Jammu Kashmir : बर्बाद हो रहा है डोगरा शासकों के समय का रिकार्ड, अभिलेखागार में जगह का अभाव
पुरातत्व अभिलेखागार एवं डोगरा संग्रहालय के डिप्टी डायरेक्टर सेरिंग ताशी ने साफ किया कि अभिलेखागार का रिकार्ड ज्यादा है। उसे रखने के लिए जगह कम है। अगर विभाग को पूरा आर्मी हेडक्वार्टर काम्प्लेक्स मिल जाए तो कला केंद्र में पड़ा अभिलेखागर का रिकार्ड भी सुरक्षित हो सकता है।
जम्मू, जागरण संवाददाता: डोगरा राजाओं के समय के महत्वपूर्ण रिकार्ड की हजारों फाइलें बदहाली के शिकार हैं। ऐतिहासिक महत्व के इन दस्तावेजों को महाराजा अमर सिंह महल से राजाओं के समय के आर्मी हेडक्वार्टर में शिफ्ट करवाया गया है, लेकिन वहां पूरा काम्प्लेक्स देने के बजाय मात्र दो हाल ही अभिलेखागार को मिले हैं, जिसके चलते हजारों महत्वपूर्ण फाइलें धूल चाट रही हैं। रिकार्ड बर्बाद हो रहे हैं, लेकिन इसकी किसी को कोई चिंता नहीं है।
पुरातत्व, अभिलेखागार एवं डोगरा संग्रहालय के डिप्टी डायरेक्टर सेरिंग ताशी ने साफ किया कि अभिलेखागार का रिकार्ड ज्यादा है। उसे रखने के लिए जगह कम है। अगर विभाग को पूरा आर्मी हेडक्वार्टर काम्प्लेक्स मिल जाए तो कला केंद्र में पड़ा अभिलेखागर का रिकार्ड भी सुरक्षित हो सकता है।
रविवार को डोगरा सदर सभा की कोर ग्रुप की टीम ने मुबारक मंडी काम्पलेक्स का दौरा किया और आर्मी हेडक्वार्टर में रखे अभिलेखागर के रिकार्ड की बदहाली पर चिंता जताई एवं रोष व्यक्त किया। डोगरा सदर सभा के अध्यक्ष गुलचैन सिंह ने आरोप लगाया कि एक साजिश के तहत राजाओं के समय रिकार्ड को बर्बाद किया जा रहा है। पहले ही रिकार्ड की शिफ्टिंग में काफी नुकसान हो चुका है।
कला केंद्र में रखे रिकार्ड पूरी तरह से असुरक्षित हैं। आज हालत यह है कि कोई भी शोध छात्र अगर पढ़ाई करने के लिए अभिलेखागरी में आए तो उसे कोई भी सामग्री तरीके से उपलब्ध नहीं हो सकती। रिकार्ड को जल्द डिजटलाइजड करने की जरूरत है। इसे तरीके से संभालना चाहिए। पूरा आर्मी हेडक्वार्टर काम्प्लेक्स पुरातत्व अभिलेखागार एवं डोगरा संग्रहालय को दिया जाना चाहिए। मुबारक मंडी हेरिटेज सोसायटी इसमें रुकावट न बने।
मुबारक मंडी के जीर्णोद्धार कार्य में हो रही देरी पर नाराजगी
गुलचैन सिंह चाढ़क ने ऐतिहासिक मुबारक मंडी के जीर्णोद्धार कार्य में हो रही देरी पर नाराजगी जताई। उन्होंने इसके लिए भी सरकार को जिम्मेवार ठहराया। चाढक ने कहा कि उपराज्यपाल मुबारक मंडी हेरिटेज सोसायटी की गर्वॄनग बाडी के चेयरमैन हैं। उन्हेंं चाहिए कि पहले बनी कमेटियों की बैठकों का दौर शुरू करें। जीर्णोद्धार को लेकर सलाहाकार कमेटियों के सझाव लें। अगर जररूत हो तो नई कमेटियां गठित की जाएं।
इस बात पर जोर दिया गया कि मुबारक मंडी का जीर्णोद्धार कार्य तेजी से हो। अभी जिस गति से कार्य हो रहा है, उससे पूरे काम्प्लेक्स का जीर्णोद्धार संभव नहीं है। मुबारक मंडी जीर्णोद्धार कार्य का जायजा लेने वाले कोर कमेटी के सदस्यों में जीए खवाजा, गंभीर देव सिंह चाढ़क, अमानत अली शाह, नीरज आनंद, यशपाल गुप्ता, मबलविंद्र सिंह, शंकर सिंह, जगदीप सिंह, रवि सिंह सलाथिया आदि शामिल थे।