गुलाम कश्मीर के विस्थापितों को विधानसभा में दें आठ सीटें
जागरण संवाददाता जम्मू गुलाम कश्मीर के विस्थापितों के हक की आवाज उठा रही एसओएस इंटरने
जागरण संवाददाता, जम्मू : गुलाम कश्मीर के विस्थापितों के हक की आवाज उठा रही एसओएस इंटरनेशनल ने मांग की है कि विधानसभा में वहां के लिए खाली 24 सीटों में से 8 सीटों की भरपाई विस्थापित लोगों से की जाए। एसओएस इंटरनेशनल के चेयरमैन राजीव चुनी ने शुक्रवार को एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि 22 अक्टूबर को विस्थापित काला दिवस मनाते हैं क्योंकि इसी दिन 1947 में पाकिस्तानी कबायलियों ने जम्मू-कश्मीर के मीरपुर, मुजफ्फराबाद इलाकों पर हमला कर दिया था। ऐसे में वहां से हिदू व सिखों को भाग कर जम्मू-कश्मीर के दूसरे इलाकों में शरण लेनी पड़ी थी। इस मौके पर विस्थापितों ने प्रदर्शन किया। लोगों ने कहा कि विस्थापितों की सुध नहीं ली जा रही। आज उनकी बस्तियों का बुरा हाल है।
उनका कहना है कि विस्थापितों का भला तभी होगा, जब इन लोगों के प्रतिनिधि विधानसभा में होंगे। 1947 में जम्मू-कश्मीर के कुछ भाग पर पाकिस्तान का अवैध कब्जा हो गया, लेकिन उस क्षेत्र की सीटें आज भी विधानसभा में खाली रहती हैं। एसओएस इंटरनेशनल के चेयरमैन राजीव चुनी ने कहा कि विधानसभा में खाली पड़ी एक तिहाई सीटों को यहां के विस्थापित लोगों से भर दिया जाना चाहिए। सरकारों ने विस्थापितों की मांग को आज तक नहीं माना। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 खत्म हो गया, इसका वह समर्थन करते हैं, लेकिन दूसरी ओर सरकार से पूछना चाहते हैं कि गुलाम कश्मीर के के विस्थापितों की अनदेखी क्यों की जा रही है। जम्मू-कश्मीर में कितने केंद्रीय नेता, मंत्री आए, लेकिन किसी ने भी विस्थापितों की बस्तियों में जाकर इन लोगों का हाल जानने का प्रयास नहीं किया। इस अनदेखी को सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि विस्थापित लोगों के साथ केंद्र सरकार ने जो वादे किए थे, उसको अब पूरा करे। मौके पर वीके दत्ता, एनएन शर्मा, अमरजीत सिंह, गुरमीत सिंह, कैप्टन रवींद्र शर्मा, कुंदन लाल आदि ने भी विचार रखे। इससे पूर्व सर्व धर्म प्रार्थना का आयोजन किया गया।