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खराब मौसम, बारिश व कई जगह भूस्खलन के कारण अमरनाथ यात्रा स्थगित

मौसम के मिजाज और तीखे होने से अमरनाथ यात्रा बालटाल व पहलगाम से स्थगित कर दी गई। बारिश से कई जगह भूस्खलन से रास्ते को काफी नुकसान पहुंचा है।

By Preeti jhaEdited By: Published: Thu, 05 Jul 2018 09:20 AM (IST)Updated: Thu, 05 Jul 2018 02:01 PM (IST)
खराब मौसम, बारिश व कई जगह भूस्खलन के कारण अमरनाथ यात्रा स्थगित
खराब मौसम, बारिश व कई जगह भूस्खलन के कारण अमरनाथ यात्रा स्थगित

जम्मू, जागरण न्यूज नेटवर्क। मौसम के मिजाज और तीखे होने से बुधवार को बाबा अमरनाथ यात्रा बालटाल व पहलगाम से स्थगित कर दी गई। दोनों मार्गो पर बारिश से कई जगह भूस्खलन से रास्ते को काफी नुकसान पहुंचा है। कम रोशनी के कारण दोनों मार्गो से हेलीकॉप्टर सेवा भी बाधित रही। यात्रा न जा पाने से हजारों श्रद्धालु बालटाल व पहलगाम में फंस कर रह गए हैं और यात्रा शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं।

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अमरनाथ यात्रा खराब मौसम के कारण निलंबित कर दी गई हैं। पुलिस के अनुसार तीर्थयात्री को भगवती नगर यात्रा निवास से गुफा के लिए नहीं जाने दिया गया है। 28 जून से शुरू हुए यात्रा में अब तक, 60,752 तीर्थयात्रियों ने दर्शन किए है। 

इस बीच, तड़के जम्मू स्थित आधार शिविर यात्री निवास भगवती नगर से 3708 श्रद्धालुओं का सातवां जत्था पहलगाम और बालटाल के लिए रवाना हुआ।बालटाल रूट से यात्रा करने के लिए 1678 श्रद्धालु रवाना हुए, जिनमें 1274 पुरुष और 404 महिलाएं शामिल थीं। पहलगाम रूट से 2030 श्रद्धालु रवाना हुए जिनमें 1580 पुरुष, 218 महिलाएं और 232 साधु शामिल थे।बाबा अमरनाथ की यात्रा 28 जून से शुरू हुई थी।

पहला जत्था 27 जून से रवाना हुआ था। इस बार दो महीने की यात्रा है। यह 26 अगस्त को रक्षा बंधन वाले दिन संपन्न होगी। मंगलवार देर शाम तक 40,000 से अधिक श्रद्धालु पवित्र गुफा के दर्शन कर चुके थे।

तीन और श्रद्धालुओं की हृदयगति रुकने से मौतबालटाल यात्रा मार्ग पर बरारीमर्ग में तीन और श्रद्धालुओं की हृदयगति रुकने से मौत हो गई। तीनों की अभी पहचान नहीं हो पाई है। दो की मंगलवार देर रात, जबकि एक श्रद्धालु की बुधवार तड़के मौत हुई है। इसके साथ ही यात्रा के दौरान अभी तक मरने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 12 हो गई है।

अमरनाथ यात्रा मार्ग पर बादल फटा

श्री अमरनाथ यात्रा पर मौसम जानलेवा बन गया है। यात्रा के आधार शिविर बालटाल से पवित्र गुफा की तरफ जाते रास्ते पर बरारीमर्ग और रेलपथरी के बीच मंगलवार शाम को बादल फटने से आई बाढ़ व भूस्खलन में दो श्रद्धालुओं की मौत और चार अन्य घायल हो गए, जिनमें तीन की हालत गंभीर बताई जा रही है। यात्रा मार्ग पर कई अन्य स्थानों पर भी नुकसान पहुंचा है। बालटाल में कार पार्किंग स्थल के पास बाढ़ आने से कई वाहनों को नुकसान होने की सूचना है। देर रात तक सेना, पुलिस, आइटीबीपी, एनडीआरएफ, एसआरटीपी के जवान राहत कार्यो में जुटे रहे। मृतकों व घायलों को अस्पताल व चिकित्सा शिविरों में पहुंचाया गया।

