शहर में 2 फरवरी को महारैली निकालेंगे पीएचई अस्थायी कर्मी
इन कर्मियों को पचास महीनों से भी अधिक महीनों से वेतन ही नहीं दिया गया है।
जम्मू, जेएनएन। पीएचई विभाग में 25 सालों से भी अधिक समय से काम कर रहे अस्थायी कर्मियों ने एक बार फिर सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरने की घोषणा की है। इस बार जम्मू संभाग के विभिन्न जिलों में काम कर रहे ये कर्मी हजारों की संख्या में 2 फरवरी को शहर में आयोजित की जाने वाली महारैली में शामिल होंगे। स्थायी नियुक्ति, बकाया वेतन जारी करने की मांग कर रहे ये कर्मी चीफ इंजीनियर पीएचई कार्यालय के बाहर एकत्र हाेंगे और उसके बाद शहर वासियों को अपनी परेशानियों से अवगत कराने के लिए रैली निकालेंगे। यही नहीं इस रैली के माध्यम से वे 3 फरवरी को जम्मू पहुंच रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कानों तक अपनी आवाज पहुंचाने का प्रयास भी करेंगे।
अपनी मांगों को लेकर पिछले कई महीनों से संघर्षरत इन अस्थायी कर्मियों ने बारिश के बीच बीसी रोड स्थित चीफ इंजीनियर कार्यालय के बाहर अपना विरोध प्रदर्शन किया। प्रबंधन की दिशाहीन नीतियों के खिलाफ नारे लगा रहे इन कर्मियों ने कहा कि जांच कमेटियों के नाम पर उन्हें एक बार फिर टालने का प्रयास किया जा रहा है। 29 हजार से अधिक कर्मी पीएचई विभाग में काम कर रहे हैं। हद तो यह है कि इन कर्मियों को पचास महीनों से भी अधिक महीनों से वेतन ही नहीं दिया गया है। प्रदर्शन में पीएचई आईटीआई ट्रेंड, कैजुअल कर्मी, सीपी वर्कर्स के अलावा परियोजनाओं के लिए अपनी भूमि देने वाले लैंड डोनर भी शामिल थे।
कर्मियों का नेतृत्व कर रहे आल जेएंडके पीएचई आईटीआई ट्रेंड, सीपी वर्कर्स एंड लैंड डोनर वर्कर्स एसोसिएशन के प्रधान तनवीर हुसैन ने कहा कि 3 फरवरी को प्रधानमंत्री जम्मू दौरे पर पहुंच रहे हैं। वह यहां कई विकास योजनाओं की शुरूआत करेंगे। परंतु उन्हें इस बात का भी पता होना चाहिए कि यहां कर्मचारी वर्ग कई दिक्कतों का सामना कर रहा है। उन्हें कई सालों से नौकरी के नाम पर प्रताड़ित किया जा रहा है। काम तो स्थायी कर्मचारियों के बराबर करवाया जा रहा है परंतु कई महीनों से वेतन नहीं दिया जा रहा। प्रबंधन की इन खामियों को उन तक पहुंचाने के लिए ही 2 फरवरी को शहर में महारैली निकालने का निर्णय लिया गया है।
यह रैली अब तक की सबसे बड़ी रैली होगी और इसमें हजारों की संख्या में कर्मी शामिल होंगे। यही उनका शक्ति प्रदर्शन भी होगा। रैली में शामिल होकर कर्मी प्रबंधन को यह संदेश भी देंगे कि अगर उनकी समस्याओं को लगातार इसी तरह नजरंदाज किया गया तो आने वाले समय में आक्रोश भड़कने पर विद्रोह बढ़ जाएगा। कर्मियों ने पीएचई प्रबंधन से अपील की कि वे जल्द से जल्द एसआरओ-520 को लागू करें ओर उन्हें बकाया वेतन जारी करे। प्रदर्शन में दीपक गुप्ता, सुभाष चंद्र, मंजीत सिंह, विजय कुमार, जीवन सिंह, तिलक राज सहित अन्यों ने भी सरकार की नीतियों को जमकर कोसा।