बगावत के सुरों को ठंडा करने की बनाई रणनीति
पार्टी में जारी बगावत के सुरों को ठंडा करने की रणनीति बनाते संगठनात्मक फेरबदल को अंतिम रूप दिए जाने का फैसला किया गया।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। अंतर्कलह से जूझ रही पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की कोर समूह की पार्टी प्रमुख पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की अध्यक्षता में बैठक हुई। इसमें नईम अख्तर और पार्टी उपाध्यक्ष सरताज मदनी ने भाग नहीं लिया। कोर समूह ने पार्टी अध्यक्ष को संगठनात्मक बदलाव करने और नए पदाधिकारियों की नियुक्ति करने से लेकर राज्य की परिस्थितियों के अनुरूप पार्टी की अगली सियासी रणनीति तय करने का अधिकार दिया है।
सूत्रों ने बताया कि महबूबा मुफ्ती ने शाम छह बजे अपने निवास पर कोर समूह की बैठक बुलाई थी, लेकिन किन्हीं कारणों से यह बैठक एक घंटा देरी से शुरू हुई। बैठक में कोर समूह के दो प्रमुख सदस्य, जो महबूबा मुफ्ती के विश्वस्त हैं और पीडीपी के बागी विधायकों के निशाने पर हैं, शामिल नहीं हुए। सदस्यों के नाम नईम अख्तर और सरताज मदनी हैं। मदनी रिश्ते में महबूबा मुफ्ती के मामा हैं। कोर समूह के सदस्यों में मुजफ्फर हुसैन बेग भी शामिल हैं। बैठक में पीरजादा मंसूर हुसैन, पूर्व राजस्व मंत्री अब्दुल रहमान वीरी, दिलावर मीर और सईद अल्ताफ बुखारी मौजूद थे।
सूत्रों ने बताया कि इसमें पार्टी में जारी बगावत के सुरों को ठंडा करने की रणनीति बनाते संगठनात्मक फेरबदल को अंतिम रूप दिए जाने का फैसला किया गया। इसके साथ ही पार्टी की राजनीतिक सलाहकार समिति और कोर समूह का विस्तार करने भी सहमति बनी। बैठक में संगठन के कुछ पदाधिकारियों को हटाने, लोगों के साथ जनसंपर्क बढ़ाने, बागी विधायकों के साथ सुलह करने के मुददे पर भी सदस्यों ने अपने विचार रखे।
बैठक से करीब तीन घंटे पहले महबूबा मुफ्ती ने बागी विधायकों में शामिल अब्दुल मजीद पडर, पूर्व कानून मंत्री अब्दुल हक खान के अलावा राज्यसभा सांसद नजीर अहमद लावे और फैयाज अहमद से भी मुलाकात की। पीडीपी के विधायक जावेद मुस्तफा मीर ने भी महबूबा से भेंट की।