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Jammu kashmir Coronavirus effect:विदेश से लौटने वाले व तब्लीगी से जुड़े लोग आतंकियों की तरह बदल रहे ठिकाने

Jammu kashmir Coronavirus effectविदेश से लौटने वाले व तब्लीगी से जुड़े लोग आतंकियों की तरह बदल रहे ठिकाने

By Preeti jhaEdited By: Published: Fri, 10 Apr 2020 08:58 AM (IST)Updated: Fri, 10 Apr 2020 08:58 AM (IST)
Jammu kashmir Coronavirus effect:विदेश से लौटने वाले व तब्लीगी से जुड़े लोग आतंकियों की तरह बदल रहे ठिकाने
Jammu kashmir Coronavirus effect:विदेश से लौटने वाले व तब्लीगी से जुड़े लोग आतंकियों की तरह बदल रहे ठिकाने

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर । कोरोना वायरस के संकट के बीच कश्मीर घाटी में विदेश यात्रा से लौटने वाले और तब्लीगी जमात से जुड़े संदिग्ध लोग शातिर आतंकियों की तरह अपने ठिकाने बदल रहे हैं। उन्हें तलाश करना पुलिस के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। खुद पुलिस अधिकारी मान रहे हैं कि इन लोगों का पीछा करना जैसे किसी आतंकी को तलाशने जैसा है।

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सूत्रों की मानें तो कश्मीर में ऐसे करीब एक हजार लोगों की तलाश की जा रही है।जम्मू कश्मीर में संक्रमित 184 मामलों में 152 सिर्फ कश्मीर घाटी में ही हैं। इनमें से अधिकांश मरीज विदेश से लौटने वाले या तब्लीगी जमात के निजामद्दीन मरकज से लौटे स्थानीय नागरिक या उनके संपर्क में आने वाले लोग हैं। कश्मीर में मार्च माह में करीब दो हजार लोग विदेश यात्रा या दिल्ली, महाराष्ट्र से लौटे हैं। इनमें से कई अभी भी छिपकर अपने घरों में बैठे हैं। इनके सपंर्क में आने वाले भी नहीं बोल रहे हैं और जब किसी की हालत बिगड़ती है तो वह अस्पताल पहुंचता है।

एसएसपी श्रीनगर डॉ. हसीब मुगल ने बताया कि विदेश यात्रा से लौटे या अन्य जगहों से संक्रमण लेकर आए लोगों को तलाशने के लिए पूरा प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नियंत्रण कक्ष भी बनाया गया है, जिसमें बहुत से लोगों ने विदेश यात्रा छिपाने वालों, उनके संपर्क में आने वालों के बारे मे जानकारी दी है। इसके आधार पर 800-900 लोगों को पकड़ा गया है। कई अन्य स्वेच्छा से क्वारंटाइन केंद्रों में पहुंचे हैं। उन्होंने बताया कि हम अपने पास उपलब्ध सभी संसाधनों का इस्तेमाल करते हुए ट्रैवल हिस्ट्री छिपाने वालों को तलाश कर रहे हैं। इसके लिए हम उनके मोबाइल फोन, एटीएम ट्रांजेक्शन के आधार पर उनके ठिकानों का पता लगा रहे हैं।

एसएसपी ने कहा कि लोग समझ नहीं रहे हैं कि यह कितना गंभीर मामला है। उन्हें अपनी ट्रैवल हिस्ट्री नहीं छिपानी चाहिए। कई बार इन लोगों को तलाश करते हुए हमें लगता है कि जैसे किसी शातिर आतंकी का पीछा किया जा रहा है। हम टेलीफोन टॉवर के आधार पर संबंधित व्यक्ति के ठिकाने पर पहुंचते हैं तो पता चलता है कि वह वहां से निकलकर किसी दूसरे इलाके में या दूसरे कस्बे में अपने रिश्तेदार के घर चला गया है। हमें इन लोगों को पकड़ने के लिए ठीक वैसे कार्रवाई करनी पड़ रही है जैसे किसी आतंक को पकड़ने के लिए की जाती है।

सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने से बचें :एसएसपी ने सोशल मीडिया के दुरुपयोग संबंधी सवाल पर कहा कि हम रोजाना 100 के करीब लोगों के फेसबुक पेज और ट्विटर हैंडल की छानबीन करते हैं। लोगों से हमारा आग्रह है कि वह सोशल मीडिया पर किसी भी तरह की सूचना को आगे बढ़ाने से पहले उसके बारे में अच्छी तरह से छानबीन करें। अफवाहों से बचें।

हम घर बैठकर भी नमाज अदा कर सकते हैं :लोगों से लॉकडाउन का पालन करने की अपील करते हुए एसएसपी ने कहा कि बीती रात शब-ए-बरात के मौके पर प्रशासनिक पाबंदियों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ पांच एफआइआर दर्ज की गई है। हम लोग तो घर बैठकर भी दुआ कर सकते हैं, नमाज अदा कर सकते हैं। काबा शरीफ को भी इन दिनों बंद किया गया है। हम सभी की धार्मिक भावनाओं का आदर करते हैं, लेकिन मौजूदा हालात बहुत गंभीर हैं। 


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