Jammu: रेल कर्मियों ने यूनियन नेता के फोन टेपिंग करने के विरोध में मनाया "धिक्कार दिवस"
इस नीति के तहत सरकार लाखों रेल कर्मियों को बेरोजगार कर रही है। रेलवे के निजीकरण से देश के हर सेक्टर की तरह रेलवे भी पूंजीपतियों के हाथ में चला जाएगा। आम लोगों को रेलवे में जो सुविधा मिल रही है उससे वे वंचित हो जाएंगे।
जम्मू, जागरण संवाददाता: केन्द्र सरकार पर तानाशाही नीति अपनाने का आरोप लगाते हुए रेल कर्मियों ने सरकार के विरुद्ध प्रदर्शन किया। मंगलवार को रेल कर्मियों ने धिक्कार दिवस के तौर पर मनाने की पहले से ही घोषणा की थी। रेलकर्मियों ने इस दौरान सरकार के विरुद्ध जम कर नारेबाजी की।
नार्दन रेलवे मैन्स यूनियन के आह्वान पर रेल कर्मी केन्द्रीय सरकार के विरुद्ध घिक्कार दिवस मना रहे है। इस दौरान यूनियन के नेता हरपाल सिंह ने कहा कि फोन टैपिंग मामले को लेकर जो खुलासा हुआ है उस में यूनियन के राष्ट्रीय महासचिव शिव गोपाल मिश्रा का फोन टैपिंग किए जाने की बात भी सामने आई है।
उन्होंने आरोप सरकार अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए आए दिन कुछ न कुछ करती रहती है, जो देश के हित में नहीं होती। महासचिव शिव गोपाल मिश्रा हमेशा ही मजदूरों के हकों के लिए लड़ते रहे हैं। मौजूदा सरकार मजदूरों की आवाज को दबाना चाहती है, जो वे कभी नहीं होंगे देंगे। उन्होंने सरकार की रेलवे में निजीकरण की नीति का भी विरोध किया।
इस नीति के तहत सरकार लाखों रेल कर्मियों को बेरोजगार कर रही है। रेलवे के निजीकरण से देश के हर सेक्टर की तरह रेलवे भी पूंजीपतियों के हाथ में चला जाएगा। आम लोगों को रेलवे में जो सुविधा मिल रही है, उससे वे वंचित हो जाएंगे। रेलगाड़ियों में लोगों का सफर करना महंगा हो जाएगा।
एनआरएमयू कभी भी केन्द्र सरकार को उनकी इस नीति में कामयाब नहीं होने देगी। प्रदर्शन में शामिल केके शर्मा, एसबी दास, राजेश कुमार, प्रकाश कुमार, जेपी सिंह ने भी मौके पर मौजूद रेल कर्मियों को संबोधित किया। उन्होंने केन्द्र सरकार को मजदूर विरोधी नीतियां ना अपनाने के प्रति चेताया।