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रेलवे की लापरवाही, यात्रियों की जान व माल पर पड़ रही है भारी

आतंकवाद प्रभावित जम्मू कश्मीर राज्य से देश के विभिन्न हिस्सों के लिए रवाना होने वाली कई महत्वपूर्ण रेलगाड़ियों में यात्रियों की सुरक्षा को ताक पर रखा गया है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Fri, 18 Jan 2019 11:43 AM (IST)Updated: Fri, 18 Jan 2019 11:43 AM (IST)
रेलवे की लापरवाही, यात्रियों की जान व माल पर पड़ रही है भारी
रेलवे की लापरवाही, यात्रियों की जान व माल पर पड़ रही है भारी

जम्मू, जागरण संवाददाता । आतंकवाद प्रभावित जम्मू कश्मीर राज्य से देश के विभिन्न हिस्सों के लिए रवाना होने वाली कई महत्वपूर्ण रेलगाड़ियों में यात्रियों की सुरक्षा को ताक पर रखा गया है। आए दिन चलते रेलगाड़ियों में लूटपाट के मामले प्रकाश में आते रहते है, बावजूद इसके रेल प्रबंधन यात्रियों की सुविधा को पुख्ता करने मे दिलचस्ती नहीं दिखाता। जम्मू से चलने वाली और आने वाली लंबी दूरी की कई रेलगाड़ियों में सुरक्षाकर्मी तैनात ही नहीं किए जाते। सुरक्षा एजेंसियों ने कई बार चेतावनी जारी कर आतंकियाें द्वारा रेलगाड़ियों और स्टेशन में वारदात को अंजाम देने की बात कही हैं।

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जम्मू से रात के समय चलने वाली कई साप्ताहिक, विशेष रेलगाड़ियों में सवार यात्रियों की सुरक्षा के ना तो रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (आरपीएफ) और ना हीं जरनल रेलवे पुलिस (जीआरपी) के जवान तैनात होते है। जम्मू से हरिद्वार के बीच चलने वाली साप्ताहिक विशेष रेलगाड़ी संख्या 14606 सप्ताह के रविवार को जम्मू से रात 22:20 बजे रवाना होती है। जम्मू से रवाना होने वाली रेलगाड़ी में लुधियाना तक कोई भी सुरक्ष कर्मी तैनात नहीं होता। इसी प्रकार श्री माता वैष्णो देवी कटड़ा से मद्रास के बीच चलने वाली रेलगाड़ी सप्ताह के सोमवार को कटड़ा से जम्मू से रात 09:55 बजे रवाना होती है। कटड़ा से जम्मू तक इस रेलगाड़ी में कोई भी सुरक्षा कर्मी तैनात नहीं होता। रात का समय होने के बावजूद सुरक्षा बलों की तैनाती ना होना सुरक्षा में चूक के बराबर है। इसी प्रकार कटड़ा से रात के समय जम्मू आने वाले रेलगाड़ी संख्या 16688, रेलगाड़ी संख्या 163718, रेलगाड़ी संख्या 16032 में भी सुरक्षा कर्मियों की तैनात नहीं हाेती। आतंकवाद प्रभावित जम्मू कश्मीर के पर्वतीय क्षेत्र में बना है कटड़ा जम्मू रेल सेक्शन। ऐसे में इस सेक्शन में यदि आतंकी किसी प्रकार की वारदात को अंजाम देते है ताे वह घातक साबित हो सकती है।

दुरंतो में तैनात नहीं होते सुरक्षा कर्मी

जम्मू से दिल्ली के सराय रोहिल्ला रेलवे स्टेशन के बीच चलने वाले दुरंतो में यात्रियों की सुरक्षा के लिए ना तो आरपीएफ और ना हीं जीआरपी के जवान तैनात रहते है। यदि कारण रहा होगा कि लूटेरों ने दिल्ली के बादली इलाके में दुरंतो में घुसकर तेजधार हथियार की नौक पर यात्रियों से नकदी तथा जेवरात को छीन लिया। हालांकि दुरंतो जम्मू रेलवे स्टेशन से सराय रोहिल्ला तक पहुंचने में केवल लुधियाना रेलवे स्टेशन में हीं रुकती है।

रेलगाड़ियों में जवानों की तैनात पर बोर्ड लेते है फैसला

आरपीएफ के अस्सिटेंट कमांडेंट जेके कुंडल का कहना है कि किस रेलगाड़ी के साथ जवानों को तैनात किया जाएगा इस बात का फैसला रेलवे बोर्ड करते है। जम्मू से रवाना होने वाली रेगुलर रेलगाड़ियों के साथ चार से पांच हथियार बंद जवान तैनात रहते है, जिसकी अगुवाई अस्सिटेंट सब इंस्पेक्टर, हैड कांस्टेबल रैंक का अधिकारी करता है। साप्ताहिक या विशेष रेलगाड़ियों में तैनाती नहीं होती। इसके अलावा लखनपुर से लेकर कटड़ा तक रेलवे ट्रैक की सुरक्षा को सभी सुरक्षा एजेंसियां सुनिश्चित करती है।


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