JK: नागरिक सचिवालय में लोगों के जाने पर रोक, विभागाध्यक्षों के कार्यालयों में भी जाने की इजाजत नहीं
मुख्य सचिव ने डिवीजनल कमिश्नर से कहा कि वह जम्मू के धार्मिक संगठनों के प्रमुखों तथा अन्य गण्यमान्य लोगों से कहें कि वे आने वाले त्यौहारों में अधिक लोगों को इकट्ठा न करें।
जम्मू, राज्य ब्यूरो: जम्मू में कोरोना वायरस का एक और मामला आने के बाद प्रशासन ने नागरिक सचिवालय जम्मू तथा विभिन्न विभागों के एचओडी कार्यालय में लोगों के जाने पर रोक लगा दी है। वहीं लद्दाख से आने वाले सभी लोगों को क्वारंटाइन सुविधा में रखने का फैसला किया गया है। यही नहीं स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग ने वायरस को फैलने से रोकने के लिए इसकी चेन तोडऩे की योजना बनाई है।
जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव बीवीआर सुब्रहमण्यम की अध्यक्षता में हुई बैठक में कहा गया कि जम्मू-कश्मीर में यह इंफेक्शन कम्यूनिटी स्तर पर रोकने के लिए कदम उठाए जाएंगे। वित्त आयुक्त स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग अटल ढुल्लू कहा कि बीमारी को चिन्हित जगह पर सभी लोगों की पहचान कर इसके संक्रमण की चेन को तोडऩे की योजना है। इससे बीमारी को दूसरे क्षेत्रों में फैलने से रोका जाएगा। इसके बाद यह फैसला किया गया कि नागरिक सचिवालय जम्मू में 31 मार्च तक लोगों के जाने पर पूरी तरह से रोक होगी। लोग विभागाध्यक्षों के कार्यालयों में भी नहीं जा सकेंगे। मुख्य सचिव ने जम्मू के डिवीजनल कमिश्नर को निर्देश दिए हैं कि लद्दाख से आने वाली सभी फ्लाइट से आने वाले यात्रियों को क्वारंटाइन सुविधा में रखा जाए। इसके अलावा क्वारंटाइन सुविधा बालटाल आधार शिविर में भी बनाई गई है। इसमें लद्दाख से आने वाले लोगों को रखा जाएगा।
बैठक में यह भी फैसला किया गया कि विदेशों से आने वालों को प्रोटोकाल के लिहाज से क्वारंटाइन सुविधा में रखा जाएगा। मुख्य सचिव ने डिवीजनल कमिश्नर से कहा कि वह जम्मू के धार्मिक संगठनों के प्रमुखों तथा अन्य गण्यमान्य लोगों की बैठक बुलाएं और उन्हें इस बात के लिए बताएं कि आने वाले त्यौहारों में वे अधिक लोगों को इकट्ठा करें। उन्होने जम्मू नगर निगम के आयुक्त को अस्पतालों, एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस अड्डे, नागरिक सचिवालय, हाई कोर्ट और अन्य सार्वजनिक स्थलों को सैनिटाइज करने को कहा। यही नहीं जम्मू और श्रीनगर से चलने वाली इंटर स्टेट बसों को कठुआ में सैनिटाइज किया जाएगा।