पीडीपी में पुराने नेता कर सकते हैं तीसरे मोर्चे का गठन
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी में लगातार बढ़ रही अंतर्कलह और चार पूर्व मंत्रियों समेत छह विधायकों के छोड़ने के बाद अब बड़े विभाजन की अटकलें जोर पकड़ने लगी हैं।
राज्य ब्यूरो, जम्मू। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी में लगातार बढ़ रही अंतर्कलह और चार पूर्व मंत्रियों समेत छह विधायकों के छोड़ने के बाद अब बड़े विभाजन की अटकलें जोर पकड़ने लगी हैं। कहा जा रहा है कि पीडीपी के पुराने नेताओं का बड़ा गुट महबूबा मुफ्ती के खिलाफ बगावत का एलान कर किसी तीसरे मोर्चे के गठन की तैयारी में जुट गया है।
इस बीच, पीडीपी के कुछ पूर्व विधायकों ने कांग्रेस और नेकां में अपने लिए संभावनाओं को तलाशना शुरू कर दिया है। सूत्रों की मानें तो पूर्व विधायक चौ. जुल्फिकार अली, पूर्व विधायक अब्दुल हक खान, पूर्व विधायक डॉ. हसीब द्राबू, पूर्व विधायक जावेद मुस्तफा मीर और शाह मोहम्मद तांत्रे ने गत दिनों कथित तौर पर नई दिल्ली में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता से संपर्क कर पार्टी में अपने लिए जगह बनाने का प्रयास किया है।
लेकिन कांग्रेस में एक नेता विशेष जो कश्मीर से ही संपर्क रखते हैं और कभी पीडीपी का हिस्सा रह चुके हैं,ने इस पर कांग्रेस आलाकमान से एतराज जताते हुए सिर्फ तीन लोगों को ही एंट्री की इजाजत देने के लिए कहा। जिससे अन्य लोगों ने भी कांग्रेस में जाने का इरादा स्थगित कर दिया है। इसके बाद इनमें से कुछ ने नेशनल कांफ्रेंस नेतृत्व के साथ भी संपर्क किया है।
सूत्रों की मानें तो पीडीपी में मौजूद बागियों का एक गुट भी इन नेताओं के साथ संपर्क में हैं। यह गुट किसी अन्य राजनीतिक दल में जाने के बजाय अपना अलग मोर्चा बनाने की योजना पर काम कर रहा है। बताया जा रहा है कि इस मोर्चे पर कई नेता जो इस समय महबूबा के साथ खड़े नजर आ रहे हैं, मूक समर्थन का यकीन दिला चुके हैं और कह रहे हैं कि जिस दिन यह बना,वह भी इसका हिस्सा बन जाएंगे।