Move to Jagran APP

अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में कई चीजें सोच से परे होंगी: डॉ जितेंद्र सिंह

आजादी के बाद जम्मू-कश्मीर को करोड़ों रूपए मिले। जिसका बयाज ही लाखों-करोड़ों में बनता था। सचिवालय में 70 प्रतिशत से अधिक कर्मचारी कश्मीर से हैं। अब इन लोगों को और क्या आजादी चाहिए।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Fri, 15 Nov 2019 05:29 PM (IST)Updated: Fri, 15 Nov 2019 05:29 PM (IST)
अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में कई चीजें सोच से परे होंगी: डॉ जितेंद्र सिंह
अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में कई चीजें सोच से परे होंगी: डॉ जितेंद्र सिंह

जम्मू, राज्य ब्यूरो। प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद अभी कई चीजे सोच से परे होंगी। लोगों को शरारती तत्वों के बहकावे में नहीं आना चाहिए। पहले भी यह बातें होती थी कि अनुच्छेद 370 और 35-ए आधा जाएगा, कुछ रह जाएगा। लेकिन मोदी सरकार ने इनको हटाकर यह बताया कि यह फैसले भी सोच से परे थे।

loksabha election banner

केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर और लद्दाख में सुशासन प्रक्रिया की प्रतिकृति विषय पर जम्मू में क्षेत्रीय कांफ्रेंस का उद्घाटन करते हुए डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस बिलकुल ठीकठाक संपन्न हाे गया।

कुछ लोगों ने यह कहा कि वो तीन लोग अंदर थे, इसलिए सबकुछ बीत गया है। लोगों के कहने का मतलब क्या था कि वो तीन लोग अब भी अंदर ही रहें। हालांकि उन्होंने तीनों लोगों का नाम नहीं लिया, लेकिन उनका इशारा फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती की आेर है, यह सब जान गए थे।

उन्होंने कहा कि देश की आजादी के बाद जम्मू-कश्मीर को करोड़ों रूपए मिले। जिसका बयाज ही लाखों-करोड़ों में बनता था। सचिवालय में 70 प्रतिशत से अधिक कर्मचारी कश्मीर से हैं। अब इन लोगों को और क्या आजादी चाहिए। जम्मू-कश्मीर में वर्क कल्चर को बढ़ावा देने पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि उत्तर-पूर्वी राज्यों की तर्ज पर जम्मू-कश्मीर और लद्दाख का विकास होगा। मिजोरम में फूड पार्क स्थापित किए जाने का जिक्र करते हुए डॉ सिंह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में बांस की खेती को बढ़ावा दिया जाएगा। कठुआ में बांस के लिए अपार संभावनाएं हैं।

सरकार ने जम्मू-कश्मीर में उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं। एक साल में 8 मेडिकल कालेज खोले गए। केंद्र शासित जम्मू-कश्मीर में दो एम्स स्थापित किए गए हैं। लोगो को फायदा मिलना शुरू हो गया है। सरकार ने हर कदम सोच-समझकर उठाया है। लोगों को किसी के बहकावे में आकर गुमराह नहीं होना चाहिए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.