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Jammu Kashmir: राम माधव ने पूछा, क्या अनुच्छेद 370 लगाते समय पूछा गया था, जो इसे हटाने से पहले पूछते

उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 को हटाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शेख अब्दुल्ला की थ्री-नेशन थ्यूरी को भी पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Fri, 16 Aug 2019 03:12 PM (IST)Updated: Fri, 16 Aug 2019 03:12 PM (IST)
Jammu Kashmir: राम माधव ने पूछा, क्या अनुच्छेद 370 लगाते समय पूछा गया था, जो इसे हटाने से पहले पूछते
Jammu Kashmir: राम माधव ने पूछा, क्या अनुच्छेद 370 लगाते समय पूछा गया था, जो इसे हटाने से पहले पूछते

जम्मू, राज्य ब्यूरो। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने कहा कि अनुच्छेद 370 के अधूरे एजेंडे को पूरा कर भाजपा ने अटल बिहारी वाजपेयी को सच्ची श्रद्धांजलि दी है। सही मायनों में यह अनुच्छेद हटने के बाद ही जम्मू-कश्मीर का भारत के साथ पूरा विलय हुआ है। 70 सालों में जो नहीं हो पाया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मजबूत इरादों से कर दिखाया।

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राम माधव जम्मू-कश्मीर के दो दिवसीय दौरे पर हैं। बुधवार को लेह में स्वतंत्रता दिवस समारोह में शामिल होने के बाद आज शुक्रवार को जम्मू पहुंचे राष्ट्रीय महासचिव ने पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की पहली पुण्यतिथि पर आयोजित समारोह में उनके चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित किए। कार्यक्रम के उपरांत पत्रकारों से भी बात की। केंद्र सरकार के इस फैसले का विरोध करने वाले कश्मीर केंद्रित दलों को आड़े हाथों लेते हुए माधव ने कहा कि जब जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 लगाई गई थी, क्या उस समय किसी से पूछा नहीं गया था। क्या जम्मू वासियों को इस बारे में बताया गया था, तो हटाते समय उनसे क्यों पूछा जाना था।

शेख अब्दुल्ला की थ्री-नेशन थ्यूरी को किया ध्वस्त

उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 को हटाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शेख अब्दुल्ला की थ्री-नेशन थ्यूरी को भी पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया है। कश्मीर में पूर्व मुख्यमंत्रियों, राजनीतिज्ञों, अलगाववादियों सहित अन्य नेताओं को हिरासत में लिए जाने और बंद संबंधी पूछे गए सवाल के जवाब में राम माधव ने कहा कि राजनीतिज्ञों के लिए हिरासत में रहना आम बात है। इससे उन्हें विचलित नहीं होना चाहिए। जहां तक वहां सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की बात है तो केंद्र सरकार ने कश्मीर में जो कदम उठाए हैं, वहां अशांति न फैले इसीलिए है। वहां हालात सामान्य है।

गलतियों को सुधारने के लिए बनाया केंद्र शासित प्रदेश

उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित इसलिए बनाया गया ताकि केंद्र इसे अपनी निगरानी में रख गलतियों को सुधारे। जम्मू-कश्मीर में जल्द परिसीमन होगा। यहां विधानसभा की 83 सीटों के बजाय अब 90 सीटें होगी। 24 सीटें गुलाम कश्मीर के लिए आरक्षित होंगी। यही नहीं जम्मू-कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश बनने से यहां लागू 150 कानून समाप्त होंगे, 120 केंद्र कानून यहां पर प्रभावी होंगे जबकि 23 एेसी व्यवस्थाएं भी यहां लागू होंगी जो देश के दूसरे राज्यों में प्रभावी हैं।

 आतंकवाद-अलगाववाद से सख्ती से निपटा जाएगा

माधव ने लोगों को यह विश्वास दिलाया कि केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद जम्मू-कश्मीर में शांति बहाली का काम तेजी से होगा। आतंकवाद, अलगाववाद से सख्ती से निपटा जाएगा। यही नहीं देश विरोधी एजेंडे को बल देने वालों को जेल में डाला जाएगा। राज्य में अशांति फैलाकर अपने निहित स्वार्थों की पूर्ति करने वालों पर लगाम कसी जाएगी। आम जनता को अब राजनीतिज्ञों का मोहरा नहीं बनने दिया जाएगा। जम्मू-कश्मीर में विकास की गति तेज होगी और लोगों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।

पाकिस्तान को कड़ा सबक सिखाया जाएगा

कश्मीर की शांति को नुकसान पहुंचाकर यहां आतंकवाद व अलगाववाद को बढ़ावा दे रहे पाकिस्तान को भी कड़ा सबक सिखाया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले ही पाकिस्तान को आतंकवाद का जवाब दे चुके हैं। अनुच्छेद 370 हटने के बाद पाकिस्तान ने भारत सरकार को कई चेतावनी दी परंतु उसे समझना चाहिए कि भारत कमजोर देश नहीं है। कश्मीर में अशांति फैलाने वालों को कतई माफ नहीं किया जाएगा। पड़ोसी जो कुछ कर रहा है उसे इसके विपरीत परिणाम झेलने होंगे।

प्रजा परिषद के आंदोलन के शहीदों को भी दी श्रद्धांजलि

इससे पहले राम माधव ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी श्रद्धासुमन अर्पित करने के साथ राज्य में वर्ष 1953 के प्रजा परिषद के आंदोलन में एक विधान, एक निशान, एक प्रधान की मांग को लेकर शहादत देने वाले 15 जम्मू वासियों को भी श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने शहीदों के परिजनों के साथ आंदोलन में हिस्सा लेने वाले परिषद के जीवित 42 सदस्यों व 192 उन सदस्यों के परिजनों को भी सम्मानित किया जो इस दुनिया में नहीं है। इस कार्यक्रम के बाद राम माधव ने जम्मू के त्रिकुटा नगर में गुज्जर-बक्करवालों के एक सम्मेलन को भी संबोधित किया।


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