सांबा जिले में सड़कों से गायब रहे यात्री वाहन
सांबा में ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल का व्यापक असर
संवाद सहयोगी, सांबा: ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल का वीरवार को सांबा जिले में व्यापक असर देखने को मिला। जम्मू-पठानकोट हाईवे पर पटली मोड़ इलाके में खुले टोल प्लाजा के खिलाफ पिछले चार दिन से लगातार ट्रांसपोर्टर वाहनों का चक्काजाम कर अपना रोष जता रहे हैं। वीरवार को करवाचौथ होने से लोगों को अपने गंतव्य तक जाने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। ग्रामीण इलाकों में मिनी बसें नहीं चलने से लोग जिला मुख्यालय नहीं पहुंच पाए।
व्यापारी संजीव गुप्ता ने बताया कि मंदी से पहले ही व्यापारी परेशान है। ऐसे में यात्री वाहन नहीं चलने से आसपास के इलाकों से लोग बाजार नहीं पहुंच पा रहे हैं, जिससे दुकानदारों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि अक्टूबर माह त्योहारों का माह होता है। इसलिए व्यापारियों को उम्मीद थी कि अब वे मंदी से उबर जाएंगे, लेकिन ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल ने उनकी कमर तोड़ दी है।
व्यापारी रवि कुमार ने कहा कि उन्होंने त्योहारों को देखते हुए दुकान में सामान जमा किए थे, लेकिन हड़ताल की वजह से बिक्री पर भारी असर पड़ रहा है। इतना ही नहीं दूरदराज के इलाकों से करवाचौथ पर हाथों में मेंहदी लगाने वाले लोगों को भी शहर पहुंचने में बड़ी मुसीबतें उठानी पड़ी। इस बार बहुत कम मेहंदी लगाने वाले शहर पहुंचे ।
समाज का हर तबका कर रहा टोल टैक्स का विरोध
-आए दिन फूटने लगा है लोगों का गुस्सा
संवाद सहयोगी, सांबा: राज्य में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से राज्य में मोबाइल इंटरनेट सेवा ठप है। इससे समाज का कमोवेश हर तबका प्रभावित है। इससे साइबर कैफे चलाने वालों के साथ व्यापारी और उद्यमी भी प्रभावित हुए हैं। इसकी वजह से युवाओं को नौकरियों के लिए आवेदन करने, व्यापारियों को टैक्स भरने, लेन-देन करने, सेलरी का भुगतान करने आदि में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसके खिलाफ स्थानीय लोगों में पहले से ही रोष था। पटली मोड़ पर टोल प्लाजा खोलने के बाद से लोगों के अंदर जमा गुस्सा फूटने लगा है। टोल प्लाजा का विरोध करने वालों में सिर्फ टांसपोर्टर ही नहीं हैं, आसपास के इलाकों के किसान, मजदूर, व्यापारी, विद्यार्थी, नौकरीपेशा लोग सभी इसका विरोध कर रहे हैं।
टोल प्लाजा के विरोध में पिछले चार दिनों से ट्रांसपोर्टरों ने हड़ताल कर रखी है। जम्मू-कठुआ रूट की बसों के पहिए भी थमे हुए हैं। सांबा से सीमावर्ती और पहाड़ी क्षेत्रों के बीच चलने वाली बसें भी बंद हैं। ऐसे में इस हड़ताल से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है और लोग काफी परेशान हैं। कंचन शर्मा, उर्मिला, ज्योति, सोनिया, अनीता, नीशा देवी, विमला देवी आदि ने कहा कि करवाचौध के दिन यात्री वाहनों का नहीं चलना सभी को खला है। महिलाओं ने कहा कि केंद्र सरकार जिस तरह से नीतियां लागू कर रही है, उससे जनता परेशान है। इसके खिलाफ कहीं कोई सुनवाई भी नहीं होती है, जिससे लोगों के अंदर भारी गुस्सा है। जनता से किसी भी कीमत पर टैक्स वसूलने की नीति से जम्मू संभाग के लोग खासे परेशान हैं। यही वजह है आए दिन किसी न किसी इलाके में न सिर्फ विपक्षी पार्टियां, वरन आम लोग भी केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर रहे हैं।