संताेष ट्रॉफी फुटबॉल प्रतियोगिता: जसप्रीत ने पंजाब को पहली जीत दिलाई, उत्तर प्रदेश ने भी मुकाबला जीता
दोनों टीमों के बीच कांटे की टक्कर वाला मुकाबला हुआ लेकिन मध्यांतर से पहले के खेल तक कोई भी गोल करने में कामयाब नहीं हो पाया।
जम्मू, जागरण संवाददाता। जसप्रीत सिंह के बेहतरीन खेल की बदौलत पंजाब ने हरियाणा की टीम को दो गोल के अंतर से मात देकर ए ग्रुप के पहले मुकाबले में शानदार जीत दर्ज की। एक अन्य मुकाबले में उत्तर प्रदेश की टीम ने भी हिमाचल प्रदेश को एक गोल से हराकर जीत हासिल की। दोनों टीमों को तीन-तीन अंक जीत हासिल करने के लिए मिले।
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड स्पोटर्स कांप्लेक्स, कटड़ा में प्रतियोगिता के दूसरे दिन ग्रुप ए के दो मुकाबले खेले गए। पहला मुकाबला पंजाब और हरियाणा की टीम के बीच रोमांच से भरपूर रहा। मध्यांतर से पहले के खेल तक कोई भी टीम एक-दूसरे के खिलाफ गोल करने में कामयाब नहीं हो पाई। मध्यांतर के बाद के खेल में सात नंबर की जर्सी पहने मिड फिल्डर परमजीत सिंह ने टीम के लिए पहला गोल 51वें मिनट में किया।
हरियाणा की टीम के पांच नंबर की जर्सी पहने डिफेंडर प्रवीण ने 14 मिनट के उपरांत साथी खिलाड़ी से मिले पॉस को 65वें मिनट में गोल में परिवर्तित कर स्कोर को 1-1 पर पहुंचा दिया। पंजाब की टीम ने अपने अनुभव का परिचय देते हुए आक्रामक खेल का प्रदर्शन शुरू किया। 10 नंबर की जर्सी पहने फारवर्ड खिलाड़ी जसप्रीत सिंह ने 68वें और फिर 82वें मिनट में लगातार दो गोल कर स्कोर को 3-1 पर पहुंचाकर बढ़त मैच के अंत तक बरकरार रखी। पंजाब फुटबॉल टीम के जसप्रीत सिंह को मैच के 28वें मिनट और हरियाणा के कृष्ण कुमार को 77वे मिनट में रेफरी ने येलो कार्ड दिए। इस मुकाबले में लानथोइबा, प्रवीण कुमार फारसी, फिलिप, अनिमेश, अरुणवा और भारत सिंह नेगी खेल अधिकारी थे।
प्रतियोगिता के ग्रुप ए के दूसरे मुकाबले में उत्तर प्रदेश ने हिमाचल प्रदेश को 1-0 गोल से शिकस्त दी। दोनों टीमों के बीच कांटे की टक्कर वाला मुकाबला हुआ लेकिन मध्यांतर से पहले के खेल तक कोई भी गोल करने में कामयाब नहीं हो पाया। मैच के दूसरे हॉफ के 81वें मिनट में 9 नंबर की जर्सी पहने फारवर्ड खिलाड़ी अंकुर कुमार सिंह ने शानदार गोल कर 1-0 की बढ़त बनाई। अंकुार को 83वें और फैजी अब्बास को 65वें मिनट में येलो कार्ड मिले। इस मुकाबले में मृत्युंजय लिंगाराज, मुहम्मद इस्माइल खान, देबदत्ता मंडल, जेम्स जाय, लिनडिन फीडलिस और विक्रम सिंह भंडारी खेल अधिकारी थे।
दिल्ली के मुकाबले जम्मू-कश्मीर की टीम सशक्त : हैड कोच सतपाल
मेजबान जम्मू-कश्मीर और दिल्ली के बीच बुधवार को बी ग्रुप के अंतर्गत होने वाला दूसरा मुकाबला दोनों टीम के लिए अहम होगा। जो टीम यह मुकाबला जीत लेगी वो करीब-करीब क्वालीफाई करने में कामयाब रहेगी। जम्मू-कश्मीर की फुटबॉल टीम के हैड कोच स. सतपाल सिंह ने अपने अनुभव सांझा करते हुए बताया कि तकनीकी हिसाब से जम्मू-कश्मीर का पलड़ा मेहमान दिल्ली के खिलाफ भारी है। जम्मू-कश्मीर की डिफेंस पंक्ति प्रतिद्वंद्वी टीम से काफी सशक्त है। टीम में काफी अनुभवी खिलाड़ी हैं। कैंप के दौरान खिलाड़ियों में पाई गई कमियों को दूर किया गया। मैदान में जब कभी भी जम्मू-कश्मीर के खिलाड़ी को गोल करने का मौका मिलेगा तो वे इसे अासानी से अपने हाथों से जाने नहीं देंगे।
दिल्ली की टीम के संबंध में पूछे सवाल के जवाब में सतपाल सिंह ने कहा कि दिल्ली के खिलाड़ी भी काफी अच्छे हैं। मुकाबले के दौरान ज्यादार खिलाड़ियों का गेंद पर नियंत्रण रहेगा क्योंकि वे इसमें सक्षम हैं। जम्मू-कश्मीर की पूरी कोशिश रहेगी कि मेहमान दिल्ली की टीम को मात देकर संतोष ट्रॉफी के नार्थ जोन के पूल को क्वालीफाई कर ले। जम्मू-कश्मीर की टीम को सबसे बड़ा लाभ यह है कि एक तो घरेलू मैदान और दूसरा जम्मू-कश्मीर ने उत्तराखंड की टीम को 3-1 गोल से मात देकर पहली जीत हासिल की जबकि दिल्ली ने चंडीगढ़ को 1-0 गोल से मात देकर जीत हासिल की।
भले ही दोनों टीमों के एक-एक जीत के साथ 3-3 अंक हैं लेकिन अंत में गोल की संख्या भी पूल क्वालीफाई करने में निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं। जम्मू कश्मीर का तीसरा एवं अंतिम मुकाबला चंडीगढ़ की टीम और दिल्ली का अंतिम मुकाबला उत्तराखंड से 15 फरवरी को होगा। उम्मीद है कि इस बार जम्मू-कश्मीर की टीम पूल क्वालीफाई करने में कामयाब रहेगी।