जम्मू : कालेज की छात्राओं ने निकाली रैली, पोस्टर मेकिंग से दिया ऊर्जा संरक्षण का संदेश
7 दिसंबर को ऊर्जा कुशल भारत विषय पर पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता हुई 46 छात्राओं ने भाग लेकर जागरूकता फैलाई कि ऊर्जा बचत के माध्यम से ग्लोबल वार्मिंग को कम करने के लिए भारत की ऊर्जा संरक्षण में बड़ी भूमिका होगी।
जम्मू, जागरण संवाददाता : गर्वनमेंट कालेज फार वुमेन भगवती नगर ने 17 से 23 दिसंबर तक आजादी का अमृत महोत्सव के तत्वावधान में राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण सप्ताह मनाया। आयोजन का उद्देश्य ऊर्जा दक्षता और संरक्षण के महत्व के बारे में जन जागरूकता फैलाना था।
सप्ताह के दौरान ऊर्जा संरक्षण के लिए प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करते हुए पोस्टर मेकिंग, स्लोगन राइटिंग और रैली का आयोजन किया गया। इन आयोजनों में कालेज के लगभग 100 छात्राओं ने भाग लिया। 17 दिसंबर को ऊर्जा कुशल भारत विषय पर पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता हुई, 46 छात्राओं ने भाग लेकर जागरूकता फैलाई कि ऊर्जा बचत के माध्यम से ग्लोबल वार्मिंग को कम करने के लिए भारत की ऊर्जा संरक्षण में बड़ी भूमिका होगी। 20 दिसंबर को नारा लेखन कार्यक्रम में 34 छात्राओं ने भाग लेकर ऊर्जा दक्षता उपायों को अपनाने के लिए प्रेरित किया।
वीरवार को कोलेज परिसर और उसके आसपास रैली का आयोजन किया गया। कालेज की प्राचार्य प्रो. मिनी शर्मा ने झडी दिखाकर रैवी को रवाना किया था। सप्ताह भर चलने वाली गतिविधियों में पूरे मनोयोग से भाग लेने वाली छात्राओं की उन्होंने सराहना की। प्रिंसिपल ने कहा कि इस तरह की गतिविधियों का उद्देश्य देश के युवा वर्ग में ऊर्जा संरक्षण को बढ़ावा देना और उन्हें संवेदनशील बनाना है। इससे ऊर्जा संरक्षण की आदत पैदा होगी जो अंतत: उनके बीच व्यवहार परिवर्तन ला सकती है।
अनुसूचित जनजाति के लिए सीटें आरक्षित करने का स्वागत : गुर्जर देश चेरिटेबल ट्रस्ट के वरिष्ठ उप प्रधान व भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य अरशद चौधरी ने परिसीमन आयोग की ड्राफ्ट रिपोर्ट में अनुसूचित जनजाति समुदाय के लिए सीटें आरक्षित रखने की सिफारिश का स्वागत करते हुए कहा कि गुज्जर समुदाय को राजनीतिक आरक्षण मिलने से इस समुदाय का विकास होगा। अरशद चौधरी ने वीरवार को पत्रकार वार्ता में कहा कि गुज्जर समुदाय पिछले तीन दशकों से राजनीतिक आरक्षण दिए जाने की मांग को लेकर संघर्ष कर रहा था, लेकिन किसी भी सरकार ने उनकी इस जायज मांग को पूरा नहीं किया। अब लंबे इंतजार के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में जम्मू-कश्मीर के गुज्जर समुदाय की सालों पुरानी यह मांग पूरी हुई है। उन्होंने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह व जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा का आभार जताया।