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जम्मू का आलू भी बनाने लगा अपनी खास पहचान, इस किस्म की आलू की करें खेती और पायें मनमाफिक दाम

जम्मू में किसान चिप सोना की विभिन्न वैरायटी व एलआर वैरायटी के आलू लगा रहा है। इन आलुओं से चिप्स बनाना आसान रहता है। कृषि विभाग चिप सोना आलू किसानों में उतारने में लगा हुआ है। लेकिन किसान प्राइवेट तौर पर एलआर वैरायटी भी जम्मू में लगा रहे हैं।

By Vikas AbrolEdited By: Published: Sun, 05 Dec 2021 10:32 AM (IST)Updated: Sun, 05 Dec 2021 10:32 AM (IST)
जम्मू का आलू भी बनाने लगा अपनी खास पहचान, इस किस्म की आलू की करें खेती और पायें मनमाफिक दाम
चिप्स बनाने वाली कंपनियों के लिए किसान अब चिप सोना व एलआर की खेती करने लगा है।

जम्मू, जागरण संवाददाता : जम्मू के किसान भी अब पहले की अपेक्षा अधिक जागरूक हो गए हैं। यही वजह है कि अब जम्मू के आलू ने भी अपनी खास पहचान बनाना शुरू कर दी है। जी हां, हम बात कर रहे हैं ऐसे आलू की जिसकी अब चिप्स बनाने को लेकर काफी मांग बढ़ती जा रही है। इस बार जम्मू में 250 कनाल भूमि पर चिप्स वाले आलू की खेती लगी है और फसल लहलहा रही है। अच्छी मार्केट के चलते ही किसानों का रुझान इस ओर बढ़ा है। क्योंकि यह आलू अगर चिप्स बनाने वाली कंपनियों के मानक पर खरे उतरते हैं तो माल हाथों हाथ खरीद लिया जाता है। वहीं बाजार से बेहतर दाम भी किसानों को उपलब्ध कराए जाते हैं।

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यही कारण है कि अरनिया के बसंत सैनी ने अकेले ही इस बार 150 कनाल भूमि पर एलआर वैरायटी के आलुओं को अपनी खेती में जगह दी है। अब वह अपना माल जम्मू में ही चिप्स बनाने वाली एक कंपनी को देंगे, बेशर्त की उनका उत्पाद खरा होना चाहिए। बसंत सैनी जिनको पटाटो किंग कहा जाता है, इस बार पूरी तकनीक इस्तेमाल कर आलू की खेती कर रहे हैं यह इसलिए ताकि माल ऐसा ही तैयार हो जो कि चिप्स बनाने वाली कंपनी को चाहिए। बसंत सैनी का कहना है कि माल की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है ताकि उनका माल आसानी से चिप्स बनाने वाली कंपनी के पा चला जाए और उनको अच्छे दाम प्राप्त हो सके। अबकी उनको 2000 क्विंटल पैदावार मिलने की आस है।

4000 कनाल भूमि पर उगा आलू खप सकता है

आलू उत्पादक किसान बसंत सैनी ने बताया कि जम्मू में चिप्स बनाने वाली कंपनी चिप्स के लिए आलू बाहरी राज्यों से महंगा रही है। कंपनी जम्मू से माल उठाना चाहती है, लेकिन यहां उत्पादन है ही नही। कंपनी की मांग को अगर पूरा करना है तो 4000 कनाल भूमि पर चिप्स वाले आलू की खेती होनी चाहिए। लेकिन अभी जम्मू इसका दस प्रतिशत भी उत्पादन नही कर रहा। इसलिए बाहरी राज्यों से माल मंगाया जाता है। इसलिए मैं लोगों से कहूंगा कि वे चिप्स वाले आलू लगाने की दिशा में काम करें और अच्छे दाम पर आलू बेचें। क्योंकि कंपनी वाले मार्केट से ज्यादा दाम देने को तैयार रहते हैं।

जम्मू में चिप सोना और एलआर की हो रही खेती

जम्मू में किसान चिप सोना की विभिन्न वैरायटी व एलआर वैरायटी के आलू लगा रहा है। इन आलुओं से चिप्स बनाना आसान रहता है। कृषि विभाग चिप सोना आलू किसानों में उतारने में लगा हुआ है। लेकिन किसान प्राइवेट तौर पर एलआर वैरायटी भी जम्मू में लगा रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि एलआर हो या पिच सोना, यह आलू सामान्य आलू की तरह ही होते हैं। लेकिन इन इनमें ऐसे कंटेट होते हैं कि आलू तलने के बाद लाल नही पड़ता। शूगर कंटेंट भी इसमें कम रहता है। इसलिए चिप्स बनाना इन आलुओं से आसान हो जाता है। इसलिए चिप्स बनाने वाली कंपनियों के लिए कच्चे माल की पूर्ति करने के लिए किसान अब चिप सोना व एलआर की खेती करने लगा है।

मानक का रखें ख्याल

चिप्स बनाने के काम आने वाले आलू की खेती को विभाग भी बढ़ावा दे रहा है। बस किसान कंपनी द्वारा तय किए गए मानक को ध्यान में रखकर उत्पाद तैयार करें। क्योंकि चिप्स बनाने वाली कंपनियां बाहर से माल मंगाती हैं। अगर जम्मू में ही माल मिल जाए तो इसकी यहीं पर खपत हो जाएगी और किसानों को अच्छे दाम मिल सकते हैं।- सुशील रतन पटाटो डेवेलपमेंट आफिसर, कृषि विभाग जम्मू 


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