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आयुष्मान भारत में निजी अस्पतालों की बेरूखी, सरकारी अस्पतालों में इलाज करवा रहे हैं अधिकांश मरीज

नब्बे प्रतिशत मरीजों ने अपना इलाज अभी तक राज्य के सरकारी अस्पतालों में ही करवाया है। इस योजना के तहत राज्य में डेढ़ सौ अस्पतालों का पंजीकरण किया गया है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Wed, 13 Feb 2019 11:29 AM (IST)Updated: Wed, 13 Feb 2019 11:29 AM (IST)
आयुष्मान भारत में निजी अस्पतालों की बेरूखी, सरकारी अस्पतालों में इलाज करवा रहे हैं अधिकांश मरीज
आयुष्मान भारत में निजी अस्पतालों की बेरूखी, सरकारी अस्पतालों में इलाज करवा रहे हैं अधिकांश मरीज

जम्मू, रोहित जंडियाल। आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत देश में दूसरे स्थान पर गोल्डन कार्ड बनाने वाले जम्मू कश्मीर में बेशक लाभार्थियों में उत्साह है। परंतु इलाज करवाने के लिए वे सरकारी अस्पतालों में ही आ रहे हैं। निजी अस्पताल कम पैकेज होने के कारण इस योजना को लेकर उत्साहित नहीं है। वहीं सरकारी अस्पतालों की विवशता है कि वे मरीजों का हर हालात में इलाज करेंगे।

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राज्य में यह योजना पिछले साल एक दिसंबर को लागू हुई थी। इस योजना का लाभ राज्य में 31 लाख से अधिक लोगों को मिलना है। ग्यारह लाख के करीब लोग अभी तक गोल्डन कार्ड बना चुके हैं जबकि ग्यारह सौ से अधिक मरीजों का इलाज भी हो चुका हैं। परंतु इनमें से नब्बे प्रतिशत मरीजों ने अपना इलाज अभी तक राज्य के सरकारी अस्पतालों में ही करवाया है। इस योजना के तहत राज्य में डेढ़ सौ अस्पतालों का पंजीकरण किया गया है। इनमें से पचास अस्पताल और नर्सिंग होम निजी हैं। पचास निजी अस्पतालों में से अभी तक मात्र दस से बारह में ही इलाज हो रहा है। अन्य अस्पताल कम रूचि ही दिखा रहे हैं। इसका कारण योजना के तहत इलाज के लिए कम पैकेज होना भी है।

जम्मू में इस समय दो निजी अस्पताल ही सबसे बड़े हैं। श्री माता वैष्णो देवी नारायणा सुपर स्पेशलिटी और आचार्य श्री चंद्र कालेज आफ मेडिकल सांइसेस। नारायणा अस्पताल योजना के तहत पंजीकृत ही नहीं है। वहीं एस्काम में भी अभी तक इक्का-दुक्का मरीजों का ही इलाज हुआ हैं। जम्मू संभाग में श्री ओम अस्पताल बाडी ब्राहमणा में ही सबसे अधिक लोगों ने इलाज करवाया है। जम्मू संभाग में अस्सी प्रतिशत मरीजों का इलाज मेडिकल कालेज जम्मू, श्री महाराजा गुलाब सिंह अस्पताल, सुपर स्पेशलिटी अस्पताल और गांधीनगर अस्पताल में हुआ है। सबसे अधिक 172 मरीजों का इलाज जीएमसी में हुआ है। 68 मरीजों का इलाज गांधीनगर अस्पताल में हुआ है। कश्मीर में भी अधिक मरीजों का इलाज जीबी पंत अस्पताल, एसएमएचएस अस्पताल, शेर-ए-कश्मीर इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल सांइसेज में हो रहा है। लेह में एसएनएम अस्पताल लेह में ही मरीजों का इलाज हुआ हे।

जो भी मरीज आ रहे उनका इलाज किया जा रहाः डाॅ दारा सिंह

राजकीय मेडिकल कालेज अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डा. दारा सिंह का कहना है कि आयुष्मान भारत योजना के तहत जो भी मरीज आ रहे हैं, उनका इलाज किया जा रहा है। जो पैकेज में नहीं आते हैं, उन्हें भी इसकी जानकारी दे दी जाती है। किसी ने किसी तरह से हर मरीज का इलाज हो रहा है। वहीं गांधीनगर अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डा. चंद्रप्रकाश का कहना है कि उनके यहां डायलिसेस करवाने के लिए कुछ मरीज आए। सर्जरी के भी मामले आ रहे हैं। सभी का इलाज किया जा रहा है।

जम्मू संभाग में इन निजी अस्पतालों में करवा सकते हैं इलाज

  • -सचदेवा नेत्रालय, गांधीनगर
  • -सुदन हार्ट केयर सेंटर
  • -जम्मू सिटी आनकालोजी क्लीनिक
  • -केडी आई क्लीनिक
  • -त्रिवेनी नर्सिंग होम
  • -गुप्ता अस्पताल और रिसर्च सेंटर
  • -कमल नयन विजिन, तालाब तिल्लो
  • -बीएन जनरल अस्पताल
  • -नेशनल अस्पताल
  • -चोपड़ा नर्सिंग होम ऊधमपुर
  • -सर्व सिद्धि नर्सिंग होम
  • -मदर केयर मैट्रनिटी होम
  • -निधि नागर अस्पताल
  • -त्रिकुटा नर्सिंग होम ऊधमपुर
  • -केएलएसएम रोटरी आई अस्पताल
  • -श्रीओम मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल
  • -सेंट जोसेफ कम्यूनिटी अस्पताल बाडी ब्राहमणा
  • -क्रिस्तू ज्योति अस्पताल सांबा
  • -एएसजी अस्पताल प्राइवेट लिमिटेड

यह हैं सरकारी अस्पताल

  • -राजकीय मेडिकल कालेज अस्पताल
  • -श्री महाराजा गुलाब सिंह सिंह अस्पताल
  • -सुपर स्पेशलिटी अस्पताल
  • -चेस्ट डिजिसेस अस्पताल
  • -मनोरोब अस्पताल
  • -गांधीनगर अस्पताल
  • -सरवाल अस्पताल
  • -सभी जिला व उप जिला अस्पताल

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