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बेहद दहशत में जी रहे सीमांत क्षेत्रों में रहने वाले लोग

सीमांत क्षेत्रों में रहने वाले लोग मौत के साए में जी रहे हैं, जिससे लोगों में दहशत बढ़ती ही जा रही है।

By Preeti jhaEdited By: Published: Sat, 03 Feb 2018 11:46 AM (IST)Updated: Sat, 03 Feb 2018 12:28 PM (IST)
बेहद दहशत में जी रहे सीमांत क्षेत्रों में रहने वाले लोग
बेहद दहशत में जी रहे सीमांत क्षेत्रों में रहने वाले लोग

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v>राजौरी, [जागरण संवाददाता]।पाक सेना पिछले एक माह से सीमा पर लगातार गोलाबारी कर रही है, जिससे सीमांत क्षेत्रों में रहने वाले लोगों में दहशत बनी हुई है। वीरवार रात से पाक सेना ने गोलाबारी को बंद रखा है, इसके बावजूद सीमांत क्षेत्रों में रहने वाले लोगों में दहशत बरकरार है और लोग फिर से अपना घर-बार छोड़ कर राहत शिविरों में शरण ले रहे हैं।
पाक सेना की भारतीय क्षेत्र में गोलाबारी से सबसे बुरा असर सीमांत क्षेत्रों में रहने वाले लोगों पर पड़ रहा है। एक तो स्कूलों के बंद होने के कारण बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होती जा रही है और दूसरा सीमांत क्षेत्रों में रहने वाले लोग मौत के साए में जी रहे हैं, जिससे लोगों में दहशत बढ़ती ही जा रही है। पाक सेना द्वारा लगातार की जा रही गोलाबारी के चलते जो लोग अपने घरों में वापस लौटे थे वे फिर से राहत शिविरों की तरफ रुख करने लगे हैं। सीमांत क्षेत्रों के निवासी पुरुषोत्तम लाल, मोहेंद्र पाल, अशोक कुमार आदि का कहना है कि पिछले वर्ष मई माह से हम लोग अपने घरों से बेघर हुए हैं। अब हम लोग अपने घरों को लौटने लगे थे तो पाक सेना ने फिर से गोलाबारी शुरू कर दी, जिससे अब लोगों में फिर से दहशत का माहौल बन चुका है और लोग दुबारा से राहत शिविरों का रुख कर रहे हैं। इन लोगों का कहना है कि भारतीय सेना एक ही बार पाक सेना को मुंहतोड़ जवाब दे ताकि रोज-रोज हो रही गोलाबारी बंद हो सके।

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