ऊर्जा के प्रत्येक स्रोत का प्रयोग करें अधिकारी
जागरण संवाददाता, जम्मू : राज्य में बिजली की मांग को पूरा करने के लिए हमें हर स्त्रोत का भरपू
जागरण संवाददाता, जम्मू : राज्य में बिजली की मांग को पूरा करने के लिए हमें हर स्त्रोत का भरपूर इस्तेमाल करना चाहिए। जम्मू-कश्मीर में हाइड्रो के अलावा सौर, पवन के जरिये बिजली उत्पादन की अपार संभावनाएं मौजूद हैं। ऐसे में ऊर्जा के सभी रूपों उपयोग करके जम्मू-कश्मीर को बिजली उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है। नवअक्षय ऊर्जा मंत्रालय ने 2022 के अंत तक जम्मू-कश्मीर राज्य को 1150 मेगावाट का सामूहिक लक्ष्य आवंटित किया है। राज्य को इसमें से 450 मेगावाट ग्रिड कनेक्ट रूफटॉप सौर ऊर्जा के माध्यम से हासिल करना है।
राज्यपाल के सलाहकार के विजय कुमार ने यह बात वीरवार को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, जम्मू एंड कश्मीर एनर्जी डेवलपमेंट डिपार्टमेंट (जेकडा) के वरिष्ठ अधिकारियों की बुलाई गई बैठक में कही। दोनों विभागों द्वारा इस क्षेत्र में उठाये जा रहे कदमों की समीक्षा करते हुए के विजय कुमार ने इससे संबंधित योजनाओं, परियोजनाओं के बारे में जानकारी भी ली। अधिकारियों ने सलाहकार को जानकारी दी कि सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिये नव अक्षय ऊर्जा मंत्रालय की ओर से घरेलू उपभोक्ताओं, निजी संस्थानों और सरकारी कार्यालयों में अधिकतम 60 से 70 प्रतिशत सब्सिडी प्रदान कर रहा है।
बैठक में उपस्थित सीईओ जकेडा ने कहा कि उसने 1 किलोवाट से 500 किलोवाट क्षमता तक रूफ टॉप सौर प्रोजेक्ट की स्थापना के लिए निविदा प्रक्रिया के माध्यम से विक्रेताओं के रूप में विभिन्न संस्थानों को सूचीबद्ध किया है। यही नहीं जिला, उपजिला, सामुदायिक स्वास्थ्य, शैक्षिक संस्थानों में लगभग 250 ऑफ-ग्रिड सौर ऊर्जा संयंत्र 5 से 150 किलोवाट क्षमता वाले लगाये गये हैं। इसके अलावा जेएनएनएसएम के तहत एमएनआरई के दूरस्थ ग्राम विद्युतीकरण कार्यक्रम के तहत गैर-विद्युतीकृत गांवों में 91000 सौर होम लाइट्स व 30000 होम लाइट वितरित की गई है।