Jammu Kashmir BJP: रैना के भाजपा प्रदेशाध्यक्ष बने रहने के पूरे आसार, अंतिम फैसला 25 के आसपास
वहीं जम्मू कश्मीर के हालात को लेकर भाजपा के खिलाफ प्रदेश कांग्रेस दिल्ली में 14 दिसंबर को केंद्र सरकार विरोधी महारैली में उत्साह दिखाएगी।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। जम्मू कश्मीर भाजपा के नए अध्यक्ष के चुनाव की सरगर्मियों के बीच पार्टी हाईकमान के प्रतिनिधियों मुरलीधर राव व सुनील देवधर का जम्मू दौरा फिलहाल टल गया है। राव व देवधर को भाजपा प्रदेशाध्यक्ष को लेकर आम सहमति बनाने के लिए जम्मू आना था। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष रविंद्र रैना के दिल्ली दौरे के बाद दोनों वरिष्ठ नेताओं के दौरे को फिलहाल टाल दिया है। अलबत्ता हाईकमान ने उनके जम्मू आने की नई तिथि की घोषणा नहीं की है। तय कार्यक्रम के तहत उन्हें जम्मू में भाजपा सांसदों, पूर्व विधायकों व प्रदेश पदाधिकारियों से प्रदेश अध्यक्ष चुनाव को लेकर राय लेनी थी।
प्रदेश भाजपा ने तय समय अवधि में जम्मू संभाग के अपने 17 जिलों में से 15 जिलों के प्रधान चुन लिए हैं। अब प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव होने का इंतजार किया जा रहा है। रविंद्र रैना को फिर से भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष बनाने के पूरे आसार हैं। वह गत वर्ष सत शर्मा के मंत्री बनने के बाद प्रदेश भाजपा के कार्यवाहक अध्यक्ष बने थे।
पार्टी सूत्रों के अनुसार नए प्रदेश अध्यक्ष का फैसला 25 दिसंबर के आसपास हो जाएगा। दिल्ली संसद सत्र के चलते भाजपा हाईकमान प्रदेश अध्यक्ष चुनाव को लेकर फैसला नही कर रहा था। आज शुक्रवार को संसद सत्र समाप्त होने के बाद पार्टी हाईकमान जम्मू कश्मीर में प्रदेश अध्यक्ष चुनाव की तिथि की घोषणा कर सकती है। घोषणा होने के बाद चुनाव के पर्यवेक्षक हर्षवर्धन व तरूण चुग जम्मू में अपनी मौजूदगी में प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव करवाएंगे। संगठनात्मक चुनाव के प्रभारी विरेंद्रजीत सिंह ने जागरण को बताया कि हम प्रदेश अध्यक्ष चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार हैं। चुनाव की तिथि की घोषणा होने का इंतजार किया जा रहा है।
दिल्ली में महारैली में शामिल होंगे 200 से अधिक कांग्रेसी
जम्मू कश्मीर के हालात को लेकर भाजपा के खिलाफ प्रदेश कांग्रेस दिल्ली में 14 दिसंबर को केंद्र सरकार विरोधी महारैली में उत्साह दिखाएगी। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीए मीर के नेतृत्व में 200 से अधिक वरिष्ठ नेता और पदाधिकारी महारैली में हिस्सा लेंगे। जीए मीर दिल्ली पहुंच चुके हैं। अन्य शुक्रवार तक पहुंच जाएंगे। इनमें लद्दाख के साथ कश्मीर के कुछ नेता शामिल हैं। महारैली के लिए कांग्रेस के पूर्व सांसद, पूर्व विधायक, पूर्व मंत्री, पूर्व एमएलसी, जिला प्रधान व अन्य सहयोगी संगठनों के प्रभारी ही दिल्ली जा रहे हैं। आर्थिक मंदी, बेरोजगारी, महंगाई आदि ज्वलंत मुद्दों पर कांग्रेस की महारैली के बाद प्रदेश कांग्रेस के नेता दिल्ली में हाईकमान से अलग बैठकों की कोशिशें भी करेंगे। इस दौरान जम्मू कश्मीर के हालात के साथ राजनीतिक गतिविधियों पर विचार संभव है। प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रविंद्र शर्मा का कहना है कि दिल्ली में होने वाले अभियान में सिर्फ वरिष्ठ नेता व पदाधिकारी ही जा रहे हैं। देश के ज्वलंत मुद्दों को लेकर महारैली के बाद प्रदेश कांग्रेस पार्टी हाईकमान के साथ बैठकें भी करेगी। प्रदेश कांग्रेस जम्मू कश्मीर के हालात को लेकर लगातार केंद्र को आगाह कर रही है। कश्मीर संभाग में कांग्रेस के कई नेता, कार्यकर्ता अभी भी पुलिस हिरासत में हैं, ऐसे में दिल्ली में कश्मीर के नेताओं की भागीदारी कम होगी।