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Reasi Chenab Rafting Accident: दरिया में डूब रही थी मां पर नहीं छोड़ा बच्ची का हाथ

सभी के प्रयास से मां बेटी को भी बाहर निकाल लिया गया। इसके बाद परिवार को पुलिस वाहन से तलवाड़ा ले जाकर उनके स्वास्थ्य की जांच करवाई गई।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Wed, 22 May 2019 04:05 PM (IST)Updated: Wed, 22 May 2019 04:05 PM (IST)
Reasi Chenab Rafting Accident: दरिया में डूब रही थी मां पर नहीं छोड़ा बच्ची का हाथ
Reasi Chenab Rafting Accident: दरिया में डूब रही थी मां पर नहीं छोड़ा बच्ची का हाथ

रियासी, राजेश डोगरा। चिनाब दरिया में मंगलवार को जब उत्तर प्रदेश के पर्यटकों की राफ्ट पलटी तो डेढ़ वर्षीय बच्ची बिना लाइफ सेविंग जैकेट के थी, जिसे बचाने में उसके माता पिता सहित बचाव कार्य में जुटे लोगों ने पूरा दम लगा दिया। विशेषकर बच्ची की मां ने तेज लहरों के बावजूद बच्ची का हाथ नहीं छोड़ा और परिणाम सुखद रहा।

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परिवार जब राफ्टिंग के लिए रेनबो एडवेंचर के संपर्क में आया तो सभी को लाइफ सेविंग जैकेट पहनाई गई। जैकेट पहनते ही बच्चे रोने लगी, जिस पर बच्ची का जैकेट खोलने के बाद उसे मां पिंकी गुप्ता ने अपनी गोद में ले लिया। पुल के पिल्लर से टकराकर जैसे ही राफ्ट पलटी, सभी लोग दरिया में जा गिरे। पानी में गिरते ही मां ने बच्ची को कसकर पकड़ लिया। दोनों पानी के बहाव में बहने लगे। दरिया के ठंडे पानी में पिंकी गुप्ता को भले ही हिचकोले लगे, लेकिन उसने बच्ची पर अपनी पकड़ ढीली नहीं होने दी। वह जोर-जोर से मदद के लिए चिल्लाने के साथ बह रही थी। पुलिस के मुताबिक, इसी बीच पिता अनूप गुप्ता ने बच्ची को अपनी बाहों में ले लिया।

इसी बीच उनके साथ पानी में गिरी युवतियां तथा रेनबो एडवेंचर के दो सदस्य परिवार को बचाने में लग गए। उनके साथ दूसरी राफ्ट में सवार युवतियां भी मदद में जुट गईं। इस दौरान जीरो मोड़ के कुछ स्थानीय युवक अपने पशुओं को नहला रहे थे। स्थिति देखकर वे भी परिवार को बचाने के लिए दरिया में कूद पड़े। कुछ देर में परिवार के तीन सदस्यों को तो सुरक्षित पानी से बाहर निकाल लिया गया, लेकिन बच्ची व उसकी मां काफी दूर तक बह गए। सभी के प्रयास से मां बेटी को भी बाहर निकाल लिया गया। इसके बाद परिवार को पुलिस वाहन से तलवाड़ा ले जाकर उनके स्वास्थ्य की जांच करवाई गई।

गाजीपुर से मां वैष्णो देवी-शिवखाेड़ी दर्शनों को आया था उत्तर प्रदेश का यह परिवार

उत्तर प्रदेश के जिला गाजीपुर के परमड़ कस्बे के अनूप गुप्ता अपनी पत्नी पिंकी गुप्ता, डेढ़ वर्षीय बेटी शगुन गुप्ता, मां गीता गुप्ता और भाई अजीत गुप्ता के साथ माता वैष्णो देवी की यात्रा के बाद शिवखोड़ी में भगवान भोलेनाथ के दर्शन के लिए जा रहे थे। जब वह बारादरी चिनाब पुल पर पहुंचे तो उन्होंने एडवेंचर के लिए राफ्टिंग का मन बना लिया। सभी रेनबो एडवेंचर की एक राफ्ट में सवार होकर चिनाब दरिया में उतर गए। उस समय पौनी और कंडा क्षेत्र की कुछ युवतियां भी वहां राफ्टिंग का प्रशिक्षण ले रही थीं। कुछ युवतियां प्रशिक्षण के तौर पर उसी परिवार की राफ्ट में सवार हो गईं जबकि अन्य उनके पीछे दूसरी राफ्ट लेकर साथ हो गईं।

फरिश्ता बनकर आईं राफ्टिंग सीख रही लड़कियां और युवा, बचाई जान

जब राफ्ट पानी में पलटी और परिवार डूब रहा था तो इस दौरान वहां राफ्टिंग का प्रशिक्षण ले रही पौनी और कंडा की लड़कियां और स्थानीय युवक परिवार के लिए फरिश्ता बनकर आए। बचाव कार्य में तलवाड़ा जीरो मोड़ निवासी मुहम्मद मुस्तफा, अरशद, फारूक, लतीफ और लियाकत अली ने दरिया से उक्त परिवार के लोगों को बाहर निकालने में अपनी जान जोखिम में डाल दी। इन युवाओं ने कहा कि जब उन्होंने देखा कि लोग बह रहे हैं तो वे उन्हें बचाने दरिया में कूद गए। ऊपर वाले की शुक्र है कि सभी सुरक्षित हैं। राफ्टिंग का प्रशिक्षण ले रही पूजा राजपूत, अशमिता शर्मा, निशा, अस्मा अंजुम व इरफाना अख्तर ने भी जान की बाजी लगा दी। बचाव कार्य के बाद हर कोई उनकी सराहना करता नजर आया।

नियम रखे ताक पर, राफ्ट पर चढ़ाई बच्ची

राफ्टिंग के दौरान नियमों का उल्लंघन एक परिवार की जान पर भारी पड़ गया। गनीमत रही कि स्थानीय लोगों की मदद से सभी को बचा लिया गया। उधर राफ्टिंग नियमों के उल्लंघन और लापरवाही बरतने पर पुलिस ने मामला दर्ज कर रेनबो एडवेंचर के दो लोगों को हिरासत में ले लिया है जिनमें एक गाइड व एक फोटोग्राफर है, जो उन पलों को कैमरे में कैद कर पर्यटकों को उपलब्ध करवाता है। रियासी के एसएचओ अश्विनी शर्मा के मुताबिक नियमों के अनुसार डेढ़ वर्षीय बच्चे को राफ्टिंग नहीं करवाई जा सकती। उस पर राफ्ट में सवार बच्ची को लाइफ सेङ्क्षवग जैकेट नहीं पहनाई गई थी। यह लापरवाही जान पर भारी पड़ सकती थी।

चिनाब से लोगों को बचाने वाले सम्मानित

पर्यटकों को दरिया से बाहर निकालने में अहम योगदान देने वाले तीन लोगों को पुलिस ने सम्मानित किया, जिनमें पूजा राजपूत निवासी पौनी, लियाकत अली व मुहम्मद महरुफ निवासी जीरो मोड़ तलवाड़ा शामिल है। उनकी इस बहादुरी के लिए एसएसपी निशा नथियाल ने तीनों को नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया। हादसे के दौरान यह तीनों अपनी जान की परवाह किए बिना दरिया में कूद पड़े थे, जिसके बाद वहां मौजूद कुछ लोगों के सहयोग से सभी की जान बच गई।

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