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, कटड़ा में प्रशिक्षण लेने वाले दिव्यांग तीरंदाजों ने इस अवसर पर राज्यपाल के समक्ष अपने तीरंदाजी कौशल भी प्रदर्शित किए।