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Kishtwar: शांतिपूर्वक प्रदर्शन में भड़की हिंसा, प्रदर्शनकारियों ने डीसी कार्यालय में की तोड़फोड़

भीड़ में शामिल कुछ शरारती युवकों ने इस बीच प्रशासन के खिलाफ नारे लगाना शुरू कर दिए और उनमें से कुछेक ने डीसी कार्यालय पर पत्थरबाजी करना शुरू कर दी।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Sat, 27 Apr 2019 03:38 PM (IST)Updated: Sat, 27 Apr 2019 03:38 PM (IST)
Kishtwar: शांतिपूर्वक प्रदर्शन में भड़की हिंसा, प्रदर्शनकारियों ने डीसी कार्यालय में की तोड़फोड़
Kishtwar: शांतिपूर्वक प्रदर्शन में भड़की हिंसा, प्रदर्शनकारियों ने डीसी कार्यालय में की तोड़फोड़

जम्मू, जेएनएन। किश्तवाड़ में हुए आतंकी हमले में मारे गए राष्ट्रीय स्वयं संघ के वरिष्ठ नेता चंद्रकांत शर्मा व उनके अंगरक्षक के हत्यारों को पकड़ने की मांग को लेकर डीसी कार्यालय में किया जा रहा शांतिपूर्वक प्रदर्शन उग्र रूप धारण कर गया। प्रदर्शन में शामिल कुछ शरारती तत्वों ने लोगों को उकसाने के लिए प्रशासन व राज्यपाल के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। जिसके बाद भड़के प्रदर्शनकारियों ने डीसी कार्यालय में घुस कर जमकर तोड़-फोड़ की। प्रदर्शन में काफी संख्या में महिलाएं भी शामिल थी। यह वजह रही कि वहां मौजूद पुलिस व अर्द्धसैनिक बल के जवानों ने प्रदर्शनकारियों पर हल्का बल प्रयोग करते हुए केवल उन्हें वहां से खदेड़ने का प्रयास किया।

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दरअसल सनातन धर्म सभा किश्तवाड़ के प्रधान हंस राज भुतियाल ने आज किश्तवाड़ में शांति रैली का आयोजन किया था। चार चिनारी से आरंभ होने वाली यह रोष रैली डीसी कार्यालय पहुंचकर संपन्न होनी थी। रैली में शामिल होने के लिए काफी संख्या में महिलाएं भी शामिल हुईं। राज्यपाल एनएन वोहरा का पुतला लिए हत्यारों को पकड़ने में विफल रहे किश्तवाड़ प्रशासन के खिलाफ नारे लगाते हुए लोग डीसी कार्यालय की ओर बढ़े। सभा ने इस दौरान प्रशासन के समक्ष कुछ मांगे रखी, जिन्हें वह जल्द से जल्द पूरा करने की बात कह रहे थे। इनमें चंद्रकांत के हत्यारों को पकड़ा, कस्बे में सीसीटीवी कैमरे लगाना, अस्पताल की चार दीवारी करवाना और एसपी व डीसी को तुरंत ट्रांसफार्मर करना शामिल है। रैली में शामिल सैकड़ों लोग जब डीसी कार्यालय पहुंचे तो वहां भाषणबाजी का सिलसिला शुरू हो गया।

इस बीच भीड़ में शामिल कुछ युवकों ने प्रशासन व राज्यपाल के खिलाफ नारे लगाना शुरू कर दिए। उनका कहना था कि प्रशासन स्वर्गीय चंद्रकांत और परिहार बंधुओं के कातिलों को पकड़ने में विफल साबित हुई है। नारे लगाते हुए कुछ प्रदर्शनकारियों ने इस दौरान प्रशासन व राज्यपाल का पुतला भी जलाया। इसी के साथ हिंसा भड़क गर्इ। कुछ प्रदर्शनकारी डीसी कार्यालय में घुस गए और उन्होंने वहां तोड़-फोड़ शुरू कर दी। यही नहीं उन्होंने पार्किंग में खड़ी स्कारपियो और बलेरो जीप के शीशे भी तोड़ दिए। रैली में काफी संख्या में क्षेत्र की महिलाएं भी शामिल थी, इसीलिए वहां मौजूद पुलिस जवानों ने कोई बड़ी कार्रवाई न करते हुए केवल हल्का बल प्रयोग करते हुए प्रदर्शनकारियों को डीसी कार्यालय से बाहर निकाला।

वहां मौजूद सनातन सभा के वरिष्ठ कार्यकर्ता भी इस कार्रवाई से हैरान थे। उन्होंने उग्र प्रदर्शन पर उतारू युवाओं को शांत किया और तोड़-फोड़ बंद करने को कहा। उनके हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ और प्रदर्शनकारी वापिस लौट गए।


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