Move to Jagran APP

जम्मू में बिजली की अभूतपूर्व कटौती से लोग परेशान, 24 घंटों में मात्र 8 घंटे ही मिल पा रही है बिजली

जम्मू के सीमावर्ती क्षेत्र आरएसपुरा बिशनाह रामगढ़ अरनियां अखनूर खौड़ सांबा और अन्य ग्रामीण क्षेत्राें में बिजली की 24 घंटों में मात्र 10 घंटे ही बिजली की आपूर्ति संभव हो पा र

By Rahul SharmaEdited By: Published: Sun, 12 Jul 2020 03:39 PM (IST)Updated: Sun, 12 Jul 2020 03:39 PM (IST)
जम्मू में बिजली की अभूतपूर्व कटौती से लोग परेशान, 24 घंटों में मात्र 8 घंटे ही मिल पा रही है बिजली
जम्मू में बिजली की अभूतपूर्व कटौती से लोग परेशान, 24 घंटों में मात्र 8 घंटे ही मिल पा रही है बिजली

जम्मू, जागरण संवाददाता ।  जम्मू संभाग के कई मैदानी इलाकों में बिजली की अभूतपूर्व कटौती बरसात के मौसम में जले पर नमक छिड़कने का काम कर रही है। बेशक जम्मू और उसके आसपास के इलाकों में लोगों को मीटरों के जरिए बिजली की आपूर्ति करवाई जा रही है, लेकिन प्रशासन लोगों को पर्याप्त बिजली उपलब्ध करवाने में विफल रहा है। जहां तक बिजली की गुणवत्ता का सवाल है, तो बल्ब को मोमबत्ती दिखाने वाली हालत है।

loksabha election banner

जम्मू के सीमावर्ती क्षेत्र आरएसपुरा, बिशनाह, रामगढ़, अरनियां, अखनूर, खौड़, सांबा और अन्य ग्रामीण क्षेत्राें में बिजली की 24 घंटों में मात्र 10 घंटे ही बिजली की आपूर्ति संभव हो पा रही है। आरएसपुरा के सुहागपुर क्षेत्र के किसान पम्मी कुमार का कहना है कि बिजली न होने के कारण इस बार उनकी धान की बुआई के लिए पानी नही मिल है। सीमांत क्षेत्रों को सीचनें वाली रणबीर, तवी, रावी नहर में पानी कम है। किसानों के आखिरी छोड तक पानी नही मिल पा रहा है। जिससे बासमती धान की बुआई के लिए किसान दरबदर होकर रह गए हैं। उपर से मानसून भी पिछड़ने लगा है।

अंतरर्राष्ट्रीय सीमा के जीरों लाइन पर बसे गांव अरनिया के किसान महेश सिंह का कहना है कि इस बार कोरोना वायरस ने किसानों को आर्थिक तौर पर नुकसान पहुंचाया है,उपर से बिजली की अभूतपूर्व कटौती से किसानों की धान की बुआई नही हो पा रही है। राम के समय में बिजली की सप्लाई ठप होने के कारण लोगों को जाग जाग कर रात गुजारनी पड़ रही है।जम्मू शहर और उसके आसपास के इलाकों में 14 से 16 घंटों की बिजली कटौती ने छात्रों के भविष्य को भी दाव पर लगा दिया है। जम्मू के साथ लगते गांव बिशनाह की सुरभि शर्मा का कहना है कि कोरोना के बीच बिजली कटौती ने पढ़ाई चौपट हो कर रह गई है।ट्रांसफार्मरों पर अत्याधिक लोड होने के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में ट्रांसफार्मर जल चुके हैं।

कांग्रेस के पूर्व मंत्री रमन भल्ला का ने आरोप लगाया है कि बिजली विभाग के वर्कशॉप में रिपेयर हुए ट्रांसफार्मर एक हफ्ते में ही फुक जाते हैं।प्राइवेट फर्म में जो ट्रांसफार्मर रिपेयर होते है उन्ही एक साल की वारंटी होती है, लेकिन अपने विभाग की वर्कशॉप में ऐसी कोई वांरटी विभाग नही दे रहा है।पूर्व मंत्री का आरोप है कि विभाग के लोगों को 24 घंटे बिजली की आपूर्ति करवाने के दावे खोखले साबित हो रहे हैं।वहीं बिजली विभाग के चीफ इंजीनियर गुरूवचन सिंह का कहना है कि ट्रांसफार्मरों पर अत्याधिक लोड होने के के कारण जलने के डर से कुछ क्षेत्रों की बिजली बंद कर दी जाती है। अवैध बिजली कनैक्शन भी कांटे गए है। हमारी कोशिश है कि लोगों को निरंतर बिजली मिलती रहे। उन्होंने लोगों से भी अनुरोध किया कि वे बिजली का मित्तव्ययता से इस्तेमाल करें। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.