Real Kashmir Football Club: दानिश संग कदमताल करता नए कश्मीर का जवां ख्वाज
आज रियल कश्मीर और दानिश एक-दूसरे की पहचान बन चुके हैं। 26 को अपने होम टाउन में होने वाले मुकाबले के बारे में दानिश कहते हैं कि घरेलू मैदान पर खेलना एक अलग तरह का अनुभव होगा।
श्रीनगर, रजिया नूर। दानिश भट! एक नाम जिसने कश्मीर को सब कुछ भूल आगे बढ़ने का जज्बा दे दिया। फिर से खुशी से थिरकना, जोश से झूमना और मस्ती में खो जाना सिखा दिया। वह फुटबॉल के साथ कदमताल करते हुए विरोधी खेमे की ओर आगे बढ़ता है, तो कश्मीर की धड़कनें उफान मारने लगती हैं। वह गिर जाए तो सांसें थम जाती हैं। पर वह फिर उठकर दौड़ता है, चूंकि जानता है कि कश्मीर की उम्मीदें उसके साथ ही दौड़ेंगी।
कश्मीर का रोनाल्डो नाम से मशहूर कश्मीर का स्टार फुटबॉलर दानिश भट एक बार फिर घरेलू दर्शकों के सामने जलवा बिखेरने को तैयार है। आइ-लीग में दानिश की टीम 'रियल कश्मीर का एक मुकाबला 26 को उनके होम टाउन श्रीनगर में होना है। पूरे कश्मीर में इस मुकाबले को लेकर जोश उफान पर है। यह फुटबॉलर आज कश्मीर की उम्मीदों का नया चेहरा बन चुका है और वादी में अपनी प्रतिभा का जादू बिखेर कश्मीरी युवाओं को नई प्रेरणा से भर दे रहा है। राज्य के पुनर्गठन के बावजूद बंदिशों और बंद की धमकियों के बावजूद दानिश और उसके साथी निरंतर अभ्यास का मौका तलाश ही लेते और घंटों अभ्यास में जुटे रहते। दानिश ने दैनिक जागरण को बताया कि तड़के अंधेरे में ही वह और उनके साथी अभ्यास में जुट जाते और पौ फटने से पहले ही अपना अभ्यास पूरा कर लौट आते। कुछ दिन उन्हें राज्य से बाहर भी प्रैक्टिस के लिए जाना पड़ा। बहरहाल, अब मुश्किलें कुछ कम हो चली हैं और दानिश की टीम आइलीग टूर्नामेंट में बाजी मारने को आतुर है। आज रियल कश्मीर और दानिश एक-दूसरे की पहचान बन चुके हैं। 26 को अपने होम टाउन में होने वाले मुकाबले के बारे में दानिश कहते हैं कि घरेलू मैदान पर खेलना एक अलग तरह का अनुभव होगा। उम्मीद है कि पूरा कश्मीर इस मुकाबले का भरपूर मजा लेगा..।
- शुक्र है कि कश्मीर में हालात तेजी से बेहतर हो रहे हैं और श्रीनगर में घरेलू दर्शकों के सामने खेलने का सपना फिर पूरा होने जा रहा है। चाहत है कि पूरा कश्मीर इस मुकाबले के दौरान हमारा हौसला बढ़ाए। - दानिश भट, स्टार फुटबॉलर, रियल कश्मीर टीम
विरासत में मिली फुटबॉल, संघर्ष भी लंबा..
श्रीनगर के डाउनटाउन के रहने वाले 23 वर्षीय दानिश नंबर 10 जर्सी में खेलते हैं और इस नंबर को पाने के लिए पसीना भी खूब बहाया है। दानिश के अनुसार फुटबॉल का खेल विरासत में मिला, क्योंकि पिता और दो चाचा स्थानीय क्लबों के लिए खेलते थे। पापा और अंकल जब खेलने जाते थे तो मैं साथ जाता था। लोग उनके लिए तालियां बजाते तो मैं भी खुशी से झूमता था। इन्हीं तालियों की गूंज ने मुङो भी फुटबॉलर बना दिया। मैंने स्कूल का क्लब ज्वाइन किया। जल्द ही जम्मू कश्मीर बैंक की टीम में मौका मिल गया। वर्ष 2016 में रियल कश्मीर फुटबॉल टीम बनी और मैं भाग्यशाली हूं कि मुङो मौका मिला।
कश्मीर में टेलेंट की कमी नहीं, बस प्लेटफार्म मिले..
दानिश ने कहा, कश्मीर में टेलेंट की कमी नही है। अच्छा प्लेटफार्म मिले तो खिलाड़ी न केवल फुटबॉल बल्कि क्रिकेट और अन्य खेलों में भी सफलता के आयाम गढ़ सकते हैं। वादी में सुविधाएं मिलें तो युवा असामान्य स्थिति में भी सर्वश्रेष्ठ देने की क्षमता रखते हैं।
मुकाबले का इंतजार..
ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन के अंतर्गत आइ-लीग प्रतियोगिता में देश के नामी क्लब हिस्सा ले रहे हैं। 30 नवंबर से शुरू हुई प्रतियोगिता चार अप्रैल को समाप्त होगी। रियल कश्मीर टीम 26 दिसंबर से अगले कुछ मुकाबले श्रीनगर में खेलेगी। खेल प्रेमियों ने टीम के स्वागत की तैयारी की ही है, खिलाड़ी भी होम ग्राउंड पर प्रतिभा दिखाने को बेकरार हैं।