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Jammu Kashmir Panchayat Election: गणतंत्र दिवस के आसपास जारी हो सकती है जम्मू कश्मीर में पंचायत चुनाव की अधिसूचना

तीन से पांच चरणाें में संपन्न होने वाली इस चुनाव प्रक्रिया के तहत पहले उन खाली पड़े पंच-सरपंच हल्कों में चुनाव कराए जाएंगे जहां हिमपात से किसी प्रकार की दिक्कत नहीं है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Sat, 18 Jan 2020 06:38 PM (IST)Updated: Sat, 18 Jan 2020 06:38 PM (IST)
Jammu Kashmir Panchayat Election: गणतंत्र दिवस के आसपास जारी हो सकती है जम्मू कश्मीर में पंचायत चुनाव की अधिसूचना
Jammu Kashmir Panchayat Election: गणतंत्र दिवस के आसपास जारी हो सकती है जम्मू कश्मीर में पंचायत चुनाव की अधिसूचना

जम्मू, राज्य ब्यूरो। केंद्र शासित जम्मू कश्मीर राज्य में पंचायत राज व्यवस्था के तहत जिला विकास बोर्ड के गठन से पूर्व प्रशासन ने रिक्त पड़े पंच-सरपंच हल्कों में पांच चरणों में चुनाव कराने की तैयारी शुरु कर दी है। खाली पड़े हल्कों में चुनाव कराने संबधी अधिसूचना इसी माह गणतंत्र दिवस के आस-पास जारी हो सकती है। जम्मू और कश्मीर प्रांत में 1067 सरपंच और 12094 पंच हल्कों मे कोई प्रतिनिधि नहींहै। फिलहाल, इन पंचायत हल्कों का काम ग्रामीण विकास विभाग द्वारा नियुक्त प्रशासक चला रहे हैं।

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संबधित अधिकारियों ने बताया कि केंद्र सरकार के निर्देशानुसार, केंद्र शासित जम्मू कश्मीर राज्य प्रशासन ने रिक्त पंचायत हल्कों में चुनाव प्रक्रिया को अगले दो माह के भीतर ही संपन्न कराने की कार्ययोजना पर काम शुरु कर दिया है। इस संदर्भ में बनायी गई मंडल कमेटियों और अपेक्स कमेटी ने भी अपनी रिपोर्ट दे दी है। इन रिपोर्टाें के आधार पर ही प्रशासन ने रिक्त पंच सरपंच हल्काें तीन से पांच चरणों में चुनाव कराने की योजना बनायी है। उन्होंने बताया कि केंद्र शासित जम्मू कश्मीर में स्थानीय चुनाव अायोग न होने के कारण मुख्य निर्वाचण अधिकारी को ही पंचायत व स्थानीय निकायों कराने के लिए चुनाव प्राधिकारी बनाया गया है।

गौरतलब है कि पूर्व जम्मू कश्मीर राज्य में नवंबर-दिसंबर 2018 में पंचायत चुनाव कराए गए थे। नेशनल कांफ्रेंस और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी ने इन चुनावों का बहिष्कार किया था। आतंकी खतरे के चलते कई इलाकों में पंच-सरपंच के लिए कोई भी उम्मीदवार सामने नहीं अाया था। 31 अक्तूबर 2019 का जम्मू कश्मीर दो केंद्र शासित राज्यों में जम्मू कश्मीर और लद्दाख में पुनर्गठित हुआ है। केंद्र शासित जम्मू कश्मीर राज्य में इस समय 13161 पंच-सरपंच हल्के खाली हैं। प्रशासन ने पंचायत राज व्यवस्था के दूसरे चक्र को बहाल करने के लिए गत अक्तूबर माह में ही ब्लाक विकास परिषदों के गठन की प्रक्रिया को संपन्न कराया है।

संबधित अधिकारियों ने बताया कि रिक्त पंचायत हल्कों में चुनाव कराने संबंधी अधिसूचना इसी माह 25 जनवरी के आस पास जारी किए जाने की संभावना है। उन्होंने बताया कि तीन से पांच चरणाें में संपन्न होने वाली इस चुनाव प्रक्रिया के तहत पहले उन खाली पड़े पंच-सरपंच हल्कों में चुनाव कराए जाएंगे जहां हिमपात से किसी प्रकार की दिक्कत नहीं है। यह वादी के नीचले इलाकों में कराए जाएंगे। अंतिम चरण में जो संभवत: मार्च माह के पहले सप्ताह में होगा, उन इलाकों में चुनाव होगा जहां हिमपात के कारण फिलहाल सड़कें बंद हैं।मार्च में इन इलाकों में सामान्य जनजीवन लगभग बहाल हो चुका होता है। संबधित उम्मीदवारों को भी मतदाताओं तक पहुंचने में आसानी रहेगी और मतदाताओं को मतदान केंद्र तक।

उन्होंने बताया कि इन रिक्त पड़े पंच-सरपंच हल्कों में चुनाव प्रक्रिया संपन्न होने के बाद जम्मू कश्मीर में रिक्त पड़ी ब्लाक विकास परिषदों को भी गठन होगा। इसके बाद पूरे जम्मू कश्मीर के 20 जिलों में जिला विकास परिषदों का पंचायत राज व्यवस्था के तीसरे चक्र के बहाली के लिए गठन होगा। कश्मीर प्रांत में 922 सरपंच और 11774 पंच हल्के खाली पड़े हुए हैं जबकि जम्मू प्रांत में 145 सरपंच और 320 पंच हल्कों में चुनाव कराया जाएगा। बारामुला में 2310 पंच-सरपंच हल्के खाली हैं जबकि अनंतनाग में 2130, बडगाम में 2097, पुलवामा में 1588, कुलगाम में 1353 पंच-सरपंच हल्के खाली पड़े हुए हैं। इसके अलावा बांडीपोर में 712, गांदरबल में 731, कुपवाड़ा में 796, शोपियां में 815, श्रीनगर में 164 पंच-सरपंच हल्कों में चुनाव कराया जाएगा।

जम्मू प्रांत में जिला किश्तवाड़ में 118, जम्मू में 55, रामबन में 47, कठुआ में 45, डोडा में 42, राजौरी में 41, पुंछ में 38, सांबा में 25 और रियासी जिले में 22 पंच-सरपंच हल्कों में नवंबर-दिसंबर 2018 में हुए चुनाव नहीं हुआ था।


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