मृतकों की पहचान ज्योति शर्मा पत्नी विनोद शर्मा निवासी नारायणा दिल्ली, अशोक मेहता पुत्र खारो मेहता निवासी वार्ड नंबर तीन, रामपुर, तुमरा, पटना, बिहार के रूप में हुई है। घायलों में श्रद्धालु मनसुख लाल पुत्र स्वाजी भाई निवासी जाम नगर, गुजरात व दो खच्चरवाले रियाज अहमद बागे और आरिफ हुसैन खटाना दोनों निवासी अनंतनाग के रूप में हुई है।इससे पूर्व मंगलवार सुबह भी तीन अन्य श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जिनमें एक की भूस्खलन की चपेट में आने से और दो की हृदयगति रुकने से जान चली गई। 28 जून से शुरू हुई यात्रा में अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है।

संबंधित अधिकारियों ने बताया कि सुबह आधार शिविर बालटाल में एक लंगर में 75 वर्षीय महिला ठोटा राधनम की हृदयगति रुकने से मौत हो गई। वह आंध्रप्रदेश में फायवलम की रहने वाली थीं। इसी दौरान संगम क्षेत्र में 65 वर्षीय श्रद्धालु राधा कृष्ण सैस्त्री ने अचानक सीने में तेज दर्द की शिकायत की। उन्हें तुरंत निकटवर्ती चिकित्सा शिविर में पहुंचाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। डॉक्टरों के मुताबिक, उनकी मौत हृदयाघात से हुई है। वह भी आंध्रप्रदेश के अनंतपुर के रहने वाले थे। दोनों श्रद्धालुओं के शव बालटाल स्थित चिकित्सा शिविर में रखे गए हैं। आवश्यक कानूनी औपचारिकता के बाद शव उनके परिजनों के हवाले कर दिए जाएंगे। इससे पूर्व गत सोमवार को भी यात्रा मार्ग पर बरारीमर्ग और रेलपथरी के बीच भूस्खलन की चपेट में आकर उत्तराखंड से आए श्रद्धालु पुष्कर नाथ गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां मंगलवार सुबह उन्होंने दम तोड़ दिया। इससे पहले श्री अमरनाथ यात्रा के दौरान एक बीएसएफ अधिकारी, एक लंगर सेवादार और एक पालकी वाले की भी मौत हो चुकी है।

शिकारा पलटा, दो लापता : 

मंगलवार शाम को आई तेज आंधी व तूफान में कश्मीर में नगीन झील में एक शिकारा पलट गया। शिकारे में सवार चार लोगों में से दो को बचा लिया गया, जबकि दो का कोई सुराग नहीं मिला। उधर, त्राल में भी बादल फटने की सूचना है।

सात अमरनाथ यात्री घायल

रामबन जिला के चंद्रकोट इलाके में सीआरपीएफ की 84वीं वाहिनी के कैंप के पास बुधवार सुबह अमरनाथ यात्रियों की विंगर के टाटा सूमो से टकराने के कारण सात अमरनाथ यात्री घायल हो गए। घायल श्रद्धालु मध्यप्रदेश के हैं और वे बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए अमरनाथ जा रहे थे।

जानकारी के मुताबिक गैर पंजीकृत अमरनाथ यात्रियों को लेकर विंगर नंबर जेके20-3527 श्रीनगर की तरफ जा रही थी। चंद्रकोट में सीआरपीएफ कैंप के पास ¨वगर की आगे खड़ी टाटा सूमो नंबर जेके12-0494 के साथ टक्कर हो गई। इस टक्कर से ¨वगर और टाटा सूमो दोनों क्षतिग्रस्त हो गए। हादसे के वक्त ¨वगर में 11 अमरनाथ यात्री सवार थे, जिनमें से दो महिलाओं सहित पांच श्रद्धालु घायल हो गए। घायलों को रामबन जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।

घायलों की पहचान निशा सारस्वत पत्नी बिरध सारस्वत, विजय पुत्र नारायण, कुलदीप पुत्र कैलाश , सुशील भूषण पुत्र जुगल किशोर, मीना विजय पत्नी विजय और रमेश शर्मा पुत्र शाम लाल सभी निवासी मध्यप्रदेश के रूप में हुई है।

एसएसपी रामबन मोहन लाल के अनुसार हादसे में सभी अमरनाथ यात्री मामूली घायल हुए। उनको रामबन जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सभी सुरक्षित हैं और ये सभी अमरनाथ यात्री गैर पंजीकृत थे। 


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