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अब नहीं आएगा बिजली बिल, स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाएगी सरकार

राहुल शर्मा, जम्मू जल्द ही घर में बिजली का बिल आना पुरानी बात हो जाएगी। जम्मू-कश्मीर सरकार

By JagranEdited By: Published: Mon, 16 Jul 2018 07:33 PM (IST)Updated: Mon, 16 Jul 2018 07:33 PM (IST)
अब नहीं आएगा बिजली बिल, स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाएगी सरकार
अब नहीं आएगा बिजली बिल, स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाएगी सरकार

राहुल शर्मा, जम्मू

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जल्द ही घर में बिजली का बिल आना पुरानी बात हो जाएगी। जम्मू-कश्मीर सरकार बि¨लग सिस्टम में बदलाव करने जा रही है। सरकार अगले तीन साल में सभी मीटर को स्मार्ट प्रीपेड में तबदील करने की तैयारी कर रही है। पहले चरण में जम्मू व श्रीनगर के मुख्य शहरों में दो लाख मीटर लगाए जाएंगे। मीटर खरीदने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। सरकार का दावा है कि राज्य में बढ़ती बिजली चोरी पर अंकुश लगाने में ये मीटर कारगर साबित होंगे।

राज्य में 67 प्रतिशत तक पहुंच चुके ट्रांसमिशन एंड डिस्ट्रीब्यूशन लॉस को कम करने के लिए 2004 में एस्लरेटिड पावर डेवलपमेंट रिफार्म प्रोग्राम (एपीडीआरपी) की शुरुआत हुई थी। इस दौरान जम्मू-कश्मीर राज्य बिहार, झारखंड के बाद बिजली बर्बादी में तीसरे स्थान पर था। बिजली ढांचे को बेहतर बनाने और उपभोक्ताओं को इलेक्ट्रॉनिक मीटर प्रणाली में शामिल करने के लिए 1100 करोड़ रुपये निर्धारित किए गए। 2012 में इसी योजना को फिर से आर-एपीडीआरपी के नाम से शुरू किया गया। 14 साल बीत जाने के बावजूद जम्मू-कश्मीर सरकार ट्रांसमिशन एंड डिस्ट्रीब्यूशन लॉस को कम करने में कामयाब नहीं हो पाई है। फर्क सिर्फ इतना है कि बिजली बर्बादी में तीसरे स्थान पर रहा राज्य दूसरे राज्यों के मुकाबले आज पहले पायदान पर है। आज भी यह नुकसान 62 प्रतिशत के करीब है। यही वजह है कि सरकार ने औद्योगिक इलाकों में स्मार्ट ग्रिड जबकि शहरों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने की तैयारी की है। उपभोक्ताओं को नियमित बिजली मिल रही है या नहीं, इस पर नजर रखने के लिए रिमोट कंट्रोल सेंटर स्थापित किए जाएंगे।

बिजली जाने पर नहीं लगाने पड़ेंगे विभाग के चक्कर

अब वोल्टेज कम होने या बिजली सप्लाई ठप होने पर उपभोक्ताओं को शिकायत करने के लिए बिजली विभाग के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। यह काम स्मार्ट मीटर कर देगा। मीटर रिमोट कंट्रोल सेंटर में सिग्नल भेजेगा। कंट्रोल रूम में तैनात टेक्नीशियन खराबी को ठीक करने के लिए निकल पड़ेगा। यह स्मार्ट मीटर यूएसए की कंपनी ने बनाए हैं, जो भारतीय मानक ब्यूरो से प्रमाणित हैं।

मोबाइल सिम की तरह काम करेगा मीटर

स्मार्ट प्रीपेड मीटर प्रीपेड मोबाइल सिम की तरह काम करेगा यानि उपभोक्ता बिजली खपत पर नजर रख पाएगा। यही नहीं, वह अपने बजट के अनुसार अपने मीटर में रुपये डलवा सकता है। जैसे ही मीटर में डाले गए रुपये समाप्त हो जाएंगे, घर की बिजली गुल हो जाएगी। ---

राज्य सरकार ने मीटरों को खरीदने की कागजी कार्रवाई पूरी कर ली है। कुछ ही महीनों में जम्मू व श्रीनगर के लिए ये मीटर जारी कर दिए जाएंगे। यदि किसी तकनीकी खराबी के चलते बिजली सप्लाई बंद होती है तो इसमें लगी स्मार्ट चिप फौरन कंट्रोल रूप को सिग्नल भेज देगी। कुछ ही देर में विभाग की टीम खराबी को दूर करने के लिए आपके दरवाजे पर पहुंच जाएगी।

- नीलकमल ¨सह

एग्जीक्यूटिव इंजीनियर

परेड डिवीजन।


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